• कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसका नाम सुनते ही लोग कांप जाते है। एक ऐसी बीमारी जिसका अभी तक इलाज ढ़ूढ़ा नहीं जा सका है। अगर हम कहें कि कैंसर आजकल एक आम समस्या बन गयी है तो ऐसा कहना गलत नहीं होगा। कैंसर हर उम्र के लोगों को, यहाँ तक कि भ्रूण को भी अपने चपेट में ले सकता है। विश्वभर में कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जो सबसे ज्यादा लोगों के मौत का कारण बनी है। आज विश्वभर में सबसे ज्यादा मरीज इसकी चपेट में हैं। लेकिन सतर्कता रखे और खान-पान को सिमित रखे तो कैंसर से बचा जा सकता है।
  • कैंसर एक ऐसी बीमारी का नाम है जिसके कई प्रकार होते है। ज्यादातर कैंसरों के नाम शरीर के जिन अंग में कैंसर शुरू हुआ है उस पर रखे गए है। कैंसर के कुछ शुरूआती लक्षण होते है जिन्हें समय पर पहचान कर, उसकी जांच व इलाज करा कर इसकी रोकथाम की जा सकती है। ऐसे ही कुछ लक्षण के बारें में हम आपको बता रहे हैं। www.allayurvedic.org
  1. पाचन में दिक्कत होना : अगर कई दिनों से आपको खाना खाने व उसे पचाने में दिक्कत हो रही है या अचानक खाने में रक्त आ जाने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें। गले में कैंसर का एक बहुत अहम संकेत यह भी है। गले में तकलीफ होने पर लोग आमतौर पर नर्म खाना खाने की कोशिश करते हैं, लेकिन डॉक्टर के पास नहीं जाते, जो कि सही नहीं है।
  2. बर्थ मार्क्स : शरीर में लच्छन यानी बर्थ मार्क्स जन्मजात हैं और इससे कोई नुकसान नहीं है। लेकिन जब इसका आकार बढ़ने लगे, रंग बदलने लगे, इस पर खुजली हो या खून निकले, तो डॉक्टर से जरूर मिलें। यह त्वचा के कैंसर का शुरुआती दौर हो सकता है।
  3. लगातार खराश का बने रहना : अगर गले में खराश बनी रहती है और खांसने में खून भी आ जाता है, तो ध्यान दें। पर जरूरी नहीं कि यह कैंसर ही हो, लेकिन सावधानी बरतना जरूरी है। खासकर अगर कफ ज्यादा दिन तक बनता रहे।
  4. दर्द का करें जल्द इलाज : हर तरह का दर्द कैंसर की निशानी नहीं, लेकिन अगर दर्द बना रहे, तो वह कैंसर भी हो सकता है। जैसे कि सिर में दर्द बने रहने का मतलब यह नहीं कि आपको ब्रेन कैंसर ही है, लेकिन डॉक्टर से मिलना जरूरी है। पेट में दर्द अंडाशय का कैंसर हो सकता है और खांसने में खून भी आ जाता है, तो ध्यान दें। www.allayurvedic.org
  5. तिल : तिल आपकी सुंदरता के प्रतीक भी होते है। पर तिल जैसा दिखने वाला हर निशान तिल नहीं होता। ऐसे किसी भी निशान के त्वचा पर उभरने पर डॉक्टर को जरूर दिखाएं। तिल के आसपास की त्वचा का रंग बदले तो भी इसे हल्के में न लें। यह स्किन कैंसर की शुरुआत हो सकता है।
  6. लंबे समय तक घाव का ना भरना : अगर कोई घाव तीन हफ्ते के बाद भी नहीं भरता है और उसमें लगातार पस समस्या बनी हुई है तो तो डॉक्टर को दिखाना बेहद जरूरी है।
  7. महिलाओं में होने वाले कैंसर : अगर मासिक चक्र के बाहर भी रक्त स्राव नहीं रुकता है तो महिलाओं को ध्यान देने की जरूरत है। यह सरवाइकल कैंसर की शुरुआत हो सकता है। साथ ही साथ ही कभी भी कहीं भी अगर गांठ महसूस हो तो उसपर ध्यान दें। हालांकि हर गांठ खतरनाक नहीं होती पर स्तन में गांठ होना स्तन कैंसर की तरफ इशारा करता है।