➡ चक्र फूल के चक्कर में फँस कर ये 12 रोग टेकते है घुटने :

  • भारतीय मसाले स्वादिष्ट और खूशबूदार होने के साथ-साथ स्वास्थ्य गुणों से भी भरे हुए हैं। इन्हीं में से एक मसाला चक्र फूल है। बेशक आपने इस मसाले का ज्यादा नाम ना सुना हो लेकिन इसके स्वास्थ्य लाभों के बारे में जानकर यकीनन हैरान हो जाएंगे। चक्र फूल सूजन और जोड़ों के दर्द से राहत दिलाने में सहायक है। यह मसाला गरम मसाला पाउडर का एक मुख्य खटक है। दक्षिण भारत के व्यंजनों में इस मसाले का काफी प्रयोग किया जाता है। स्टार ऐनिस में ऐसे तत्व होते हैं जो बैक्टीरिया, यीस्ट और फंगस आदि को मात देने में आगे होते हैं। लोग स्टार ऐनिस को फ्लू भगाने के लिये प्रयोग करते हैं क्योंकि इसमें एक प्रकार का एसिड पाया जाता है जो शरीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढावा देता है। www.allayurvedic.org
  1. स्तनपान सुधार में सहायक : चीन की पारंपरिक चिकित्सा के अनुसार, चक्र फूल की चाय या इसे दूध में मिलाकर पीने से स्तनपान कराने वाली महिलाओं में दूध का उत्पादन बढ़ता है। इसमें मौजूद एनेथोल से महिलाओं का हार्मोनल हेल्थ बेहतर होता है।
  2. अच्छी नींद दिलाने में सहायक : चक्र फूल में दर्द दूर करने वाले गुण होते हैं, जिस वजह से ये अच्छी नींद दिलाने में सहायक है। सोने से पहले इसे दूध में मिलाकर पीने से अच्छी नींद आएगी।
  3. गठिया से बचाने में सहायक : चक्र फूल के तेल से मालिश करने पर पीठ और जोड़ों के दर्द से राहत मिलती है। इसके अलावा इसके पाउडर को जैतून और नारियल के गर्म तेल में मिलाकर मालिश करने से भी आराम मिलता है।
  4. ब्रोंकाइटिस (अस्थमा और खाँसी) से राहत दिलाने में सहायक : एक अध्ययन के अनुसार, चक्र फूल में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। ये बैक्टीरिया के कारण होने वाले रोग ब्रोंकाइटिस या अस्थमा और खांसी जैसी बीमारियों से बचाने में सहायक है।
  5. फंगल इंफेक्शन रोकने में सहायक : कोरियन जर्नल ऑफ मेडिकल माइक्लॉजी में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, चक्र फूल में एंटी फंगल गुण होते हैं, जो स्किन को कैंडिडिआसिस जैसे इंफेक्शन से बचाने में सहायक है। इसके अलावा ये मुंह और गले के इंफेक्शन से भी बचाने में मदद करता है। www.allayurvedic.org
  6. कैंसर सहित कई रोगों से बचाने में सहायक : स्कूल ऑफ बायोकेमिस्ट्री के डॉक्टर भटनागर के रिपोर्ट्स के अनुसार, चक्र फूल में एंटीऑक्सीडेंट होने के कारण ये मसाला हार्ट डिजीज़, डायबिटीज और कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों के लिए जिम्मेदार फ्री रैडिकल्स को रोकने में सहायक है।
  7. पेट फूलना से राहत दिलाने में सहायक : चक्र फूल पाचन में सहायता करने, पेट फूलने और सूजन जैसी समस्याओं से निजात दिलाने में सहायक है। इसे दूध या पानी के साथ उबालकर पीने से लाभ होगा। इसके अलावा ये शिशुओं के पेट दर्द को कम करने में भी सहायक है।
  8. फ्लू से बचाने में कारगर : चक्र फूल में शिकमिक एसिड होने की वजह से इसमें एंटीवायरल गुण होते हैं, जिस वजह से ये फ्लू व बुखार से बचाने में सहायक है।
  9. पाचन क्रिया ठीक करे : स्टार एनीस शिशु तथा व्यसक दोनों के पेट के लिये अच्छा है। छोटे बच्चों में आंत्र का दर्द और पेट फूलने जैसी समस्या तथा बड़ों में अपच, उल्टी, सूजन और पेट में ऐंठन की तकलीफ से राहत दिलाता है।
  10. एंटीसेप्टिक गुणों से भरपूर्ण : एनीस के तेल में एंटीसेप्टिक गुण बहुत ज्यादा होते हैं इसलिये इसे घाव को ठीक करने और चोट के दर्द को सही करने के लिये लगाया जाता है।
  11. मौखिक स्वास्थ्य : यह मसाला मुंह की गंध रोकने के लिये गारगर है। एनीस की चाय बहुत ही अच्छा माउथ वाश बन सकता है और मुंह से बैक्टीरिया को नाश कर सकता है। www.allayurvedic.org
  12. अरोमाथैरेपी के लिये : एनीस का खुशबूदार तेल तन मन को अंदर से ताजा कर देता है इसलिये इसे अरोमाथैरेपी के लिये प्रयोग किया जाता है। यह चिंता, अवसाद , रजोनिवृत्ति की समस्याओं, खांसी और ब्रोंकाइटिस को ठीक करने में मदद करने के लिए अरोमाथैरेपी में प्रयोग किया जाता है।