लीवर आपके शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है। अगर सीधे शब्दों में कहा जाये तो यह शरीर के बाकि अंगों की तुलना में सबसे ज्यादा काम करने वाला अंग है। यह आपके खून में से टॉक्सिक को निकालने और उन्हें शुद्ध करने के बाद ही बाकि शरीर में पहुँचने देता है।

लीवर ही यह तय करता है कि क्या आपके शरीर के लिये सही है और उस हिसाब से वह गन्दगी को फ़िल्टर करता रहता है। इस लिहाज से आपको अपने लीवर का ख़ास ख्याल रखना चाहिये और अपनी डायट पर ध्यान देना चाहिये।

चुकन्दर इस मामले में काफी उपयोगी फल है यह अतिरिक्त काम के बोझ से सुस्त पड़ चुके लीवर को उत्तेजित करने में काफी मदद करता है और इस अंग के अतिरिक्त गर्मी को भी शांत करता है। चुकन्दर खून को साफ़ करने में बहुत मदद करता है जिससे लीवर की कार्यक्षमता बढ़ जाती है।

चुकंदर (Beet) :

चुकंदर का सेवन अधिकतर लोग सलाद के रूप में या जूस बनाकर करते हैं। इसके लाल रंग के कारण अधिकतर लोग सिर्फ इसे खून बढ़ाने वाली चीज के रूप में ही जानते हैं और इसका उपयोग भी इसीलिए करते हैं। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं इसे खाने के एक नहीं अनेक फायदे हैं। आज हम बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे ही फायदों के बारे में !

गुणों से भरपूर :

सोडियम पोटेशियम, फॉस्फोरस, क्लोरीन, आयोडीन, आयरन और अन्य महत्वपूर्ण विटामिन पाए जाते है इसे खाने से हिमोग्लोबिन बढ़ता है।उम्र के साथ ऊर्जा व शक्ति कम होने लगती है, चुकंदर का सेवन अधिक उम्र वालों में भी ऊर्जा का संचार करता है। इसमें एंटीआक्सीडेंट पाए जाते हैं। जो हमेशा जवान बनाएं रखते हैं।

चुकन्दर कैसे मदद करता है ?

चुकन्दर न सिर्फ एंटी-ऑक्सिडेंट से भरपूर होते हैं बल्कि इसमें बीटेन, ग्लूटाथायोन (Glutathione), और पेक्टिन जैसे पोषक तत्व भी होते हैं जो लीवर को टॉक्सिक हटाने में मदद करते हैं। लीवर द्वारा फ़िल्टर किये हुए टॉक्सिन को फाइबर पेक्टिन साफ़ कर देता है जिससे शरीर इन्हें दोबारा अवशोषित नहीं कर पाता है।

इसमें बीटालेंस जैसे यौगिक भी होते हैं जिनमें एंटी-इंफ्लेमटोरी क्षमता होने के कारण यह डिटाक्सिफिकेशन प्रक्रिया में काफी सहायक होते हैं। आपको अपने लीवर को अच्छे से साफ़ रखने के लिए रोजाना सुबह एक गिलास ताजे चुकन्दर का जूस पीना चाहिये। आप इस जूस में अदरक, खीरा और नींबू मिलाकर इसे और गुणकारी बना सकते हैं।

कृपया ध्यान दे :

अल्कोहल, शुगर और अन्य मीठे चीजों का इस्तेमाल कम करें। ये चीजें आसानी से पच नहीं पाती हैं जिस कारण लीवर पर अतिरिक्त काम का बोझ बढ़ जाता है। हाइड्रोजेनेटेड़ ऑयल से भरपूर चीजों का भी कम सेवन करना चाहिये।

चुकंदर (Beet) के फ़ायदे :

शरीर की एनर्जी : यदि आपको आलस महसूस हो रही हो या फिर थकान लगे तो चुकंदर का खा लीजिये। इसमें कार्बोहाइड्रेट होता है जो शरीर की एनर्जी बढाता है।

त्वचा के लिए : सफेद चुकंदर को पानी में उबाल कर छान लें। यह पानी फोड़े, जलन और मुहांसों के लिए काफी उपयोगी होता है। खसरा और बुखार में भी त्वचा को साफ करने में इसका उपयोग किया जा सकता है।

दिल की बीमारियां : चुकंदर में नाइट्रेट नामक रसायन होता है जो रक्त के दबाव को काफी कम कर देता है और दिल की बीमारी के जोखिम को भी कम करता है।

एनीमिया और प्रतिरोधक क्षमता : चुकंदर एनीमिया के उपचार में बहुत उपयोगी माना जाता है। यह शरीर में रक्त बनाने की प्रक्रिया में सहायक होता है। आयरन की प्रचुरता के कारण यह लाल रक्त कोशिकाओं को सक्रिय रखने की क्षमता को बढ़ा देता है। इसके सेवन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता और घाव भरने की क्षमता भी बढ़ जाती है।

हाई ब्लड प्रेशर में : लंदन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने रोज चुकंदर का जूस पीने वाले मरीजों को अध्ययन में शामिल किया। उन्होंने रोज चुकंदर का मिक्स जूस [गाजर या सेब के साथ] पीने वाले मरीजों के हाई ब्लड प्रेशर में कमी पाई। अध्ययन के मुताबिक रोजाना केवल दो कप चुकंदर का मिक्स जूस पीने से ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है। हालांकि इसका ज्यादा सेवन घातक साबित हो सकता है।

कब्ज और बवासीर : चुकंदर का नियमित सेवन करेंगे, तो कब्ज की शिकायत नहीं होगी। बवासीर के रोगियों के लिए भी यह काफी फायदेमंद होता है। रात में सोने से पहले एक गिलास या आधा गिलास जूस दवा का काम करता है। लोग जिम में जी तोड़ कर वर्कआउट करते हैं उन्हें खाने के साथ चुकंदर खाना चाहिए। इससे शरीर में एनर्जी बढती है और थकान दूर होती है। साथ ही अगर हाई बीपी हो गया हो तो इसे पीने से केवल 1 घंटे में शरीर नार्मल हो जाता है।