आयुर्वेद के मुताबिक मानव शरीर कफ, पित्त और वात से संचालित होता है। जब भी इनमें आपसी संतुलन बिगड़ता है मानव शरीर बीमारियों का शिकार होता है। इसलिए वजन घटाने के लिए अगर आप आयुर्वेदिक नुस्खे अपनाना चाहते हैं तो आपको इस बात का ध्यान रखना होगा। कफ-पित्त और वात्त त्रिदोष कहे जाते हैं।
अगर एक में भी संतुलन बिगड़ा तो वजन बढ़ने के अलावा शारीरिक स्वास्थ्य प्रभावित होता है। यदि आप वास्तविक में वजन कम करना चाहते है तो आज का यह आर्टिकल सिर्फ आपके लिए ही है आप इसे अंत तक जरूर पढ़ें क्योंकि आज हम आपको All Ayurvedic के माध्यम से बता रहे हैं वजन कम करने के लिए जरूरी मूलभूत नियम और बेहतरीन आयुर्वेदिक औषधियां जिन्हें इस्तेमाल कर आप अपने वजन को कम कर सकते है…
आपको एक बात भलीभाँति स्वीकार करनी होगी कि वजन कम करना एक लंबी प्रक्रिया है। कोई भी जादुई गोली, जड़ी-बूटी या औषधि दिनों में आपका वजन नहीं घटा सकती। ये फर्जी व्यापार नीति है। अगर आपको यह बताया जाए कि उनका परीक्षण किया गया है, तो संभव है कि उनका परीक्षण चूहों पर किया गया हो। इन सप्लीमेंट्स से आपको अनिद्रा और अन्य कई दुष्प्रभाव हो सकते हैं।
डाइटिंग करने का मतलब अक्सर लोगों को पता नहीं चलता है, ऐसे में वह अक्सर खाना पीना एकदम से छोड़ देते हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि डाइटिंग का मतलब यह है कि आप अपने स्वास्थ्य को अच्छी तरह से कायम करने के लिए कई तरह के पोषक तत्व का सेवन कर सकते हैं। ऐसे खाने का सेवन करें, जिससे आपके शरीर की कैलोरी ना बढ़े।
भारी शरीर पर जमा अतिरिक्त चर्बी को कम करने के लिए आहार और व्यायाम का सही मेल होना जरूरी है। लेकिन, अकसर हमें कई ऐसी जानकारियां मिलती हैं, जो एक दूसरे से परस्पर विरोधी होती हैं। और हम उनमें से किसी एक को चुन लेते हैं।
आप लो कैलोरी या लो फैट में से एक आहार को चुनते हैं। लेकिन, वजन कम करने के कुछ मूलभूत नियम होते हैं। दुनिया भर के विशेषज्ञ सात मूल नियमों पर एकमत पाये जाते हैं। आइये जानते हैं वे कौन से हैं वजन कम करने के मूलभूत नियम है…
वजन कम करने के मूलभूत नियम और सिद्धांत
कम फेट वाला आहार – अपने फेट को कम करने के लिए आपको अपनी डाइट में से ऐसे चीजों का सेवन बंद करना होगा, जिसके कारण आपका वजन बढ़ रहा है। आप ऐसे में अपनी डाइट में ऐसे आहार को शामिल कर सकती हैं जिनका सेवन करने से आपके स्वास्थ्य को फायदा हो, आप अस्वस्थ्य खाना खाने का बिल्कुल ना सोचे।
रात को हल्का खाना और देर खाना ना खाएं – अगर आप वजन कम करना चाहते हैं तो ऐसे में आपको यह सलाह दी जाती है कि आप वजन कम करने के लिए देर रात में खाना खाना बंद कर दें। अपना नियम बना लें कि शाम को 7 से 8 बजे के बाद आपको किसी भी तरह के खाद्य पदार्थ का सेवन नहीं करना है। जैसे-जैसे रात होती जाती है, वैसे-वैसे आपका मेटाबोलिजम गिरता जाता है, इसलिए देर रात को खाने का सेवन नहीं करना चाहिए।
आहार जिनसे आप दूरी रखे – अगर आप वजन कम करना चाहती हैं तो ऐसे में आप ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करना बंद कर दें, जिनका सेवन करके आपके पेट की चर्बी बढ़ती हो। जैसे कि आप जुंक फुड और प्रॉसेसड फुड का सेवन करना बंद कर दें। आप इस दौरान फल, सब्जियां, नट्स और अनाज का ही सेवन करें।
मेटाबोलिज्म के अनुसार आहार – हमारे गु्रप में एक दोस्त ऐसा जरूर होता है, जो कि खूब खाना खाता है, लेकिन उसके बाद भी अपने शरीर को स्लिम करने में नियंत्रित करता है। लेकिन कैसे? ऐसा इसलिए क्योंकि उनका मेटाबोलिज्म आपके शरीर के मेटाबोलिज्म के मुकाबले काफी तेजी से काम करता है। यही कारण है कि वह मोटे नहीं होती हैं।
डाइटिंग का अर्थ समझें – अगर आप डाइटिंग कर रहे/रही हैं तो इसका मतलब यह नहीं है कि आप अपने आप को भूखा रख रही हैं। डाइटिंग का मतलब होता है कि आप स्वस्थ खाना खाएं और अपने साइज को नियंत्रण करें। इसी के साथ इस बात का भी ख्याल रखें कि आप ओवरइटिंग ना करें। क्रेश डाइट में जाना काफी बुरा विचार होता है। चाहे आप कितना भी वजन कम करना चाहते हो, आप इस बात को जान लें कि आपको इसका परिणाम काफी धीरे-धीरे मिलेगा, अन्यथा यह आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक हो सकता है।
पौष्टिक आहार को प्राथमिकता दे – वजन कम करने के लिए एक्सरसाइज के साथ-साथ पौष्टिक आहार बहुत महत्वपूर्ण होता है। एक्सरसाइज- शक्ति प्रशिक्षण और कार्डियोवैस्कुलर व्यायाम के सही तालमेल से आप सप्ताह में लगभग 3000 कैलोरी तक खर्च कर सकते हैं। वास्तव में इससे केवल एक पाउएड वजन ही कम होता है। असल में वजन कम करना एक लंबी और गंभीर प्रक्रिया है। इसके साथ ही अगर आप अपने आहार में जरूरी बदलाव करें तो आप अतिरिक्त 3000 कैलोरी जला सकते हैं। फिटनेस को बढ़ाने के लिए एक्सरसाइज और अच्छे आहार के संयोजन का उपयोग करें और वजन कम के दौरान लीन मांसपेशियों को बनाए रखें।
कैलोरी का लेख-जोखा जरूरी – फैट कम करने के लिए कैलोरी का हिसाब रखना बड़ा मायने रखता है। आपके लिए अपनी दैनिक कैलोरी आवश्यकता को जानना जरूरी है। अपनी उम्र, वजन, कद और वजन कम करने के लक्ष्य के अनुसार ही कैलोरी की जरूरत होती है। लीन बॉडी इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ बॉडीबिल्डिंग एंड फिटनेस फिगर प्रोफेशनल एंड नुट्रिशन कोच हॉली मिचेल बहुत तेजी से कैलोरी कम करने को सही नहीं मानते। आपका लक्ष्य आप क्या खाते है, इस बात पर होना चाहिए। वह कहते हैं कि कैलोरी को कम करने और उस पर स्थिर रहने पर आपको किसी और चीज के साथ जाने की आवश्यकता नहीं होती।
प्रोटीन की पर्याप्त मात्रा – पर्याप्त प्रोटीन प्रभावी रूप फैट कम करने की योजना का एक महत्वपूर्ण घटक है। आहार विशेषज्ञ केली पलोवे के अनुसार, वजन कम करने की कोशिश करने पर आहार और स्नैक्स में प्रोटीन की वृद्धि तृप्ति और मांसपेशियों में संरक्षण देती है। साथ ही अपने आहार में पर्याप्त प्रोटीन लेना, फैट कम करने के प्रयास को काफी आसान कर देता है। इसलिए अपने नाश्ते में स्नैक्स में अंडे, दही और अखरोट को शामिल करने का प्रयास करें। साथ ही दोपहर के भोजन और रात के खाने में लीन प्रोटीन जैसे चिकन, मछली और बींस को शामिल करें।
कार्बोहाइड्रेट की अहमियत – आपको कार्बोहाडड्रेट से डरना नहीं चाहिए क्योंकि वर्कआउट के बाद यह आपकी बहुत मदद करता है। प्राइवेट नुट्रिशन कंसलटेंट एंड शेप मैगजीन के आहार डॉक्टर माइक रूसैल के अनुसार, कड़ी मेहनत करने वाले व्यक्तियों के लिए कार्बोहाइड्रेट आवश्यक होता हैं। “व्यायाम से पहले कार्बोहाइड्रेट खाने या एक्सरसाहज के दौरान इसे पीने से थकान से लड़ने और अधिक फैट जलाने में मदद मिलती है। रूसेल ने वर्कआउट के बाद कार्बोहाइड्रेट की खपत के महत्व को भी महत्व दिया है क्योंकि एक्सरसाइज के बाद कार्बोंहाइड्रेट खाने से आपकी मांसपेशियों शटल करता है ताकी आप अपने अगले प्रशिक्षण सत्र के लिए जोशीले रहें।
बॉडी फिटनेस का प्रशिक्षण – कम कैलोरी चाहने पर लीन मसल्स को बनाये रखना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। ऐसा करने के लिए वेट ट्रेनिंग करनी चाहिये। वेट ट्रेनिंग वास्तव में मांसपेशियों का निर्माण करने में मदद करती है। खासतौर पर कैलोरी खर्च करने के लिए अगर आप कार्डियो के साथ वेट ट्रेनिंग भी करते हैं, तो यह बहुत फायदेमंद हो सकता है। लेकिन भारी वजन के साथ वेट ट्रेनिंग के 5-8 प्रति सेट अच्छा समाधान है। यह न केवल आपको मजबूत रखता है बल्कि मांसपेशियों के लिए शरीर की जरूरत को प्रोत्साहित भी करता है।
प्राकृतिक आहार जो वजन कम करने में सहायक
जौ भारतीय आहार में अपनी अलग ही जगह रखता है. असल में जौ बिना छिला गेहूं है. जौ को आप उबाल कर सलाद में ले सकते हैं या फिर सब्जियों के साथ पका कर खा सकते हैं. यह ज्यादा अच्छा होगा अगर आप छिला हुआ जौ इस्तेमाल करते हैं तो यह ज्यादा अच्छा विकल्प साबित होगा।
कुट्टू का आटा (Kuttu ka atta) जिसे buckwheat flour भी कहते हैं वजन कम करने में मददगार है। नवरात्रि में कुट्टू के आटे का खूब इस्तेमाल किया जाता है। यह ग्लूटन फ्री होता है और इससे रोटी, नूडल्स, पैनकेक और पूरी बनाई जा सकती हैं। इससे बनी रोटियां आपकी वजन घटाने में मदद करेंगी। इसमें काफी अच्छी मात्रा में फाइबर होता है। इसके साथ ही साथ कुट्टू के आटे के बहुत फायदे होते हैं। कुट्टू का आटा कैल्शियम, मैग्नेशियम, आयरन, विटामिन सी जैसे तत्वों से भरपूर होता है, जो आपकी पूरी सेहत के लिए बहुत अच्छा है।
आयुर्वेदिक जड़ीबूटियों से वजन कम करने का उपाय
गुग्गुल वजन कम करने के लिए एक शानदार आयुर्वेदिक नुस्खा माना जाता है। यह फैट कम करने में मदद करता है। साथ ही मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है जिससे वजन नहीं बढ़ता है। गुग्गुल के सेवन से शरीर की पाचन क्रिया सही रहती है और वजन को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। गुग्गुल को रोजाना गर्म पानी के साथ लेने से पाचन ठीक होता है।
गार्सिनिया कैम्बोजिया एक प्रकार का फल होता है। इसे मोटापा कम करने के लिए बेहतरीन सप्लीमेंट के रूप में जाना जाता है। इसका उपयोग मोटापा,जठर-संबंधी घाव, वजन घटाने आदि के लिए किया जाता है। यह मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता करता है। यह भूख को कम करता है। इसके सेवन से पहले आपको डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।
आप ज्यादा चर्बी या मोटापे से परेशान है, तो त्रिफला का सेवन करे। त्रिफला चूर्ण बहेड़ा, आंवला और हरड़ से बनता है। इसलिए इसे त्रिफला चूर्ण कहा जाता है यानी तीन चूर्ण का मिश्रण। ये तीनों चीजें शरीर के लिए बहुत लाभदायक होते हैं । त्रिफला किसी भी आयुर्वेदिक दुकान में मिलता है। यह कब्ज से राहत दिलाता है, हाजमे की शक्ति को ठीक करने के साथ मेटाबॉलिज्म बढ़ाता है और शरीर के टॉक्सिक तत्वों को बाहर निकालता है। जानकारों के मुताबिक हर रात को त्रिफला का चूर्ण गर्म पानी में भिगोकर रखने और सुबह शहद के साथ पीने से वजन तेजी से घटता है। इसका असर आपको सिर्फ एक हफ्ते में ही दिखने लगेगा।
एलोवेरा बेहद गुणकारी है। इसके सेवन से आप अपना वजन तेजी से कम कर सकते हैं। आइए जानते हैं एलोवेरा से आप किस प्रकार वजन कम कर सकते हैं। एलोवेरा के तमाम फायदे हैं। एलोवेरा का जेल,जूस या स्मूदी वजन घटाने का रामबाण उपाय माना जाता है। एलोवेरा को बीच से काटकर इसका जेल आसानी से निकाला जा सकता है। एलोवेरा में मल्टी विटामिन, लवण, एंजाइम, कार्बोहाइड्रेट, अमीनो एसिड, सेलिसिलिक एसिड और कई दूसरे पोषक तत्व यानी न्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं जो वजन कम करने में मददगार साबित होते हैं। यह शरीर के यह जहरीले तत्वों को निकालता है, मेटाबॉलिज्म बढ़ाता है जिससे पाचन क्रिया ठीक होती है और वजन तेजी से घटना है।
दालचीनी का इस्तेमाल अमूमन हर घर के किचन में होता है। यह सिर्फ खाने का स्वाद ही नहीं बढ़ाती बल्कि वजन कम करने में भी मददगार है। दालचीनी का सेवन करने से मोटापा दूर होता है। इससे मेटाबॉलिज्म बढ़ता है। अगर आप वजन कम करना चाहते हैं तो दालचीनी की चाय का सेवन करें। मोटापा घटाने के लिए आप दालचीनी को भी अपने डेली रुटीन में शामिल कर सकते हैं। दालचीनी लगभग हर घर के किचन में इस्तेमाल की जाती है। यह शरीर के मेटाबॉलिज्म को तेज करता है जिससे शरीर के वजन घटाने में मदद मिलती है। दालचीनी की चाय में कैलोरीज नहीं होती और यह शरीर में मौजूद कैलोरीज को कम करने में मददगार साबित होती है। रोजाना दालचीनी की चाय का सेवन करने से आपके शरीर का फैट तेजी से घटता है।