आज हम आपको मेथीदाना से होने वाले फायदों के बारे में बताएंगे मेथीदाना को हम दाल, कढ़ी, सब्जी आदि के तड़के मे स्वाद और महक बढाने के लिए काम में लेते है।
लेकिन हम यह नही जानते की मेथीदाना सिर्फ स्वाद और महक ही नहीं बढ़ाता, बल्कि यह हमारे स्वास्थ्य स्वास्थ्य के लिए भी बहुत सेहतमंद है। मेथीदाना अंकुरित करके खाया जा सकता है। रोज मेथिदाना खाने के ये फायदे आपकी जिंदगी बदल देंगे।
भारतीय कीचन में कुछ खाद्य पदार्थ या मसाले ऐसे हैं जिसकी खुशबू या स्वाद लोगों के जहन में हमेशा ही ताजा रहती है। ये मसाले ऐसे होते हैं जिसके बिना किसी भी व्यंजन की कल्पना नहीं की जा सकती। मेथी उन्हीं मसालों में से एक है।
मेथी अपनी महक के साथ-साथ अपने गुणों के लिए भी जानी जाती है। यह दिखने में छोटी है लेकिन जब इसका इस्तेमाल किया जाता है तो इसकी चर्चा घर के अलावा आस-पड़ोस में भी होने लगती है।
मेथीदाना मधुमेह से लेकर जोड़ो के दर्द, किडनी, जवां रखने और मोटापे तक इनमें किसी वरदान से कम नही है, यही कारण है कि हमारे पुराने लोग (बुजुर्ग) इसके लड्डू खाते थे।
आप रोज सुबह ख़ाली पेट सिर्फ़ 1 चम्मच मेथीदाना गुनगुने पानी के साथ इसका सेवन करे या फिर आप रात को 1 बड़ा चम्मच मेथीदाना पानी मे भिगोकर रख दे।
फिर सुबह खाली पेट उन भिगोएँ हुए मेथीदाने को चबा-चबा खाएँ और उस पानी को घूँट-घूँट कर पी जाएं सिर्फ़ 10 दिनो में आपको सकारात्मक परिणाम मिलेंगे। आइए जाने All Ayurvedic के माध्यम से इसके फ़ायदों के बारे में…
मेथीदाना खाने के फ़ायदे
डायबिटीज पर नियन्त्रण : मेथीदाना को खाने से डायबिटीज को कंट्रोल करने में बहुत मदद मिलती है। इसको खाने से पेशाब में सुगर की मात्रा कम हो जाती है। इसमे मोजूद प्राकृतिक फायबर के कारण तथा इन्सुलिन पर मेथीदाना के उपयोग से पड़ने वाले प्रभाव से डायबिटीज में यह बहुत फायदेमंद साबित होता है।
कोलेस्ट्रॉल पर नियन्त्रण : मेथीदाना खाने से कोलेस्ट्रॉल पर नियन्त्रण रहता हैं मेथी में मौजूद फायबर गेलेक्टोमेनन के कारण रक्त में कोलस्ट्रोल की मात्रा कम करने में मदद मिलती है। इसके नियमित रूप से खाने से रक्त में क्लोट बनने की सम्भावना कम हो जाती है। और कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद मिलती हैं।
पाचन तंत्र : मेथीदाना को खाने से पाचन तंत्र दुरस्त रहता हैं। इससे पेट और आँतों की जलन और सूजन आदि में बहुत आराम मिलता है। इसके नियमित रूप से सेवन से पेट और आँतों के अल्सर में आराम मिलाता है । इसमे पाए जाने वाले घुलनशील फायबर से कब्ज को मिटाने में बहुत सहायक हैं।
आँतों के कैंसर से बचाव : मेथी में डिओसजेनिन नामक तत्व पाया जाता हैं जो आँतों के कैंसर से बचाव करने में सक्षम होता है। अगर इसका सेवन नियमित रूप से किया जाये तो आंतों में कैंसर की समस्या कभी नही होगी।
मोटापे को कम : आयुर्वेदिक और औषधीय गुणों से भरपूर मेथी में फाइबर होता है जो न केवल हमारे कब्ज की समस्या को दूर करती है बल्कि इसके दानों को चबाने से एक्सट्रा कैलरी बर्न होती है।
इसके अलावा अपने वजन को कम करने के लिए सुबह-सुबह दो गिलास मेथी का पानी पिएं। इसके लिए आपको मेथी को पानी में रातभर भिगोकर रखना होगा और सुबह छानकर उसी पानी को पीना होगा।
किडनी रोग में : बदलती खान-पान की आदतों और दौड़-भाग की जिंदगी, प्रदूषित पानी और प्रदूषण की वजह से किडनी की बीमारियां बढ़ रही हैं।
ऐसे में आपको मेथी दानों को प्रयोग में लाना चाहिए। यह किडनी को स्वस्थ रखने में एक गुणकारी खाद्य पदार्थ है। यह पथरी में एक लाभकारी औषधी के रूप में काम करती है।
जोड़ो का दर्द : मेथीदाना को बारीक पीस लें। एक चम्मच मेथीदाना चूर्ण प्रातः ताजे जल के साथ लें। इससे घुटनो के दर्द मे आराम मिलता है।
चेहरे को सुंदर बनाए : अपने चेहरे को सुंदर बनाने के लिए आप बहुत तरह की चीजें करते होंगे। लेकिन आप एक बार मेथी दानों को प्रयोग में लाइए। इसका फायदा यह है कि यह आपके शरीर से फ्री रेडिकल्स को बाहर निकालती है।
जिससे झुर्रियां, फाइन लाइन्स, काले घेरे और इंफेक्शन जैसे गंभीर फेशियल प्रॉब्लम्स निजात मिलता है। मेथी दानों का एक और फायदा है। इससे न केवल चेहरे पर ग्लो आता है बल्कि चेहरे से काले घेरे और सन डेमेज्ड स्किन को भी हटाती है।
बुखार में भी मिलता है आराम : मेथी से बुखार को भी दूर किया जा सकता है। इसके लिए मेथी के दानों को एक छोटे चम्मच नींबू के रस और शहद के साथ खाएं।
पाचन संबंधी समस्या को दूर : पाचन संबंधी समस्या को दूर करने में मेथी के दाने रामबाण की तरह काम करते हैं। इससे पेट दर्द और जलन तो दूर होती ही है साथ ही इससे पाचन क्रिया भी दुरुस्त रहती है।
डायबिटीज के रोगियों लिए : आज के समय में डायबिटीज के रोगियों की संख्या बढ़ती जा रही है। ऐसे में घरेलू उपचार की तरफ लोगों का ध्यान जा रहा है।
मेथी ऐसे कई सारे गुण मौजूद हैं जो मधुमेह रोगियों को राहत देने का काम करती है। इसमें मौजूद एमीनो एसिड तत्व पैनक्रियाज़ में इंसुलिन के स्राव को बढ़ाता है जो शरीर से ब्लड शुगर लेवल कम करता है।