बूढ़ा होना सबके नसीब में है, लेकिन कुछ हद तक इसके प्रभाव से बचा जा सकता है। वो भी एक कप कॉफी से। स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन न्यूज सेंटर की एक रिपोर्ट के मुताबिक यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने सूजन तंत्र की खोज की है जो हृदय रोगों के ड्राइवर के रूप में कार्य करता है, खासकर वृद्ध लोगों में। इस सूजन प्रक्रिया तब सक्रिय होती है जब न्यूक्लिक एसिड रक्त प्रवाह में फैलता है। हालांकि, टीम ने देखा कि कैफीन और इसके मेटाबोलाइट इस का विरोध कर सकते हैं।
लीड लेखक डेविड फर्मन, पीएचडी ने बताया कि वृद्धावस्था के 90 प्रतिशत से अधिक गैर-गंभीर रोगों से पुरानी सूजन के साथ जुड़ा हुआ है। यह अल्जाइमर, पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस और कई और अधिक कैंसर में योगदानकर्ता हैं।
वरिष्ठ लेखक मार्क डेविस, पीएचडी ने कहा कि हमारे निष्कर्ष बताते हैं कि उम्र बढ़ने के साथ एक सूजन प्रक्रिया जुड़ी है, हृदय रोग बीमारी नहीं है, बल्कि हम आणविक घटनाओं से प्रेरित हैं, जिसे हम लक्ष्य और मुकाबला करने में सक्षम हो सकते हैं।
हालांकि, यह तंत्र सभी बड़े लोगों में सक्रिय नहीं है। वास्तव में, टीम ने पाया कि किसी व्यक्ति द्वारा कैफीन की खपत ज्यादा होती है, उसमें कम सूजन का स्तर होता है, यह सुझाव देता है कि कैफीन और इसकी न्यूक्लिक एसिड इस तंत्र को रोकने में मदद करते हैं। अध्ययन नेचर मेडिसिन में ऑनलाइन प्रकाशित किया गया था।
इन शोध से पता चलता है कि एक सामान्य कॉफी के सेवन से कई बिमारियों से छुटकारा मिल सकता है। न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2015 में सर्कुलेशन में प्रकाशित एक अध्ययन से पता चला है कि जो गैर-धूम्रपानकर्ता रोजाना एक कप कॉफी पीते हैं, उनमें से 6 प्रतिशत तक मृत्यु का जोखिम कम हो गया। इसके अलावा, कॉफी के बढ़ते सेवन के साथ खतरे में गिरावट आई है जो लोग एक से तीन कप पीते हैं उनमें 8 प्रतिशत कम जोखिम होता था, तीन से पांच कप में 15 प्रतिशत कम जोखिम था, और पांच कप में एक प्रभावशाली 12 प्रतिशत कम जोखिम दिखाया गया था।