हर व्यक्ति की एक दबी हुई इच्छा रहती है कि वो अमीर बने. साथ ही कुछ लोग अपना भाग्य जानने के लिए हाथों की रेखाएं भी देखते हैं, लेकिन हाथों में फैली कई रेखाओं के बीच उन्हें पता नहीं चल पाता कि आखिर उन्हें धन लाभ होगा या नहीं. लेकिन गौर किया जाए तो बिना ज्योतिषि को दिखाए आप जान सकते हैं कि आपके हाथ में धन योग है या नहीं. साथ ही किस उम्र में धन लाभ की संंभावनाएं हैं।
भाग्य रेखा : हिन्दू ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हस्त रेखा से हम बहुत सी महत्वपूर्ण बातो का पता लगा सकते है,भाग्य रेखा आपके सफलता के बीच आने वाली बाधाओं, आपके भाग्य को दर्शाता है।
भाग्य रेखा(Career line) कौन सी होती है : भाग्य रेखा का स्थान हृदय रेखा के मध्य से शुरू होकर मणिबन्ध(कलाई) तक फैला होता है, इस रेखा का प्रारंभिक बिंदु शनि पर्वत (मध्यमा अंगुली) होता है।
भाग्य रेखा का सम्बन्ध : भाग्य रेखा का सम्बन्ध आपके करियर में उतार-चढ़ाव के परिवर्तन, आपके कार्य क़ी योग्यता से होता है, इस रेखा के द्वारा आपके नौकरी के भाग्य को दर्शाता है, इस रेखा को करियर रेखा भी कहते है।
हर किसी के हाथ में होती है अलग-अलग धन रेखा :
- हथेली में धन रेखा जीवन रेखा की तरह हर व्यक्ति की हथेली में एक स्थान से शुरू नहीं होती है. व्यक्ति की हथेली में धन की रेखा अलग-अलग स्थानों से और अलग-अलग रेखाओं और पर्वतों से मिलकर बनी होती है. भाग्य और हृदय रेखा को काटने वाली रेखा को भी धन रेखा माना जाता है. इसके अलावा आपके हाथ में छोटी-छोटी रेखाओं में भी धन प्राप्ति की संभावनाएं छुपी होती है।
कर्म हाथ को देखकर जानें ‘धन रेखा’ :
- बहुत से लोग यह मानते हैं कि पुरुषों का दायां हाथ देखना चाहिए और लड़कियों की बायीं, लेकिन आप ऐसा न करें. आप उस हथेली को देखिए जो आपका कर्म हाथ है यानी अगर आप दाएं हाथ से जीवन के महत्वपूर्ण कार्यों को करते हैं तो दायीं हथेली और बाएं हाथ से काम करते हैं तो बायीं हथेली देखिए. यह बात स्त्री पुरूष दोनों के लिए समान रूप से लागू होती है।
इस उम्र में शुरू होगा धन का आगमन :
- अगर आपकी हथेली में जीवन रेखा, भाग्य रेखा और मस्तिष्क रेखा से मिलकर M आकृति बन रही है, तो यह संकेत है कि आप 35 से 55 साल के बीच खूब धन कमाएंगे. इस रेखा का मतलब यह भी होता है कि आपके जीवन में धन का आगमन विवाह के बाद तेजी से होगा. विवाह के बाद ही आप नौकरी या व्यवसाय में उन्नति की ओर बढ़ना शुरू करेंगे।
- अंगूठे के पास से निकलकर रेखा बुध पर्वत यानी छोटी उंगली की जड़ तक पहुंचे तो इसका मतलब है कि आप अपने परिवार के सदस्यों की पैतृक संंपत्ति किसी स्त्री के सहयोग से प्राप्त कर सकते हैं. इसक अर्थ ये है कि आप 20-25 वर्ष की उम्र में अमीर बन सकते हैं।
- आपकी हथेली में भाग्य रेखा से निकलकर एक रेखा सूर्य पर्वत पर पहुंच रही है तो आप आर्थिक मामलों में भाग्यशाली होंगे. आप सामाजिक क्षेत्र में प्रतिष्ठित भी होंगे. साथ ही किसी भी उम्र में धन आगमन की संभावनाएं खुली रहेगी।
भाग्य रेखा का जीवन में असर :
- भाग्य रेखा का अभाव हो– जिस व्यक्ति के हाथ में भाग्य रेखा का अभाव होता है ऐसे व्यक्ति का कोई करियर नहीं होता है, आप जॉब में हमेशा परिवर्तन करते रहते है मतलब आपकी कोई स्थायी नौकरी नहीं होती है ,जैसी नौकरी आप चाहते है वैसी नहीं मिलती है।
- भाग्य रेखा गहरी और लम्बी हो– अगर भाग्य रेखा गहरी और लम्बी हो तो ऐसे व्यक्ति अपने करियर या व्यवसाय में बहुत आगे जाते है।
- भाग्य रेखा पतली व संकरी हो– अगर भाग्य रेखा पतली व संकरी हो तो युवावस्था के दौरान करियर धीमा रहेगा।
- भाग्य रेखा का प्रारम्भ जीवन रेखा से हो– अगर किसी क़ी भाग्य रेखा जीवन रेखा से शुरू हो रही है तो आप सकारात्मक ऊर्जा व कड़ी मेहनत के साथ उन्नति पाने वाले व्यक्ति है,आप अपनी जीवन में महान उपलब्धियां तो हासिल नहीं कर पाएंगे लेकिन आप अपने जीवन में संतुष्ट व खुश रहेंगे।
- भाग्य रेखा का प्रारम्भ ह्रदय रेखा से हो– अगर भाग्य रेखा का उद्गम ह्रदय रेखा से होता है तो सफलता के लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा, युवावस्था के दौरान आप करियर में स्थिर नहीं होंगे, वृध्दावस्था में आप अपने करियर के द्वारा खुशी से जीवन यापन करेंगे।
- भाग्य रेखा मस्तिष्क रेखा से ह्रदय रेखा तक टूटी हो– अगर भाग्य रेखा हेड रेखा से ह्रदय रेखा तक टूटी हुई होती है तो जातक का करियर 40 साल के बाद बेहतरीन होता है।
- भाग्य रेखा कलाई से टूटी हो– भाग्य रेखा कलाई से टूटी हो तो किसी न किसी तरह बचपन और कम उम्र में शैक्षणिक व्यवधान आता है।
- भाग्य रेखा हथेली के बीच से टूटी हो– भाग्य रेखा हथेली के बीच से टूटी हुई होती है तो युवावस्था में ही कैरियर और संपत्ति का नुकसान हो जाता है।
- भाग्य रेखा तीन भागो में फैली हो– अगर भाग्य रेखा अंत में तीन भागो क़ी ओर फैली है तो यह आपके प्रसिद्ध और अमीर जीवन को प्रदर्शित करती है।
- भाग्य रेखा प्रारम्भ में जंजीरनुमा हो– अगर भाग्य रेखा प्रारम्भ में जंजीर नुमा आकार हो तो यह दुखी जीवन दर्शाता है जो युवावस्था में अध्ययन में ध्यान केंद्रित करने से रोकता है।
- भाग्य रेखा अंत में जंजीरनुमा हो– अगर जातक क़ी भाग्य रेखा अंत में जंजीर के आकार कि हो तो आपको जीवन-काल में वित्तीय परेशानी से समझौता करना पड़ता है।