- हम अक्सर ही यह देखते है कि जब भी आरती अथवा कीर्तन होता है. तो, उसमें सभी लोग तालियां जरुर बजाते है |लेकिन, हम में से अधिकाँश लोगों को यह नहीं मालूम होता है कि आखिर यह तालियां बजाई क्यों जाती है | हम से अधिकाँश लोग बिना कुछ जाने-समझे ही तालियां बजाया करते हैं क्योंकि, हम अपने बचपन से ही अपने बाप-दादाओं को ऐसा करते देखते रहे हैं |
- आपको यह जानकार काफी हैरानी होगी कि आरती अथवा कीर्तन में ताली बजाने की प्रथा बहुत पुरानी है और, श्रीमद्भागवत के अनुसार कीर्तन में ताली की प्रथा श्री प्रह्लाद जी ने शुरू की थी,. क्योंकि, जब वे भगवान का भजन करते थे तो, जोर-जोर से नाम संकीर्तन भी करते थे तथा, साथ-साथ ताली भी बजाते थे |
- यदि हम आध्यात्मिकता की बात को थोड़ी देर के छोड़ भी दें तो एक्यूप्रेशर सिद्धांत के अनुसार मनुष्य को हाथों में पूरे शरीर के अंग व प्रत्यंग के दबाव बिंदु होते हैं, जिनको दबाने पर सम्बंधित अंग तक खून व ऑक्सीजन का प्रवाह पहुंचने लगता है और, धीरे-धीरे वह रोग ठीक होने लगता है | इन सभी दबाव बिंदुओं को दबाने का सबसे सरल तरीका होता है ताली.
- क्या आप जानते हैं कि ताली बजाने से हमारे अंदर खून का दौरा बढ़ता है जिसकी वजह से हमारे शरीर में बढ़ रहा कोलेस्ट्रॉल कम हो जाता है और जो बच्चे ताली बजाते हैं उनके हैंड राइटिंग भी अच्छी होती है।
- ताली बजाने से हृदय रोग डायबिटीज, अस्थमा और गठिया जैसी खतरनाक बीमारियों से हमें छुटकारा मिलता है और हमारे सभी नसे बहुत अच्छे तरीके से काम करने लगती हैं।
- आपको जानकर हैरानी होगी कि ताली बजाने से हमारे शरीर को राहत मिलती है क्योंकि सफेद रक्त कोशिकाएं से मजबूत हो जाते हैं जिसकी वजह से हमारे शरीर में लगने वाली बीमारियां खत्म हो जाती है।
- अगर आप ताली बजाने वाली थेरेपी अपनाते हैं तो आपके शरीर के अंदर ऑक्सीजन का फ्लो सही रहेगा और साथ ही में फेफड़ों तक भी ऑक्सीजन सही तरीके से पहुंच पाएगा। जिसकी वजह से आपका शरीर सेहतमंद रहेगा।
- अगर आप रोजाना ताली बजाते हैं तो आप को सर्दी जुखाम बालों का झड़ना शारीरिक दर्द जैसी बहुत सारी बीमारियों से छुटकारा मिल जाएगा और आप के सभी अंग सेहतमंद रहेंगे।