देश और दुनिया भर में कोरोना महामारी की अनिश्चितता के मध्य नवग्रहों के राजा सूर्य 14 मई 2020 शाम 5:32 पर मेष से वृष राशि मे प्रवेश करेंगे।
सूर्य को सत्य का प्रतीक और आत्मबल का अधिष्ठाता माना गया है, साथ ही इसमें असीम ऊर्जा और शक्ति भी है । यह लोगो मे अनुशासन का कारक भी है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) का निर्धारण सूर्य से ही होता है ।
सूर्य ग्रह का प्रभाव प्रकृति और जीवो पर अन्य ग्रहों की अपेक्षा अधिक पड़ता है । सूर्य सर्वाधिक शक्तिशाली ग्रह होने के नाते जनता और सरकार पर अत्यधिक प्रभाव रखते है।
सूर्य इस गोचर में अपनी उच्च राशि मेष से निकल कर शुक्र के स्वामित्त रखने वाली वृष राशि मे चले जायेंगे।
सूर्य इस परिवर्तन में सर्व प्रथम कृतिका नक्षत्र में प्रवेश करेंगे जिसका स्वामी सूर्य ही है , अर्थात इस गोचर के परिणाम स्वरूप सरकार इस संकट काल मे और प्रभावी रूप से कार्य करेगी । सरकार अपने संसाधनों का पूर्ण रूप से प्रयोग करते नजर आएगी।
सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान अपनी पूरी शक्ति से कार्य करेंगे।
जनता को धन की शक्ति प्राप्त होगी ।सरकार के निर्णयो से जनता को लाभ होगा।
किन्तु महत्वपूर्ण बात यह है कि सूर्य का यह गोचर सामूहिक स्वास्थ्य के लिए प्रतिकूल है। जनता में महामारी का प्रकोप बढ़ सकता है।
ऐसे में सभी को अपने और अपनों के स्वास्थ्य के प्रति अतिरिक्त सावधानियां बरतनी चाहिए।
खान -पान में सावधानी विशेष आवश्यक है।
इन राशियों को मिलेगा लाभ –
कन्या, मकर, कुम्भ और मीन इन राशियों के जातको को विशेष लाभ प्राप्त होगे ।कार्यो में सफलता मिलेगी ।
धनु, तुला, मिथुन और सिंह राशि वालो के लिए यह परिवर्तन मानसिक तनाव ला सकता है।
शेष मेष, कर्क, मीन और वृष राशि वालो को यह गोचर सामान्य फल देगा ।
सूर्य को प्रसन्न करने के उपाय –
~ ताँबे के बर्तन में पानी पिये ।
~ रोज प्रातः काल उठकर सूर्य नमस्कार करे।
~ रोज गायत्री मंत्र का पाठ करे ।
~ नियमित रूप से प्राणायाम करे।
।।कृष्णम वन्दे जगतगुरूम ।।