*गर्भनिरोधक Ayurvedic Tips (आयुर्वेदिक नुस्खेँ)*
वैसे तो गर्भनिरोधकों के तमाम विकल्प बाजार में मौजूद हैं लेकिन अगर आप
इनके केमिकल या साइड एफेक्ट से दूरी रखना चाहते हैं या फिर इन प्रचलित
तरीकों में यकीन नहीं रखते हैं तो आयुर्वेद में आपके लिए कुछ घरेलू उपाय भी
हैं। आयुर्वेद पर यकीन रखते हैं तो इन उपायों का गर्भनिरोधक के तौर पर
इस्तेमाल कर सकते हैं। वैसे तो इनके साइड एफेक्ट नहीं है लेकिन इनका
इस्तेमाल आप किसी अनुभवी आयुर्वेदिक डॉक्टर के परामर्श से करें तो
प्राकृतिक और सुरक्षित तौर पर गर्भनिरोध और बेफिक्र सेक्स लाइफ आसान हो सकेगी।

*कैस्टर यानी अरंडी के
बीज को फोड़ें और इनमें मौजूद सफेद
बीज को निकालें। सेक्स के 72 घंटे के
भीतर महिलाएं इसका सेवन करें तो यह आई-पिल
की तरह ही गर्भधारण रोक सकता है।
महिलाएं इसका सेवन पीरियड्स के
तीन दिनों तक करें तो एक महीने तक
इसका प्रभाव रहेगा।
*सूखे पुदीने के पत्ते का पाउडर बनाएं और स्टोर
कर लें। सेक्स के पांच मिनट के बाद एक ग्लास गुनगुने
पानी के साथ एक चम्मच पाउडर का सेवन करें।
महिलाओं के लिए यह नैचुरल कंट्रासेप्टिव दवा का काम करेगा।
*गुड़हल के फूल का पेस्ट बनाएं इसमें स्टार्च मिलाएं।
पीरियड्स के शुरुआती तीन दिनों तक इसका सेवन कंट्रासेप्टिव की तरह ही काम करेगा।
*आंवला, रसनजनम और हरितकारी को समान
मात्रा में लेकर इनका पाउडर बनाएं और स्टोर करें। ये
औषधियां किसी भी आयुर्वेदिक स्टोर
पर मिल जाएंगी। महिलाएं इनका सेवन पीरियड्स के चौथे दिन से 16वें दिन तक करें तो यह गर्भनिरोधक
गोलियों की तरह ही असरदार होता है।