– पके हुए केले को अच्छी तरह से मैश करें और चेहरे पर फेसपैककी तरह लगाएं। करीब 15 मिनट बाद धो लें। ऐसा करने से चेहरेकी त्वचा में निखार आता है।- दो चम्मच शहद और एक चम्मच नींबू के रस का मिश्रणत्वचा पर लगाएं। करीब 20 मिनिट बाद इसे साफ कर लें,त्वचा नर्म और मुलायम हो जाएगी।- एलोवेरा की पत्तियों से जेल निकालकर इसमें कुछ बूंदें नींबू रसकी मिलाएं। इस मिश्रण को चेहरे पर लगाने से चेहरा चमकनेलगता है।- बादाम का तेल और शहद बराबर मात्रा में मिलाकर चेहरे परलगाएं। थोड़ी देर रखने के बाद चेहरा धो लें। ऐसा करने सेचेहरा निखर जाता है।
– व्हीट-ग्रास का जूस सुबह खाली पेट पीने से चेहरे
की लालिमा बढ़ती है और खून भी साफ होता है।- काली कोहनियों को साफ करने के लिए नींबू को दो भागों मेंकाटें। उस पर खाने वाला सोडा डालकर कोहनियों पर रगड़ें। मैलसाफ हो जाएगा, कोहनियां मुलायम हो जाएंगी।- बालों में मेथी दाने का पेस्ट बनाकर लगाएं, रूसी दूर हो जाएगी।- अरण्डी के तेल को नाखूनों की सतह पर कुछ देर हल्के हल्केमालिश करें। रोजाना सोने से पहले ऐसा करने से नाखूनों में चमकआ जाती है।- एक चौथाई चम्मच मेथी दाना को पानी के साथ निगलने सेअपचन की समस्या दूर होती है।- मेथी के बीज आर्थराइटिस और साईटिका के दर्द से निजातदिलाने में मदद करते हैं। करीब 1 ग्राम मेथी दाना पाउडर औरसोंठ पाउडर को मिलाकर गर्म पानी के साथ दिन में दो-तीन बारलेने से लाभ होता है।
– बादाम की गिरी, बड़ी सौंफ व मिश्री तीनों को समान मात्रा में
मिला लें। रोज इस मिश्रण को एक चम्मच मात्रा में एक गिलासदूध के साथ रात को सोते समय लें।आंखों की प्रॉब्लम्स दूरहो जाएंगी- समान मात्रा में लेकर अजवाइन और जीरा को एक साथ भून लें।इस मिश्रण को पानी में उबाल कर छान लें। इस छने हुए पानी मेंचीनी मिलाकर पिएं, एसिडिटी से राहत मिलेगी।- धनिया, जीरा और चीनी तीनों को बराबर मात्रा में मिलाकरसेवन करने से एसिडिटी के कारण होने वाली जलन शांतहो जाती है।- दूध की मलाई और पिसी मिश्री मिलाकर खाने से कमजोरी दूर होती है।- सफेद मूसली का एक चम्मच चूर्ण और एक चम्मचपिसी मिश्री मिलाकर। सुबह और रात को सोने से पहले गुनगुनेदूध के साथ एक चम्मच मात्रा में लेने से कमजोरी दूर हो जाती है।- रोजाना सुबह एक से दो लहसुन की साबूत कलियां पानी सेनिगल लेने पर जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है।- लहसुन की सिर्फ दो कलियों का रोजाना सेवन करने से आपकेशरीर से बेड कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम कर देता है।
– लहसुन की दो कलियों को छील छीलकर चबाया जाए
तो ब्लडप्रेशर कंट्रोल में रहता है।- संतरे के छिलकों का महीन चूर्ण बनाकर उसमें गुलाब जलमिलाकर चेहरे पर लगाएं, मुहांसे दूर हो जाते हैं।- एक गिलास गुनगुने पानी में दो छोटे चम्मच नींबू का रस मिलाकरलें। यह काम दिन में 8-10 बार करें। अर्थराइटिस के दर्द मेंआराम मिलेगा।-आधा चम्मच मेथी का चूर्ण दही में मिलाकर सेवन करने से पेचिशदूर होती है।
– मेथी के पत्तों के रस में काली दाख मिलाकर सेवन करने सेभी पेचिश दूर होता है।- 1/2 चम्मच चिरौंजी को 2 चम्मच दूध में पीसकर पेस्ट बनाकरलगाएं, इससे चेहरे के दाग-धब्बे दूर हो जाते हैं।- सफेद जीरे को घी में भूनकर इसका हलुवा बनाकरप्रसुता को खिलाने से दूध में बढ़ोतरी होती है।- बहुत तेज सिरदर्द हो तो पुदीना का तेल हल्के हाथों से सिर परलगाएं, सिरदर्द से राहत मिलेगी।- दो-चार लौंग पीसकर उसका सिर पर लेप लगाने से सिरदर्द मेंजल्द आराम मिलता है।
– नमक में दो बूंद लौंग का तेल डालकर उसे सिर पर लगाएं,सिरदर्द में बहुत जल्दी आराम मिलेगा।- मुंह के छाले की समस्या परेशान कर रही हो तो दिन में कम सेकम तीन बार कच्चे दूध से अच्छी तरह गरारे करें, छाले मिटजाएंगे।- खाना पकाने बाद आस-पास 1 या 2 लौंग को बर्तनों के पासरख दें तो चीटियां कभी परेशान नहीं करेंगी।– सुपारी को बारीक पीस लें। इसमें लगभग 5 बूंद नींबू का रसऔर थोड़ा सा काला या सेंधा नमक मिलाएं। प्रतिदिन इस चूर्ण सेमंजन करें। दांत चमक जाएंगे।।- कब्ज होने पर रात्रि में सोते समय दस बारह मुनक्का दूध मेंउबाल कर खाएं और दूध पी लें।- नारियल की गिरी में बादाम, अखरोट और मिश्री मिलाकर सेवनकरने से याददाश्त बढ़ती है। नारियल के तेल में नींबू का रसमिलाकर बालों में लगाने से रूसी से छुटकारा मिलता है।- नींबू में नारियल तेल मिला कर लगाया जाए तो यहबालों का झड़ना रोक देता है। नींबू के रस को अरण्डी का तेलया जैतून का तेल मिला कर बालों की मसाज करें। फिर1 घंटे केबाद बाल धो लें।
– सुबह खाली पेट प्रतिदिन एक सेब खाने से सिरदर्दकी समस्या से छुटकारा मिलता है।- कीढ़ा लगे दांत में थोड़ा सा हींग भर देने से दांत व दाढ़ का दर्ददूर हो जाता है।- त्रिफला चूर्ण चार ग्राम (एक चम्मच भर) को 200 ग्राम हल्केगर्म दूध या गर्म पानी के साथ लेने से कब्ज दूर होता है।- प्याज के बीजों को सिरका में पीसकर दाद-खाज औरखुजली वाले स्थान पर लगाने से तुरंत आराम मिलताहै।- सौंफ ,जीरा और धनियां सब 1-1 चम्मच लेकर 1 गिलासपानी में उबालकर काढ़ा बनाएं। आधा गिलास पानी बच जाने परउसमें एक चम्मच गाय का घी मिलाएं। सुबह-शाम पिएंखूनी बावासीर से रक्त गिरना बंद हो जाता है।- बुखार की वजह से जलन होने पर पलाश के पत्तों का रस लगानेसे जलन का असर कम हो जाता है।- जीरे को मिश्री की चाशनी बनाकर उसमें या शहद के साथ लेनेपर पथरी घुलकर पेशाब के साथ बाहर निकल जाती है।- करी पत्तों को सुबह खाली पेट खाएं। तीन महीनों तक नियमितरूप से ये प्रयोग करने पर डायबिटीज कंट्रोल में रहती है औरमोटापा घटने लगता है।- सेव काटकर टुकड़े तैयार कर लें। इन टुकड़ों को कपया छोटी कटोरी में डालकर कार की सीट्स के नीचे पलोर पर रखदें। एक दो दिन में ये टुकड़े सिकुड़ जाएंगे। एक बार फिरयही प्रक्रिया दोहराएं, धीरे- धीरे गंध दूर हो जाएगी।- नींबू के रस में थोड़ी चीनी मिलाकर इसे गर्म कर सिरप बना लें।इसमें थोड़ा पानी मिलाकर पीएं। पित्त के लिए यह अचूकऔषधि है।