- बवासीर अत्यंत कष्टदायी रोग है. यह रोग प्राय गलत खान पान से और पेट में कब्ज रहने की समस्या से शुरू होता है, जितना पुराना यह रोग होता जाता है वैसे वैसे यह रोग फिशर, भगंदर आदि में बदलता जाता है. ऐसे में गेंदे के फूल और काली मिर्च का यह प्रयोग बेहद उपयोगी साबित हो सकता है। आइये जाने…
➡ बवासीर में गेंदे के फूल और काली मिर्च का सफल प्रयोग :
- बवासीर में गेंदे के हरे पत्तों को काली मिर्च के साथ पीसकर चार दिन तक नित्य एक बार सेवन करें (गेंदे के फूल के नीचे डाली पर हरे पत्ते मिलेंगे) 10 ग्राम पत्ते और 7 काली मिर्च को मिला कर पीसीए।
- गेंदे के फूल 10 ग्राम (पीले वाले), काली मिर्च के 7 दाने, दोनों को ठंडाई की तरह पीसकर आधा गिलास पानी में मिलाकर छानकर पीने से रक्तस्त्रावी बवासीर में लाभ होता है। www.allayurvedic.org
- रक्तस्त्रावी बवासीर में फूलों को पीस लीजिये, इस फूलों की लुगदी को देसी घी में भून लीजिये, इसमें मिश्री व् सौंफ भी मिला लीजिये, इसको दिन में एक बार भोजने के दो घंटे पहले या बाद में सेवन करें। सेवन के एक घंटे तक कुछ भी खाएं ना पिए।
➡ बवासीर में विशेष :
- बवासीर को दूर करने के लिए सर्व प्रथर्म आप कब्ज को दूर करें, कब्ज को दूर करने के लिए आप रात को सोते समय एक गिलास गर्म दूध के साथ एक चम्मच छोटी हरड का चूर्ण या एक चम्मच इसबगोल का छिलका खा कर सोयें। और सुबह शौच जाने के बाद कम से कम 15 मिनट कपाल भाति ज़रूर करें. अगर समस्या भयंकर हो तो कपाल भाति आधा घंटा तक करें. आपको आराम ज़रूर आएगा। और भोजन में फाइबर का भरपूर प्रयोग करें. अनाज भी मोटा पिसवाएं और चोकर का भरपूर प्रयोग करें।