➡ चेचक Chickenpox के कारण :
- चेचक Chickenpoxविषाणु जन्य और संक्रामक रोग होता है और रोगी के खाँसने, छींकने, बोलने से और साँस के साथ भी फैलता है ।चेचक Chickenpoxरोग मुख्यतः बच्चों को ही होता है किंतु ऐसा जरूरी नही है और बड़ों को भीचेचक Chickenpoxरोग हो सकता है । माना तो यह भी जाता है किचेचक Chickenpoxरोग किसी को भी जीवन में केवल एक ही बार होता है और एक बार हो जाने पर शरीर अपने आपचेचक Chickenpoxके वायरस के खिलाफ रोग-प्रतिरोधी क्षमता विकसित कर लेता है जिस कारण से यह रोग जीवन में दोबारा नही हो पाता है । किंतु कुछ रोगियों को जीवन में दोबारा भीचेचक Chickenpoxरोग होते हुये देखा गया है। www.allayurvedic.org
➡ चेचक Chickenpox के लक्षण :
- प्रारम्भ मेंचेचक Chickenpoxरोग का कोई विशेष लक्षण नही दिखायी देता है बस रोगी के शरीर में बेचैनी और सारे शरीर के टूटने जैसा अनुभव होता है । धीरे धीरे शरीर में खुजली होनी शुरू हो जाती है और शरीर की रंगत लाल सी होने लगती है , थोड़ी नजले जुखाम की भी समस्या होने लगती है और तेज बुखार आ जाता है ।चेचक Chickenpoxरोग की पूरी प्रकोप अवस्था में सारे शरीर पर दाने निकल आते हैं और उनमे पानी सा भर जाता है जिस कारण ये देखने में ऐसे लगते हैं जैसे सारे शरीर पर चमकदार पॉलिश वाली दाल चिपका दी हो । इन दानों में बहुत तेज जलन और खुजली होती है । जब दाने पूरी तरह से पानी से भरे हुये होते हैं उसके लगभग तीन-चार दिन के बाद ये दाने सूखने शुरू हो जाते हैं और शरीर पर काले-काले निशान छोड़ जाते हैं जो दो-चार माह के समय में अपने आप खत्म हो जाते हैं।
➡ चेचक Chickenpox के घरेलू उपचार :
- चेचक Chickenpoxका रोग आठ-दस दिन में अपने आप ही ठीक होता है । इस दौरान में इस बात के भी प्रयास किये जाते हैं किचेचक Chickenpoxके विषाणु का इन्फेक्शन दूसरे लोगों में ना फैले । अतः यह कहा जा सकता है किचेचक Chickenpoxके केस में दो तरह की चिकित्सा की जरूरत होती है । सबसे पहले तो जो स्वस्थ लोग रोगी के सम्पर्क में आ रहे हैं उनकोचेचक Chickenpoxके वायरस से बचाने के लिये प्रतिरोधक चिकित्सा अर्थात Preventive Treatment और दूसरी जिनको यह रोग हुआ है अर्थात रोगी के लिये प्रतिषेधक चिकित्सा अर्थात Curative Treatment किया जाता है। www.allayurvedic.org
➡ चेचक Chickenpox के लिये प्रतिरोधक चिकित्सा :
- जिस क्षेत्र मेंचेचक Chickenpoxका रोग फैलना शुरू हो जाये, वहाँ पर रहने वाले लोगों, जिनकोचेचक Chickenpoxका रोग अभी नही हुआ है उनको इस रोग से बचे रहने के उपाय करने चाहिये । ऐसा करने के लिये निम्न लिखित उपायों को अपनाया जा सकता है ।
- नीम की पाँच कोपलें लेकर उनको दो दाने काली मिर्च और पाँच पत्ते तुलसी के लेकर धोकर चबाना चाहिये । बच्चों को यह सब मिश्री के साथ दिया जा सकता है । यह प्रयोग आठ से दस दिन तक लगातार करना चाहिये ।
- व्यस्क व्यक्तिओं को चार चम्मच और आठ साल से छोटे बच्चों को एक चम्मच नारियल तेल दिन में दो बार पीना चाहिये ।
- रोज रात को सोते समय हल्दी वाला दूध पीना चाहिये ।
➡ चेचक Chickenpox के लिये प्रतिषेधक चिकित्सा :
- जब किसी कोचेचक Chickenpoxहो जाता है तो उस रोगी के लिये निम्न लिखित प्रयोग किये जाने चाहिये ।
- दस पत्ते तुलसी के लेकर दस कोपलें नीम के साथ पीसकर चटनी बनायें । यह चटनी एक चम्मच शहद अथवा समान मात्रा में मिश्री मिलाकर चेचक Chickenpoxके रोगी को खिलाने से पूरे शरीर में होने वाली जलन और खुजली में बहुत राहत मिलती है । यह प्रयोग रोज सुबह खाली पेट किया जाना चाहिये।
- चेचक Chickenpoxके लिये एक बहुत ही कारगर फकीरी नुस्खा है आप सभी के लिये लिख रहा हूँ । अनार के पत्ते, मुनक्का, गिलोय, मुलेठी और ईंख की जड़ ये सभी चीजे बराबर मात्रा में लेकर काढ़ा बनाकर थोड़ी सी मिश्री मिलाकर पीने सेचेचक Chickenpoxके समस्त उपद्रवों में राहत मिलती है । यह काढ़ा ताजा बनाकर रोज दो बार पिया जाना चाहिये। www.allayurvedic.org
- नीम की पत्तियों को पीसकर सारे शरीर पर लेप करने से बुखार हल्का होता है औरचेचक Chickenpoxके दाग भी नही रहते हैं।
- हर दो-तीन घण्टे बाद मेंचेचक Chickenpoxके रोगी को मुनक्का के दो दाने खिलवायें ।
- रोगी को रोज दो बार नारियल पानी पीने को दें ।
- बेलपत्थर का पका हुया गूदा चार चम्मच लेकर उसको गाय के दूध के साथ रोज सुबह शाम देना चाहिये ।
- Allayurvedic के सौजन्य सेचेचक Chickenpoxके बारें में दी गयी यह जानकारी आपको अच्छी लगी हो और लाभदायक लगी हो तो कृपया लाईक और शेयर जरूर कीजिये।