दालचीनी की सूखी पत्तियों और छाल को मसालों के रूप में प्रयोग किया जाता है। दालचीनी मोटापा कम करने के साथ-साथ कई बीमारियों को भी दूर करता है। शहद तथा दालचीनी को मिलाकर लेने से दिल की बीमारियां, कोलेस्ट्रॉल, त्वचा रोग, सर्दी जुकाम और पेट की बीमारियों को दूर किया जा सकता है।
सर्दी-जुकाम होने पर दालचीनी को एक चम्मच शहद मिलाकर सुबह-शाम लेने से आराम मिलता है। साथ ही हल्के गर्म पानी में एक चुटकी दालचीनी पाउडर और एक चुटकी पिसी काली मिर्च शहद में मिलाकर पीने से भी जुकाम और गले की खराश दूर होती है।
जोड़ों के दर्द को कम करने के लिए दालचीनी को हल्के गर्म पानी में थोड़े से शहद के साथ मिलाकर दर्द वाली जगह पर हल्के हाथों से मालिश करें। साथ ही एक कप हल्के गर्म पानी में एक चम्मच शहद और आधा चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर पीने से जोड़ों के दर्द में राहत मिलता है। www.allayurvedic.org
त्वचा की समस्या होने पर भी दालचीनी बहुत फायदेमंद है। खाज और खुजली होने पर दालचीनी पाउडर और शहद बराबर मात्रा में लेकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को लगाने से त्वचा की यह समस्या दूर होती है।
दालचीनी के प्रयोग से उल्टी तथा दस्त में आराम मिलता है। एक चम्मच शहद के साथ थोड़ा सा दालचीनी पाउडर मिलाकर लेने से पेट दर्द और एसिडिटी में राहत मिलती है और भोजन भी आसानी से पच जाता है।
चाय में एक चम्मच दालचीनी पाउडर और दो बड़े चम्मच शहद मिलाकर सुबह नाश्ते से लगभग आधा घंटा पहले पिएं। ऐसा रात को सोने के पहले करें। नियमित ऐसा करने से शरीर से बेकार चर्बी निकल जाएगी।
शहद और दालचीनी के पाउडर का पेस्ट बनाकर रोटी के साथ खाने से धमनियों में कोलेस्टॉल जमा नहीं होगा और दिल के दौरे की संभावना कम हो जाती है। www.allayurvedic.org
कैंसर जैसे घातक रोग के लिए भी दालचीनी फायदेमंद है। जापान और आस्ट्रेलिया के वैज्ञानिकों ने कहा की आंतों और हड्डियों के कैंसर को दालचीनी और शहद का उपयोग करके इसे पूरी तरह काबू किया जा सकता है। कैंसर के रोगियों को एक बड़ा चम्मच शहद और एक चम्मच दालचीनी के पाउडर को गर्म पानी के साथ एक महीने तक लेने से आराम मिलता है।