• मासिक धर्म दर्द : एक गिलास ठन्डे पानी में 2-3 नीम्बू निचोड़ कर रोज़ पीने से रहत मिलती है
  • तेज़ सिरदर्द : सेब को छीलकर बरिख काटें फिर उसमे थोडा सा नमक मिला कर सुबह खाली पेट खा ले
  • पेट फूलना : 1/4 चम्मच बेकिंग सोडा पानी में मिलाकर पिए
  • गले की खराश : 2-3 तुलसी की पत्तीयों को पानी में उबाले और उस पानी से गरारा करें
  • मुह का अल्सर : पका केला और शहद मिलाकर खाने से तुरंत राहत मिलती है या फिर इसे पेस्ट बनाकर भी मुह में लगाया जा सकता है
  • हाई बी पी (High Blood Pressure ) : 3 ग्राम मेथी दाना पाउडर सुबह- शाम पानी के साथ ले इसे 15 दिनों तक लेने से लाभ मालूम होता है यह मधुमेह में भी लाभकारी है
  • अस्थमा : आधा चम्मच दालचीनी पाउडर को एक चम्मच शहद के साथ मिक्स कर ले ,रात में सोने से पहले खाए
  • रुसी : कपूर और नारियल तेल लगाए इसे रोज़ रात को सोने से पहले लगाया जा सकता है

खांसी जुकाम के लिए :

  • सर्दी ,जुकाम और हल्का बुखार होने पर 5 -6 तुलसी के पत्ते ,एक लोंग ,एक पीपड़ खरल में बारीक कूट पीस ले। इसे आधे कप पानी में मिलाकर पी लें। बाद में आधा गिलास पानी पी लें। सुबह ,शाम दो बार तीन दिन लेने से आराम मिलता है। ठंडा पानी और ठंडी चीजे लेना बंद कर दे।
  • आधे ग्लास गरम पानी में आधी चुटकी हल्दी , एक चुटकी सेंधा नमक , तीन चार बूँद नींबू का रस डालकर दिन में तीन चार बार लेने से जुकाम में बहुत आराम मिलता है।
  • तीन चार लोंग ( clove ) सेककर पीसकर गर्म दूध में डालकर सोते समय पीने से खांसी ठीक हो जाती है।
  • सूखी खांसी या कफ वाली खांसी हो तो फिटकरी को पीस कर तवे पर भून लें। इस भुनी फिटकरी में दुगनी मात्रा पिसी हुई मिश्री मिला दें। ये मिश्रण आधा चम्मच सुबह शाम कुछ दिन लेने से बहुत लाभ होगा।
  • अनार के छिलके और लौंग समान मात्रा में पीसकर शहद के साथ चाटने से खांसी में आराम आता है।
  • अमरुद के ताजा कोमल पत्ते लगभग दस एक गिलास पानी में उबाल लें। छानकर शक्कर डालकर चाय की तरह पीने से खांसी जुकाम में आराम मिलता है।   www.allayurvedic.org
  • अमरुद को भूनकर खाने से सर्दी खांसी जुकाम में आराम मिलता है। दो तीन दिन यदि सिर्फ ये अमरुद खाया जाये तो बहुत पुराना जुकाम भी ठीक हो जाता है।

दाग व झाइयाँ मिटाने के घरेलु नुस्खे :

  • आधा चम्मच तुलसी का रस और आधा चम्मच नींबू का रस मिलाकर चेहरे पर पांच मिनट लगाकर रखे फिर धो लें। सुबह शाम लगाये। झाइयाँ और दाग धब्बे मिट जायेंगे और चेहरे की सुन्दरता बढ़ेगी।
  • तुलसी , नीम व बेर के दस-दस पत्ते दो चम्मच दही के साथ पीसकर चेहरे पर लगा ले। दस मिनट बाद धो लें। चेहरा चमक कर गोरा हो जायेगा। इससे pimples भी ठीक होती है और झुर्रिया से भी बचाव होता है।
  • संतरे के सूखे छिलके का पाउडर , बेसन , हल्दी , मुल्तानी मिटटी , चन्दन का पाउडर और गुलाब जल मिलाकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट से हलके हाथ से साबुन की तरह चेहरे पर मालिश करके धो लें। झाइयों के लिए ये बहुत उत्तम उपाय है।
  • पांच बादाम रात को भिगो दें , दूसरे दिन छिलका हटा कर बिलकुल बारीक पीस लें। अब इसे 50 ml गुलाब जल में डाल दें। दस बूँद चन्दन का इत्र भी इसमें मिला दें। इस मिश्रण को दिन मे तीन बार चेहरे पर जहाँ भी धब्बे या झाई है वहाँ लगाये। दाग धब्बे , झाई दूर हो जायेंगे। इसे शरीर के किसी भी हिस्से पर दाग हटाने के लिए लगाया जा सकता है।
  • सेब ( apple ) का गूदा , चन्दन पाउडर , बेसन व हल्दी मिक्स करके चेहरे पर हलके हाथ से मालिश करके धो लें। चेहरे से हर प्रकार के दाग धब्बे दूर होंगे।
  • पके हुए पपीते ( papite ) का गूदा मसल कर चेहरे पर दस मिनट तक लगा कर रखें फिर धो लें। दाग ( dag ) मिटेंगे और चेहरा एकसार होगा।
  • आधा चम्मच शहद , एक चुटकी नमक , दस बूँद सिरका मिलाकर चहरे पर फेस पैक की तरह लगा लें। दस मिनट बाद धो लें। ये प्रयोग करने से एक सप्ताह में झाइयाँ ( jhaiya ) मिट जाएँगी।
  • एक चम्मच जौ का आटा , दो चम्मच दूध व आधा चम्मच नींबू का रस मिलाकर चेहरे पर लगा लें। सूखने के बाद ठन्डे पानी से धो लें। ये बहुत अच्छा है
  • टमाटर का गूदा चेहरे के दाग धब्बों पर घिसने से चेहरा निखर जाता है।
  • खरबूजे के बीज और छिलकों को पीसकर लगाने से मुहासे ( pimples )और झाइयाँ ठीक होते है।
  • उड़द मोगर का पाउडर , ग्लिसरीन ,गुलाबजल और बादाम रोगन मिलाकर लगाने से चेहरा कोमल होगा व झाइयाँ दूर होंगी।
  • पांच बादाम भिगोकर छिलका निकले हुए , एक चम्मच चिरोंजी , आधी टिकिया कपूर , आधा चम्मच सरसों के दाने इन सबको मिलाकर बिलकुल बारीक पीस लें। अब इसमें गुलाब जल डालकर लेप बना लें। रोज नहाने से आधा घंटे पहले इसे चेहरे और गर्दन पर अच्छे से मलें फिर ठन्डे पानी से धो लें। चेहरे की हर प्रकार की झाइयाँ , मुहासे , दाग ,धब्बे , झुर्रिया ठीक होंगी और चेहरा चमकदार
  • व खूबसूरत बनेगा।

कब्ज के घरेलु उपाय और नुस्खे :

  • कब्ज kabj के लिए नियमित अग्निसार क्रिया करनी चाहिए इससे पेट जल्दी साफ होता है। ये इस प्रकार करते है :–
  • पैरों को दो फीट के फासले पर रखकर खड़े हो,अब घुटनों को मोड़ते हुए नीचे हो और दोनों हाथ घुटनों पर टिका दें ,पीठ सीधी होनी चाहिए ,अब पूरी साँस बाहर निकालकर साँस रोककर पेट को अंदर खींचें फिर ढीला छोड़े फिर खींचे फिर छोड़े इस तरह जितनी देर साँस रोक सके उतना करे , फिर सीधे खड़े हो जाएँ . चार पांच बार नोर्मल साँस लेकर ये क्रिया फिर दोहराएँ। ऐसा तीन चार बार करें फिर शौच के लिए बैठे। इससे पेट साफ होकर कब्ज (kabj ) से राहत मिलेगी
  • सुबह उठते ही तीन चार गिलास पानी पीयें और पेट पर थोड़ी देर हाथ फेरें । फिर जाएँ ।
  • भोजन के साथ सलाद के रूप में कच्ची गाजर , मूली , हरी ककड़ी , प्याज ,पत्ता गोभी आदि बारीक काटकर सेवन करना चाहिए।
  • ताकि भरपूर रेशे मिलें और कब्ज़ ना होने पाए।
  • सोने से पहले भीगी हुई किशमिश खाने से कब्ज ठीक हो जाती है। किशमिश को चार पाँच घंटे पानी में भिगोंना चाहिए।
  • छोटी हरड़ को पीस कर चूर्ण बन लें। ये चूर्ण आधा चम्मच रात को सोते समय गुनगुने पानी से फांक लें। आवश्यकता के अनुसार मात्रा कम या ज्यादा कर कर सकते है।
  • शाम का भोजन हल्का व सुपाच्य होना चाहिए। रात को गरिष्ठ भोजन हजम नहीं होता जिससे नींद नहीं आती और ये कब्ज़ भी पैदा करता है।
  • फलों में घुलनशील और अघुलनशील दोनों प्रकार के रेशे पर्याप्त मात्रा होते है जो पेट साफ करते है। विशेषकर नाशपती ( Pear )और बील कब्ज दूर करने के लिए अवश्य खाने चाहिए। इसके अलावा पपीता , आम और अनार आदि भी फायदा करते है ।
  • त्रिफला चूर्ण एक चम्मच रात को सोते समय गरम पानी के साथ लेने से कब्ज से छुटकारा मिल जाता है। त्रिफला चूर्ण बना बनाया बाजार में भी मिलता है , या आप पंसारी से हरड, बहेड़ा व आंवला समान मात्रा में लाकर पीसकर भी बना सकते है।
  • पांच चम्मच मुलहठी का चूर्ण , एक चम्मच सोंठ का चूर्ण व दो चम्मच गुलाब के सूखे फूल तीनो चीजें एक गिलास पानी में डालकर उबालें। जब आधा रह जाये तो छान कर ठंडा होने दें। ऱात को सोते समय इसे पियें। सुबह पेट आराम से साफ होगा , इससे आंव भी ठीक होती है कब्ज़ में भी आराम मिलता है।
  • त्रिफला चूर्ण- 2 चम्मच , अजवाइन – 2 चम्मच तथा सेंधा नमक – २ चम्मच मिलाकर पीसकर चूर्ण बना लें। ये चूर्ण रात को आधी से
  • एक चम्मच गरम पानी कुछ दिन लेने से पुरानी कब्ज भी ठीक हो जाती है।
  • ईसबगोल भूसी रात को गरम पानी या दूध के साथ लेने से कब्ज ठीक हो जाती है। मात्रा जरुरत के हिसाब से एक से तीन चम्मच ली जा सकती है।
  • एक कप गरम दूध में दो चम्मच अरण्डी का तेल मिलाकर लेने से सुबह पेट साफ हो जाता है।
  • अंजीर को रात को पानी में भिगो दें। रोजाना कुछ दिन सुबह ये भीगी अंजीर खाने से भी कब्ज में आराम मिलता है।
  • सप्ताह में एक व्रत या उपवास अवश्य करना चाहिए। इससे डाइजेशन सुधरता है ,कब्ज दूर होती है।