बढ़ती उम्र में चेहरे पर झुर्रिया पड़ने लगती हैं, ऐसे में कई महिलाएं जवां दिखने की चाहत में कई मिथकों को मानने लगती हैं जैसे ग्रीन जूस से चेहरे पर चमक आती हैं और जवां लुक मिलता है। जवां दिखने के लिए सिर्फ ये उपाय ही काफी नहीं हैं। कुछ और भी ऐसी तरकीब है जिन्हें अपनाने की जरूरत है।
एंटी-एजिंग से जुड़ा एक मिथक यह है कि रोजाना ग्रीन जूस जो गेहूँ के हरे ज्वारे का जूस होता है के सेवन से खून साफ होता है और चेहरे पर चमक आती है। यह बात सच है, लेकिन सिर्फ एक उपाय से आपके चेहरे पर चमक आ जाए और आप जवां दिखने लगे, ऐसा जरूरी नहीं। इसलिए अपनी दिनचर्या में क्लीजिंग, टोनिंग और मॉइश्चिराइजिंग को जरूर शामिल करें। व्यायाम और संतुलित आहार का सेवन करें। बढ़ती उम्र के असर को रोकने के लिए आपको अपनी जीवनशैली से जुड़ी हर पहलू पर ध्यान देना होगा।
जवां दिखने के लिए पानी खूब पीना चाहिए, क्योंकि इससे त्वचा में नमी बरकरार रहती है और शरीर से हानिकारक विषाक्त पदार्थ भी निकल जाते हैं। यह मिथक भी खूब प्रचलित है कि मॉइश्चराइजर के इस्तेमाल से सारी झुर्रियां दूर हो जाती हैं। यह आपकी त्वचा को नमी प्रदान करता है और पोषित त्वचा लंबे अर्से तक जवां नजर आती है।
त्वचा का रंग काला पड़ जाना और रूखापन आदि झुर्रियां पड़ने का पहला संकेत होते हैं। वैसे सामान्यतया 30 की उम्र के बाद ही झुर्रिया पड़ती हैं, लेकिन सही देखभाल और सही जीवनशैली का अभाव और तनावपूर्ण जीवन से यह कम उम्र में नजर आ सकती हैं, इसलिए स्वास्थ्य पर खास ध्यान दें।
कुछ लोग एंटी-एजिंग को जीन से जोड़ते हैं, लेकिन सच तो यह है कि अगर आपके दादा-दादी, माता-पिता स्वस्थ जीवनशैली को अपनाते हैं और आप नहीं अपनाते हैं तो आपका जवां लुक समय से पहले गायब हो सकता है। जलवायु, प्रदूषण, तनाव, त्वचा की देखभाल और जीवनशैली आदि आपकी त्वता पर असर डालती हैं।
मुस्कुराना या फ्राउनिंग (त्योरी चढ़ाना) चेहरे के लिए एक प्रकार का महज व्यायाम हो सकते हैं, इनसे झुर्रियां नहीं पड़तीं। धूम्रपान करने से, त्वचा में नमी की कमी, तनाव आदि कारणों से झुर्रियां पड़ती हैं। आपकी पूरी दिनचर्या, जीवनशैली का आपके शरीर और त्वचा पर काफी असर पड़ता है, इसलिए प्रसन्नचित रहें और संतुलित व स्वस्थ आहार ग्रहण करें।