गर्मी के दिनों में कोल्ड ड्रिंक छोड़िए और नैचुरल चीजें अपनाइएं। इसमें सबसे पहले जिसका नाम आता है वह है दही, जो दिल, दिमाग और पेट को शांत करता है। लेकिन जिन लोगों को दही खाना पसंद नहीं वे उसकी जगह छाछ पी सकते हैं। छाछ दही से बनी होती है जिसमें जीरा, कड़ी पत्ता, अदरक, नमक आदि डाला जाता है। नेचुरोपैथी के डा. जयंत सिन्हा बताते हैं कि छाछ पेट को शांत तो रखती है और हाजमा भी सुधारती है। आइए जानें इसके फायदों के बारे में:
- हाई ब्लड प्रेशर को करें कम: जिन चीजों से छाछ तैयार होती है वह एन्टीवायरल, एन्टीबैक्टिरीयल और एन्टी कैंसर गुणों के साथ कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करती हैं।
- हाजमा बढ़ाएं: जब भी आप खाना खायें और एसिडिटी या बदहजमी की आशंका लगे तो छाछ लें। छाछ में जो मसाले उपयोग किए जाते हैं वह हाजमे की शक्ति को बढ़ाने में मदद करते हैं
- एसिडिटी से दिलाएं राहत: एसिडिटी के कारण पेट या छाती में जलन हो रही हो तो थोड़ा-थोड़ा करके छाछ पियें। मिनटों में आराम मिल जाएगा। छाछ में मिली काली मर्चि और अदरक डकार और एसिडिटी से आराम दिलाते हैं।
- डिहाइड्रेशन होने से बचाएं: नमक,पानी, दही और मसालों से बने छाछ में इलेक्ट्रोलाइट होता है जो शरीर में जल की मात्रा को बढ़ाकर डिहाइड्रेशन से बचाता है।
- कोलेस्ट्रोल को करे कंट्रोल: आयुर्वेद के अनुसार एक गिलास छाछ पीना सेहत के लिए फायदेमंद होता है। छाछ में कोलेस्ट्रॉल को कम करने का प्रभावकारी गुण होता है।
इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य व सटीक हैं तथा इन्हें अपनाने से अपेक्षित परिणाम मिलेगा। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।