अच्छी सेहत के लिए नींद लेना जितना महत्वपूर्ण है, उतनी ही अहम होती है सोते समय आपकी स्थिति। जी हां, सोते समय आपकी दशा और दिशा क्या है, आप किस करवट सोते हैं, यह सभी मिलकर आपकी सेहत को निर्धारित करते हैं। वैसे तो नींद में आप अपनी सहूलियत के अनुसार ही करवट बदलते हैं, लेकिन हम आपको बता दें, कि बाईं करवट सोने के अपने ही कुछ फायदे हैं।
बाई ओर करवट कर के सोने के फायदे:
बाईं करवट सोना आपके शारीरिक स्वास्थ्य के लिहाज से बहुत अच्छा होता है। इससे आपके दिल पर अधिक दबाव नहीं पड़ताए और वह बेहतर तरीके से कार्य कर पाता है। जिससे आप अधिक समय तक स्वस्थ रह पाते हैं। इस तरह से शरीर के विभिन्न अंगों और दिमाग तक रक्त के साथ ऑक्सीजन का प्रवाह ठीक तरीके से होता हैए और शरीर के सभी अंग स्वस्थ रहते हैं और अच्छी तरह से कार्य करते हैं।
गर्भवती महिलाओं के लिए बाईं करवट सोना ही सबसे बेहतर होता है। क्योंकि उससे गर्भस्थ शिशु के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव नहीं पड़ता। इसके अलावा एड़ीए हाथों और पैरों में सूजन की समस्या भी नहीं होती। शरीर में रक्त कर संचार बेहतर होता है और नींद भी अच्छी आती है। इस तरह से सोने पर आपको उठने पर थकान महसूस नहीं होगी और पेट संबंधी समस्याएं भी हल हो जाएंगी।
इस तरह से सोने पर भोजन अच्छी तरह से पचता है, और पाचन तंत्र पर अतिरिक्त दबाव भी नहीं पड़ता। बार्ईं करवट सोने से शरीर में जमा होने वाला टॉक्सिन लसिका तंत्र के माध्यम से निकल जाता है। अगर आपको अक्सर पेट में कब्जियत होती है, तो बाईं ओर सोने से कब्जियत से राहत मिल सकती है। इससे गुरूत्वाकर्षण के कारण भोजन छोटी आंत से बड़ी आंत में बहुत आराम से पहुंचता है और सुबह पेट साफ होने में आसानी होती है।
अगर आपको ऐसे बाई ओर सोने की आदत नही है तो आपको अपने शरीर के लिए प्रशिक्षण की जरूरत है। आप सोते समय दीवार के विपरित तरफ पीठ करके सोएं । ऐसे में आप धीरे-धीरे अपनी सही दिशा में आने का प्रयास करें और आप आराम से अपने बाई ओर की करवट के साथ अपनी नींद पूरी कर सकेंगे।