• नारियल के तेल में स्वास्थ्य-प्रद ढेर सारे लाभ हैं। नारियल का तेल त्वचा तथा बालों के बेहद फायदेमंद साबित होता है। साथ ही इसे खाना बनाने के प्रयोग में भी लाते हैं। नारियल के वृक्ष उष्ण कटिबंधीय क्षेत्रों में बहुतायत में पाए जाते है। 
  • इसके अलावा ये अमेरिका तथा ब्रिटेन जैसे देशों में भी पाए जाते हैं। यह बालों को नरम, चमकदार तथा स्वस्थ बनाता है। इसलिए आपको रसायन युक्त उत्पाद प्रयोग करने की कोई जरुरत नही है। अपने लोशन, कंडीशनर इत्यादि को भूल जाएँ।

आइये जानते हैं नारियल तेल के उपयोग-

  1. बालों की कंडीशनिंग में : एक कटोरी में पर्याप्त नारियल का तेल लें, और इसे पिघला लें। अब इसे उँगलियों के पोरों पर लगा कर सिर पर मालिश करें। अच्छे से समय देकर मालिश करें ताकि तेल सिर में अच्छे से अवशोषित हो जाए। तेल को जड़ों से बालों के सिरे तक लगाएं। सिर पर कोई पुराना कपडा या शावर कैप लगा कर रात भर के छोड़ दें। बाल बेहद खूबसूरत हो जायेगे।
  2. चेहरे को हाइड्रेट करने में : चेहरे को अच्छे से धो कर हल्के हाथों से पोंछ लें। चेहरे को रगड़ कर साफ़ न करें। नारियल का तेल आँखों के लिए भी बेहद अच्छा होता है। इससे डार्क सर्किल ख़त्म होते है तथा झुर्रियां भी मिट जाती हैं। इसे थोड़ी सी मात्रा में रुई पर लेकर आँखों के आस पास की जगह पर लगा लें। चेहरे पर कहीं भी खुश्क जगह है तो नारियल का तेल लगाने से फायदा मिलता है। नारियल का तेल फाटे होठों के लिए भी बहुत अच्छा होता है। इसे नहाने या चेहरा धोने के बाद पूरे चेहरे पर हाइड्रेशन के लिए प्रयोग किया जा सकता है। आप आयल क्लींजिंग में भी नारियल का तेल इस्तेमाल कर सकते हैं।
  3. नारियल तेल से मधुमेह का उपचार : नारियल का तेल इन्सुलिन के स्तर में सुधर करता है। जिससे रक्त में शर्करा की मात्रा नियंत्रित होती है। नारियल के तेल में मौजूद मध्यम फैटी एसिड टाइप 2 मधुमेह के खतरे को कम कर देते हैं। ये कोशिकाओं में आसानी से अवशोषित होकर ऊर्जा में परिवर्तित हो जाते हैं।
  4. कोलेस्ट्रोल कम करने के लिए : यह एक गलत धारणा है कि नारियल का तेल दिल की सेहत के लिए अच्छा नहीं होता है। इसका कारण यह है कि इसमें संतृप्त वसा की एक बड़ी मात्रा होती है। वास्तव में, यह दिल के लिए फायदेमंद होता है। इसमें 50% लौरिक एसिड होता है, जो सक्रिय रूप से हृदय की विभिन्न समस्याओं को रोकने में मदद करता है। आहार में नारियल तेल का उपयोग अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाता है तथा रक्त में खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है। इससे रक्तचाप का स्तर कम होता है और लंबे समय तक दिल की बीमारी का खतरा कम हो जाता है।