आंवले का प्रयोग भारतीय घरों में कई रूपों में किया जाता है, लेकिन शायद आप यह नहीं जानते कि रोजाना सुबह एक गिलास आंवला का जूस पीना आपके स्वास्थ्य को कितना फायदा पहुंचा सकता है। डायबिटीज कंट्रोल करने से लेकर आपकी से पौरुष लाइफ को बेहतर बनाने तक आंवले का जूस आपके लिये बहुत ज़रूरी है। आइये जानते हैं इससे मिलने वाले फायदों के बारे में…
आंवले के जूस के 7 फायदे
- ख़राब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करना : अगर आप हाई कोलेस्ट्रॉल से पीड़ित हैं तो सिर्फ एक ग्लास आंवले का जूस आपके लिये बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। जर्नल मेनोपॉज में प्रकाशित एक शोध के अनुसार, आंवले के नियमित सेवन से ख़राब कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होती है और शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाती है। इसके अलावा ये ट्राईग्लीसेराइड लेवल को कम करके इंसुलिन रेजिस्टेंस को भी बढ़ा देते हैं।
- बालों के लिये फायदेमंद : विटामिन सी और एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होने के कारण आंवले के जूस का नियमित सेवन आपके बालों के लिये वरदान है। ये बालों को तेजी से बढ़ाने के अलावा उन्हें मजबूत और काला बनाये रखते हैं।
- त्वचा के लिये फायदेमंद : आंवले में एंटी-आक्सीडेटिव क्षमताएं होने के कारण यह आपकी त्वचा को हमेशा यंग बनाये रखते हैं और बढती उम्र के प्रभावों को आपसे दूर रखते हैं।
- सर्दी-जुकाम से राहत : आंवले में ऐसे कई औषधीय गुण होते हैं जिनसे यह आपको सर्दी जुकाम जैसी आम बीमारियों से लम्बे समय तक बचाये रखते हैं।
- डायबिटीज को कंट्रोल करना : जर्नल फ़ूड एंड फंक्शन में 2004 में प्रकाशित एक शोध के अनुसार आंवले में गैलिक एसिड, गैलोटेनिन, एलैजिक एसिड और कोरिलैगिन पाये जाने और उनके एंटी-डायबिटिक क्षमताओं के कारण यह आपके ब्लड ग्लूकोज लेवल को कम करते हैं और आपके डायबिटीज को नियंत्रण में रखते हैं। इसलिए रोजाना जूस पीना न भूलें।
- कैंसर से बचाव : आंवले में एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और इम्यूनोमॉड्यूलेटरी क्षमताएं होने के कारण इसके जूस का नियमित सेवन हमारे शरीर को कैंसर से बचाने में मदद करता है।
- पौरुष लाइफ बेहतर बनाने में मददगार : आंवले में शक्तिवर्धक गुण पाये जाते हैं, साथ ही ये विटामिन सी के भी मुख्य स्रोत होते हैं जिस कारण ये पौरुष को बढ़ाने में मदद करता है। अंतरंग के दौरान आपकी क्षमता को भी बढ़ाने में मदद करते हैं जिससे आपकी लाइफ़ और बेहतर हो जाती है।
आंवले के अन्य 6 फायदे :
- श्वसन प्रणाली साँस लेने एवं छोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। लेकिन सर्दी, खांसी, दमा, ब्रांकाइटिस एवं यक्ष्मा जैसे श्वसन संबंधी रोग सांस लेने में गंभीर कठिनाई पैदा कर देते हैं। आँवला इन कठिनाइयों को दूर करने मे निपुण है। परंतु आँवला शीतल स्वाभाव का होता है, इसलिए इसका सेवन शहद या फिर काली मिर्च के साथ ही करना चाहिए।
- आँवला गले को भी तंदुरस्त रखने में सहायता करता है। अदरक के जूस के साथ इसका सेवन करने से गल-शोथ (sore throat) एवं थाइरोइड (thyroid) जैसे विकारो से मुक्ति मिलती है।
- आँवला हृदय को आरोग्य रखने का भी एक सबल तरीका है। यह मधुमेह को दूर कर आपकी जिंदगी को मधुमय बना देता है। यह रक्तचाप को नियनतरण में रखता है और हृदय रोग एवं दिल के दौरे से बचाव करता है।
- लिवर न केवल मानव शरीर में सबसे बड़ी ग्रंथि है, लेकिन यह काफी महत्वपूर्ण भी है। इसके बिना मानव शरीर 2 दिनों के भीतर काल को प्राप्त हो सकता है।
- स्वस्थ शरीर में सुदृढ़ पाचन शक्ति की एक उत्कट भूमिका है। आँवला व्यापक रूप से औषधीय दुनिया में पाचन तन्त्र को सुधारने एवं शक्तिशाली बनाने में प्रयोग किया जाता है। यह गैस्ट्रो-आंत्र विकारों (gastro-intestinal disorders) से भी छुटकारा दिलाता है। यह एक मज़बूत पाचन उत्तेजक और रेचक (laxative) है और न केवल पाचन में सुधार लाने में लेकिन बृहदान्त्र (colon) सफाई में भी मदद करता है। चाहे वह मामूली-सा कब्ज़ (constipation) और डायरिया (diarrhea) हो या फिर गंभीर बवासीर (piles or haemorrhoids), आँवला सब में बहुत प्रभावशाली है।
- कब्ज़ के लिए आंवला पाउडर को एक चम्मच गर्म पानी के साथ लें और बवासीर के लिए आँवला को गर्म पानी में उबालें और उसे सानने के बाद इसमें चीनी मिलायें। इस मिश्रण को एक चम्मच रोज़ खायें। दस्त के लिए आप इसका रस पी सकते है। यह क्षुधा में भी सुधार लता है।