- ऐसा कई बार देखनो को मिलता है की शरीर की त्वचा पर त्वचा के रंग से भिन्न लकीर या धारियों के निशान पड़ने लगते हैं, इन्हे ही स्ट्रेच मार्क्स कहते हैं। सामन्यतः ये पेट पर अधिक होते हैं, परन्तु ये शरीर के किसी भी अंग की त्वचा जैसे हाथ, कोहनी के पास, पैरों की पिंडलियाँ, जांघ आदि पर भी हो सकते हैं। महिलाएं मुख्यतः इससे बहुत ही परेशान रहती है।
- पुरुष वर्ग भी इन निशान की समस्या से अनछुआ नहीं है। बहुत अधिक कसरत या सही कसरत ना करने पर भी शरीर पर कुछ निशान बनने लगते हैं। कई बार स्ट्रेच मार्क्स शरीर के बड़े हिस्से में भी होने लगते हैं। अगर इन पर ध्यान नहीं दिया जाए, तो यह समस्या बढ़ने लगती है। हमारी कुछ महिला पाठको ने हमसे कमेंट करके पूछा है की डिलीवरी के बाद पेट पर पड़े सफ़ेद निशानों (स्ट्रेच मार्क्स) को कैसे मिटाए, इसीलिए आज यह पोस्ट उन माता-बहनो के लिए है जिन्हें माँ बनने के बाद स्ट्रेच मार्क्स की समस्या है। जब औरत के गर्भ में बच्चा पलता है तो उसके पेट की साइज़ धीरे धीरे बढ़ने लगती है और पेट के नीचले हिस्से पर खिचाव होता रहता है और त्वचा पूरी खीच जाती है।
- इसके अलावा जांघो पर, कूल्हे पर और ब्रैस्ट वाले हिस्से पर यह प्रेशर पड़ता रहता है। बच्चे का जन्म होने के बाद जैसे ही इन अंगो पर से खिचाव कम होता है तो स्किन वापस अपनी पुरानी कंडीशन में आने लगती है लेकिन इसकी वजह से हमारे पेट के नीचले हिस्से में और दोनों जांघो और कूल्हे पर स्ट्रेच मार्क्स पड़ जाते है। मेडिकल की भाषा में इस कंडीशन को स्ट्राई ग्रेवीड्रम कहती है जिसका मतलब होता है खिचाव के निशाँन।
- ज्यादातर महिलाओ में ये निशान डिलीवरी होने के कुछ दिन बाद अपने आप ही धीरे धीरे गायब हो जाते है। लेकिन काई बार ये निशान स्थाई रूप से हमेशा के लिए भी रह सकते है लेकिन शुक्र है की कुछ आयुर्वेदिक उपायों द्वारा इन्हें आसानी से मिटाया जा सकता है। आइये जानते है वो कौन कौनसे आयुर्वेदिक उपाय है जिनके द्वारा इन निशानों से हमेशा के लिए छुटकारा पाया जा सकता है।
स्ट्रेच मार्क्स होने के कारण :
- त्वचा की रचना में तीन परतें होती हैं, सबसे पहली परत अधिचर्म होती है। यह सबसे बाहरी त्वचा होती है, जिसे एपिडर्मिस भी कहते हैं। इसके बाद मध्य में अंदरूनी परत जिसे डर्मिस कहते हैं, होती है एवं सबसे निचली परत हायपोडर्मिस होती है। मुख्यतः स्ट्रेच मार्क्स मध्यम परत में होते हैं। मध्यम परत, डर्मिस में किसी भी तन्तु या कोशिका का खिंचाव तो स्ट्रेच मार्क्स के लिए जिम्मेदार होते हैं।
- महिलाओं में प्रेगनेंसी के बाद यह समस्या आम हो गई हैं। ऑपरेशन से डिलीवरी होने के बाद तो स्ट्रेच मार्क्स होने की सम्भावना अधिक हो जाती है। ऑपरेशन के कारण पेट पर कई धारियां एवं निशान रह जाते हैं। इन्हे ही स्ट्रेच मार्क्स कहते हैं। महिलाओं के लिए इन निशान को मिटाना बहुत ही कठिन हो जाता है।
- एक शोध में पाया गया है, कि महिलाओं में स्ट्रेच मार्क्स होने की मुख्य वजह अनुवांशिक है। अगर आपकी माताजी भी उनकी प्रेगनेंसी के दौरान स्ट्रेच मार्क्स की समस्या से परेशान थी, तो आपको भी 84 % तक स्ट्रेच मार्क्स होने की सम्भावना है।
- स्ट्रेच मार्क्स होने का दूसरा कारण वजन में अचानक आई कमी या बढ़ोतरी भी है। वजन के अचानक बढ़ने या घटने से पेट की नसों में खिंचाव आने लगता है, जिसकी वजह से उस क्षेत्र का रक्तसंचार प्रभावित होता है, और उस जगह की त्वचा पर हल्के रंग के निशान बनने लगते हैं।
- अनुवांशिक हार्मोन में बदलाव या अचानक शरीर की अवस्था में परिवर्तन होने के कारण भी स्ट्रेच मार्क्स होने लगते हैं।
- जैसे जैसे त्वचा में खिंचाव आता है, collagen (कोलेजन- हड्डी में पाया जाने वाला तन्तु) कमजोर पड़ता है और शरीर के हार्मोन्स के बनने के चक्र में बाधा आने लगती है और जिसके कारण सबसे ऊपरी परत एपिडर्मिस में निशान पड़ने लगते हैं। शुरुआत में यह निशान हल्के गुलाबी या लाल रंग के होते हैं परन्तु कुछ समय बाद ये चमकीली हल्के रंग की धारियां बनकर स्ट्रेच मार्क्स को जन्म देते हैं।
- खाने में आवश्यक पोषक तत्वों की कमी से भी कोशिकाओं का बनना एवं बढ़ना प्रभावित होता है, जिससे खिंचाव बढ़ता है और शरीर की बाहरी त्वचा पर निशान या स्ट्रेच मार्क्स होने लगते हैं।
पेट पर पड़े सफ़ेद निशानो (स्ट्रेच मार्क्स) को दूर करने के घरेलु उपाय :
- जैतून के तेल : जैतून के तेल में कई ऐसे तत्व और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो स्ट्रेच मार्क्स को दूर करते हैं। जैतून के तेल में सिरका और पानी मिलाएं और सोने से पहले मार्क्स पर लगा लें।
- एलोवेरा : एलोवेरा का तो कहना ही क्या ये त्वचा का मित्र है। हैरत होगी यह जानकर कि ऐलोवेरा लगाने से स्ट्रेच मार्क्स गायब हो जाते हैं। इसका तरीका यह है कि एलोवेरा को डिलीवरी के बाद पड़े स्ट्रेच मार्क्स पर नियमित रगड़ें। कुछ देर बाद धो लें। ऐसा भी कर सकती हैं कि जेल को रात भर लगाकर छोड़ दें। सुबह धो लें।
- अरण्डी का तेल : स्ट्रेच मार्क्स को हटाने के लिए अरण्डी के तेल का उपयोग भी किया जाता है। इसे 5-10 मिनट के लिए निशान पर ऊँगली से गोल घुमाकर मालिश करते हुए लगाइए और फिर उतनी जगह को किसी कपड़े से बाँध (जैसा किसी पर पट्टी बांधते हैं) कर आधे घंटे तक गुनगुने पानी की भाप दीजिये। एक महीने तक ऐस करने से निशान गायब होने लगेंगे।
- नींबू, आलू, टमाटर का पेस्ट : नींबू का रस भी कारगर है। पानी में मिलाकर नींबू का रस लगाएं। दो से तीन मिनट में हटा दें। इसी तरह आलू का रस काम करता है। आलू में ऐसे विटामिन और मिनरल होते हैं जो त्वचा की कोशिकाओं को बढऩे में मदद करते हैं। आलू के टुकड़े काटकर मार्क्स पर लगाएं। सूखने पर धो डालें। टमाटर का काम में लें। टमाटर का पेस्ट बनाकर पेट पर लगा लें। लगभग 30 मिनट बाद धो डालें।
- सेब का सिरका : सेब का सिरका लगाकर देखें। कुछ दिनों में फर्क नजर आ जाएगा। निशान हटाने के लिए सेब के सिरके को पानी में घोलकर 20 मिनट के लिए निशान पर लगाएं। गुनगुने पानी से साफ कर लें।
- अंडे की सफेदी : अंडा प्रोटीन का सबसे अच्छा स्त्रोत है। अंडे की सफेदी में एमिनो एसिड और प्रोटीन भरपूर मात्रा में होता है। जिस भी जगह पर किसी प्रकार के निशान हो, उस पर अंडे की सफेदी को 15-20 मिनट तक (जब तक सुख ना जाये) लगा कर रखिये। फिर उसे ठन्डे पानी से धो लीजिए। इसके बाद उस पर नमी के लिए जैतून का या कोई और तेल लगाइए। ऐसा रोजाना कुछ दिनों तक करने पर स्ट्रेच मार्क्स हल्के होने लगेंगे।
- चीनी, बादाम का तेल और नींबू : चीनी नेचुरल स्क्रबर का काम करती है। यह अच्छी तरकीब है बिना दवा के स्ट्रेच मार्क्स हटाने का। इसके लिए एक चम्मच चीनी में बादाम का तेल और नींबू कुछ बूंदें मिलाकर मार्क्स पर लगा लें। हल्के हाथों से स्क्रब करें। रोज ऐसा करने से मार्क्स हल्के पड़ जाएंगे।
- तेल मालिश है बहुत उपयोगी : आप अपनी पसंद का कोई भी तेल चुन लीजिये और दाग, और खिचाव के निशान वाली जगह पर इसकी मालिश करे | ऐसा रोजाना करने से डिलीवरी के 3 महीने के अन्दर सभी प्रकार के दाग चाले जाते है | विशेषतौर से आप बादाम और जैतून का तेल इस्तेमाल कर सकती है |
- नींबू के इस्तेमाल से निशान मिटाए : ताजा नींबू के दो टुकड़े कर ले और उसे निशानों पर गोल गोल घुमाकर रगड़े और 15 मिनट के लिए ऐसे ही छोड़ दे | आप चाहे तो खीरे और नींबू को मिलाकर पेस्ट बनाले और उन्हें निशान वाली जगह पर लगा दे | उसके बाद 15 मिनट ऐसे ही रहने दे फिर गर्म पानी से धो ले |
- आलू का रस : आलू को मिक्सी में पीसकर उसका रस निकाले और उसे खिचाव वाले निशानों पर लगाये और 15 मिनट के लिए छोड़ दे | उसके बाद गर्म पानी से धो ले, ऐसा करने से कुछ ही महीनो में ये निशाँन अपने आप ही चले जायेंगे |
- मॉइस्चराइजर से मिटाए निशान : आप कोई भी अच्छा सा मॉइस्चराइजर अपने निशाँ वाली जगह पर लगाये | इनके प्रयोग से भी खिचाव वाले निशान कुछ ही दिनों में पूरी तरह से साफ़ हो जाते है | आप चाहे तो बेहतर और जल्दी फायदे के लिए विटामिन E के कैप्सूल को मॉइस्चराइजर में मिलाकर भी लगा सकती है | इससे और भी जल्दी फायदा होगा|
- पानी के उपयोग से : जब आप रोजाना उचित मात्रा में पानी पीओगे तो समय के साथ सभी स्ट्रेस मार्क्स अपने आप ही मिट जायेंगे | कम पानी पीने की कंडीशन में ये निशान हमेशा के लिए भी ऐसे के ऐसे ही रह जायेंगे |