- जानिए कैसे इसके जूस से लेकर जड़ तक के सेवन करने से कौन कौन से लाभ है | भारत में पाए जाने वाले सभी फलो में से एक फल बेल भी है, इसका वनस्पति नाम Limonia acidissima है | बेल को कई अन्य नामो से भी जाना जाता है शाण्डिल्रू, श्री फल, सदाफल बेल हाथियों का पसंदीदा फल होने के कारण इसे हांथी एप्पल भी कहा जाता है | सभी जगहों पर इसके गुणवत्ता और इस्तेमाल के अनुसार इसके कई नाम रखे गए है |
- बेल की संरचना नारियल के मुताबिक बहार से hard परन्तु अन्दर से मुलायम | बेल का आकार गोल होता है और इसका व्यास 5-15 cm तक होता है | इसका बहरी सतह चिकना होता है, और इसका रंग हल्का हरा होता है परन्तु पकने पर इसका रंग पिला हो जाता है | पके हुए फल को तोड़ने पर इसके अन्दर लसादार गुद्दा होता है जो खाने में स्वादिष्ट होता है | इसके पेड़ ज्यादा से ज्यादा 30-35 feet लम्बा होते है |
बेल का इस्तेमाल :
- धार्मिक कथाओ के अनुसार बेल के पेड़ को शुभ माना गया है, जिस कारण वस यह अधिकतर मंदिर परिसद में पाया जाता है| हिन्दू धर्म के अनुसार बेल के जड़ में भगवान शंकर जी का वास माना जाता है, एवं इसकी तीन पत्तियाँ आपस में जुड़े होने के कारण इसे त्रिदेव का स्वरुप माना जाता है और इसे पूजा में इस्तेमाल किया जाता है | इसके अलावा बेल के फल और पत्तियों को दवा के रूप में इस्तेमाल किया जाता है|
बेल में पाए जाने वाले तत्व :
- बेल में कई प्रकार के रसायनिक तत्व पाए जाते है जो हमारे शरिर को स्वस्थ रखने में कारगर सिद्ध हिता है | बेल में निम्न तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते है जो हमें कई रोगों से दूर रखता है|
- Calcium
- Phosphorus
- Fiber
- Protein
- Iron
- Vitamin
- Organic Compounds
बेल खाने के 11 फायदे :
- वैसे तो बेल जूस के कई तरह के फायदे है, पर आप इसे चाहे सीधा खाए या फिर जूस बना कर, दोनों ही तरीके से यह फायदा ही पहुचता है | इसके अलावा बेल की जड़ भी काफी लाभदायक है | बेल में कई प्रकार के औषधिये गुण पाए जाते है जो हमारे शरिर को स्वस्थ रखने में हमे मदद करता है | पेट संबंधित बीमारियों के लिए बेल रामबाण इलाज साबित होता है | तो आइये आज जानते है बेल के फायदे और हमे किन बीमारियों से यह बचाता है :
- दिल संबंधित बीमारी – बेल के रस में कुछ बूंद घी मिलाले और इसका नियमित सेवन करने करे, यह हमारे body में blood sugur को नियंत्रित कर हमारे दिल को स्वस्थ रखने में मदद करता है |
- Cholesterol – अगर आप नियमित रूप से बेल के रस का सेवन करते है तो यह हमारे शरिर में cholesterol को नियंत्रित करने में मदद करता है|
- गैस और कब्ज – अगर आप गैस और कब्ज से लगातार परेशान है और इससे सच में छुटकारा पाना चाहते है तो बेल के रस का नियमित सेवन करे इससे कब्ज और गैस से जल्द छुटकारा मिलेगा |
- दस्त और डायरिया – बरसात के मौसम में अक्सर दस्त और डायरिया की बिमारी होती है | अगर आपके घर में किसी को दस्त या डायरिया हुआ है तो आप उस व्यक्ति को बेल का रस चीनी या गुड के साथ दे सकते है |
- गर्मी से बचाव – बेल के रस का नियमित सेवन से पेट गर्म नहीं होता और हमारे body को अन्दर से ठंडा रखता है और गर्मियों में लू से बचाता है |
- कैंसर – बेल के रस का नियमित सेवन कैंसर जैसे रोग से बचाता है और महिलाओ में होने वाले breast cancer की संभावना को कम करता है |
- खून साफ करता है – बेल के रस में थोडा गुनगुना पाने और सहाद मिलाकर नियमित सेवन किया जाए तो ये हमारे खून को साफ करता है |
- पेट संबंधित बीमारियाँ – मनुष्य में होने वाले आधा से ज्यादा बीमारी पेट की गड़बड़ी के कारण होता है, बेल के नियमित सेवन हमारे पेट को साफ करता है और साथ ही पेट संबंधित बीमारियों को दूर करता है |
- Diabetes – अगर आप diabetes से ग्रषित है तो रोजाना 10-12 बेल के पट्टी को पीसकर रस निकल ले और इसका सेवन करे | इससे diabetes से जल्द रहत मिलती है |
- खून की कमी – अगर आपके शरिर में खून का निर्माण नहीं हो रहा है तो आप पके हुए सूखे बेल के गिरी को अच्छे से पीसकर चूर्ण बना ले और से रोजाना दूध में मिश्री के साथ एक चमच ले | इससे शरिर में नए खून का निर्माण होता है
- Scurvy – मनुष्य के शरिर में vitamin c के कमी से स्कर्वी रोग होता है, बेल में vitamin c भरपूर मात्र में पाया जाता है, ये हमे scurvy रोग से दूर रखता है |