- घुटना हमारे शरीर का सबसे बड़ा और सबसे जटिल जोड़ है। ऐसा प्रायः देखा गया है की बढती हुई उम्र के साथ अक्सर लोग घुटने के दर्द से ग्रस्त हो जाते है. कभी कभी घुटने में दर्द के साथ सूजन भी रहती है. जब यह दर्द अधिक हो जाये तो छोटे मोटे रोज मर्रा के काम भी मुश्किल हो सकते हैं, जैसे की हल्का वजन उठाना, सीडियां चड़ना, या थोड़े दूर पैदल चलना. हो सकता है की पहले आपको सिर्फ एक ही पैर में दर्द हो, परन्तु थोड़े समय के बाद दोनों घुटनों में दर्द होने लगे।
- घुटने में अनेक कारणों से ऐसा दर्द हो सकता है. अगर सही समय में जांच हो जाये तो ये संभव है की उचित उपचार से या तो आप पूरी तरह दर्द से निजात पा सकते हैं, नहीं तो कम से कम रोग को आगे बढने से रोका तो जा ही सकता है. इस तरह की जांच कोई हड्डी रोग विशेषज्ञ ही सही तरह से कर सकता है. अगर आप ऐसे किसी भी दर्द से कुछ हफ़्तों या उससे भी अधिक अवधि से पीड़ित हों, तो बिना और समय गवाएं बिना एक अच्छे डॉक्टर से जांच अवश्य कराएं।
इनसे परहेज करें
- पशुजन्य वसा और प्रोटीन।सब्जियाँ जैसे आलू, शिमला मिर्च, बैंगन लाल और हरी मिर्च।आपके भोजन में उपस्थित सोडियम और नमक सूजन को और पानी के धारण होने की मात्रा को बढ़ाता है, जिससे घुटनों पर दबाव बढ़ता है और दर्द होने लगता है।
योग और व्यायाम
- व्यायाम आपके जोड़ों को जकड़न से दूर करता है और गति को आसान करके और दर्द को कम करके आवश्यक सहयोग प्रदान करता है। वे व्यायाम जो घुटने के क्षेत्र को राहत देते है और मजबूती प्रदान करते हैं, उनमें हैं: हेमस्ट्रिंग स्ट्रेचेसनी टू चेस्ट एक्सरसाइजेज क्वाड्रीसेप्स स्ट्रेचेस।फॉरवर्ड बेंड चेयर स्क्वेटकाफ रेज योग। घुटने के दर्द को कम करने वाले योगासन हैं – योद्धासन, ताड़ासन, मकरासन, वीरासन।
घरेलू उपाय (उपचार)
- आराम करें और दर्द बढ़ाने वाली गतिविधियां ना करें।बर्फ और गर्म पैड्स लगाएँ जो दर्द और सूजन कम करने में सहायक होते हैं।सूजन कम करने के लिए अपने घुटने को जितना हो सके उठाकर रखें। घुटनों के नीचे या बीच में तकिया रखकर सोएँ।ठीक होते समय घुटने को ज्यादा हिलने-डुलने से बचाने के लिए ब्रेस पहनें।यदि आपका वजन अधिक है तो उसे कम करें।ज्यादा लम्बे समय तक खड़े ना रहें। यदि खड़े होना ही हो तो मुलायम, गद्देदार जगह पर रहें। दोनों पैरों पर समान भार देकर खड़े रहें। जब आप सोएँ तो करवट के समय घुटनों के बीच तकिया रख लें ताकि दर्द कम हो सके।सपाट जूते पहनें जो गद्देदार और सुविधाजनक हों।
- RARA Factor जिनका प्रोब्लेमाटिक है और डॉक्टर कहता है के इसके ठीक होने का कोई चांस नही है | कई बार कार्टिलेज पूरी तरह से ख़तम हो जाती है और डॉक्टर कहते है के अब कोई चांस नही है Knee Joints आपको replace करने हि पड़ेंगे, Hip joints आपको replace करने हि पड़ेंगे | तो जिनके घुटने निकाल के नया लगाने की नौबत आ गयी हो, Hip joints निकालके नया लगाना पड़ रहा हो उन सबके लिए यह औषधि है जिसका नाम है हरसिंगार, इसके 5-6 पत्तों का काढ़ा सुबह के वक़्त खाली पेट पीना चाहिए।
- आप कभी भी Knee Joints को और Hip joints को replace मत कराइए | चाहे कितना भी अच्छा डॉक्टर आये और कितना भी बड़ा गारंटी दे पर कभी भी मत करिये | भगवान की जो बनाई हुई है आपको कोई भी दोबारा बनाके नही दे सकता | आपके पास जो है उसिको repair करके काम चलाइए | हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री अटल जी ने यह प्रयास किया था, Knee Joints का replace हुआ अमेरिका के एक बहुत बड़े डॉक्टर ने किया पर आज उनकी तकलीफ पहले से ज्यादा है | पहले तो थोडा बहुत चल लेते थे अब चलना बिलकुल बंध हो गया है कुर्सी पे ले जाना पड़ता है | आप सोचिये जब प्रधानमंत्री के साथ यह हो सकता है आप तो आम आदमी है |
हमारे द्वारा परिक्षण कीया गया है जिसमे काफी सफल रही है यह आैषधि। यह आपको जोइन्ट रीप्लेसमेंट से भी बचा सकती है :
- घुटनो मे गैप होना
- केल्शियम की कमीं होना
- घुटनो की चिकनाहट कम होना
- असह्य घुटनो का दर्द
- विटामिन्स एवं बि-12 की कमी
- मांसपेशियो का दर्द
- संधिवात, आमवात
- घुटनो मे सुजन आना
- विटामीन डी-3 की कमी
उपर लिखी गइ सभी समस्याओ मे रामबाण इलाज है | सिर्फ 3-6 महिनों मे आपके घुटने हो जायेंगे बिल्कुल स्वस्थ। घुटनो के दर्द, कमर दर्द, साइटीका, कैल्शियम की कमी, युरीक एसीड और ज्वाइंट रेप्लेसमेंट से बचने आदि को समाप्त करने वाला असाधारण योग।
आवश्यक सामग्री :
- सफेद मुसली – 50 gms
- अश्वगंधा – 50 gms
- गोखरु – 50 gms
- शतावर जड – 50 gms
- इलायची – 30 gms
- सौंठ – 20 gms
- प्रवाल पिष्टी – 10 gms
- शंखभस्म – 10 gms
- सुवर्णमाक्षिकभस्म 10 gms
- गोदंती भस्म – 10 gms
- कुकुडान्तंक भस्म 10 gms
- कर्पदिका भस्म – 10 gms
बनाने का तरिका :
- कुछ भस्मे जो है जैसे की प्रवाल पिष्टी, शंखभस्म, सुवर्णमाक्षिकभस्म, गोदंती भस्म, कुकुडान्तक भस्म, कर्पदिकाभस्म, वगेरह चिजे आपको आयुर्वेदिक दुकान से मिलेगी। ज्यादातर बैधनाथ की भस्मे लेने का ही आग्रह रखे| आैर बाकी की सारी आैषधियां पंसारी से मिलेगी। इन सभी 12 औषधियों को खरल करके एक जान कर ले और महीन चूर्ण बना ले।
सेवन करने विधी :
- सुबह शाम 1-1 चम्मच जीसका वजन कम है वह गुनगुने दूध के साथ नास्ते के बाद लिजिये | आैर जिसका वजन ज्यादा है वह खाने के 30 मिनिट पहले गुनगुने दूध के साथ ही सेवन करे। घुटनो के दर्द, कमर दर्द, साइटीका, आमवात, केल्शियम की कमी, यरीक एसीड बढ़ना वगेरह के लिये यह योग किसी रामबाण से कम नही।
- यह योग आप किसी अनुभवी आयुर्वेदाचार्य या चिकित्सक के परामर्श द्वारा उनकी उपस्तिथि में बनाए, क्यूँकि औषधियों की मात्रा इस योग की गुणवत्ता पर प्रभाव डालती है।
- अगर आप यह आैषधि हमारे अनुभवी डॉक्टर साहब के द्वारा बनी बनाई कुरीयर द्वारा प्राप्त करना चाहते है तो हमसे मंगवा सकते है। यह 30 दिनो का कोर्स है।
- इस योग का मूल्य इतना इसलिए है क्योंकी जो भस्म और औषधियाँ है वो उच्च गुणवत्ता की उपयोग की गयी है। तभी सत-प्रतिशत परिणाम प्राप्त होगा। अगर आपको कोई संदेह है तो आप एक बार स्वयं बाजार में इन औषधियों के मूल्य जान ले। हमारा उद्देश्य है स्वस्थ भारत समृद्ध भारत। समाज सेवा सर्वोपरि।
- आप इस विशेष योग को चाहते है तो अपना पता पिन कोड के साथ हमे इस नंबर पर Whatsapp और Call कर सकते है। Dr. Ajaz Khan (Whatsapp & Call) +917999808084 Time – 10 AM to 8 PM (कृपया बताएं गए समय पर ही संपर्क करे।)
- नोट : यह योग सौ प्रतिशत औषधीय है इसमे कोई और दवाई नही है और ना ही इस योग का कोई साईड ईफेक्ट है।
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