Turmeric Milk | हल्दी दूध
आयुर्वेद में हल्दी को सबसे बेहतरीन नेचुरल एंटीबायोटिक माना गया है। इसलिए यह स्किन, पेट और शरीर के कई रोगों में उपयोग की जाती है। हल्दी के पौधे से मिलने वाली इसकी गांठें ही नहीं, बल्कि इसके पत्ते भी बहुत उपयोगी होते हैं। ये तो हुई बात हल्दी के गुणों की, इसी प्रकार दूध भी प्राकृतिक प्रतिजैविक है। यह शरीर के प्राकृतिक संक्रमण पर रोक लगा देता है।
हल्दी व दूध दोनों ही गुणकारी हैं, लेकिन अगर इन्हें एक साथ मिलाकर लिया जाए तो इनके फायदे दोगुना हो जाते हैं। इन्हें एक साथ पीने से यह कई स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं दूर होती हैं। हल्दी दूध के गुणो के कारण इसे गोल्डन मिल्क (Golden Milk) कहा जाता है। आइये जानते है इसके बारे में…
जैसा की आपको पता होगा की दूध में भरपूर मात्रा में विटामिन्स, कैल्शियम, आयरन तथा प्रोटीन जैसे तत्व पाए जाते हैं। ये सभी विटामिन्स हमारे शरीर के लिए बेहद जरुरी हैं। अगर हम बात करें हल्दी की तो हल्दी एक प्राकृतिक दर्द निवारक दवा है। हल्दी मै कई ऐसे तत्व होते हैं जो हमारे शरीर के लिए अत्यंत फायदेमंद होते हैं।
हल्दी दूध के फायदे | Benefits of Turmeric Milk | Haldi dudh ke fayde
हडि्डयों को पहुंचाता है फायदा : रोजाना हल्दी वाला दूध लेने से शरीर को पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम मिलता है। हड्डियां स्वस्थ और मजबूत होती है। यह ऑस्टियोपोरेसिस के मरीजों को राहत पहुंचाता है।
गठिया दूर करने में है सहायक : हल्दी वाले दूध को गठिया के निदान और रियूमेटॉइड गठिया के कारण सूजन के उपचार के लिए उपयोग किया जाता है। यह जोड़ो और पेशियों को लचीला बनाकर दर्द को कम करने में भी सहायक होता है।
टॉक्सिन्स दूर करता है : आयुर्वेद में हल्दी वाले दूध का इस्तेमाल शोधन क्रिया में किया जाता है। यह खून से टॉक्सिन्स दूर करता है और लिवर को साफ करता है। पेट से जुड़ी समस्याओं में आराम के लिए इसका सेवन फायदेमंद है।
कीमोथेरेपी के बुरे प्रभाव को कम करते हैं : एक शोध के अनुसार, हल्दी में मौजूद तत्व कैंसर कोशिकाओं से डीएनए को होने वाले नुकसान को रोकते हैं और कीमोथेरेपी के दुष्प्रभावों को कम करते हैं।
कान के दर्द में आराम मिलता है : हल्दी वाले दूध के सेवन से कान दर्द जैसी कई समस्याओं में भी आराम मिलता है। इससे शरीर का रक्त संचार बढ़ जाता है जिससे दर्द में तेजी से आराम होता है।
चेहरा चमकाने में मददगार : रोजाना हल्दी वाला दूध पीने से चेहरा चमकने लगता है। रूई के फाहे को हल्दी वाले दूध में भिगोकर इस दूध को चेहरे पर लगाएं। इससे त्वचा की लाली और चकत्ते कम होंगे। साथ ही, चेहरे पर निखार और चमक आएगी।
ब्लड सर्कुलेशन ठीक करता है : आयुर्वेद के अनुसार, हल्दी को ब्लड प्यूरिफायर माना गया है। यह शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को मजबूत बनाता है। यह रक्त को पतला करने वाला आैर लिम्फ तंत्र और रक्त वाहिकाओं की गंदगी को साफ करने वाला होता है।
मोटापा घटाए : रोजाना एक गिलास दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर लेने से शरीर सुडौल हो जाता है। दरअसल गुनगुने दूध के साथ हल्दी के सेवन से शरीर में जमा फैट्स घटता है। इसमें उपस्थित कैल्शियम और अन्य तत्व सेहतमंद तरीके से वेट लॉस में मददगार हैं।
स्किन प्रॉब्लम्स में है रामबाण : हल्दी वाला दूध स्किन प्रॉब्लम्स में भी रामबाण का काम करता है।
लीवर को मजबूत बनाता है : हल्दी वाला दूध लीवर को मजबूत बनाता है। यह लीवर से संबंधित बीमारियों से शरीर की रक्षा करता है और लिम्फ तंत्र को साफ करता है।
अल्सर ठीक करता है : यह एक शक्तिशाली ऐन्टी-सेप्टिक होता है और आंत के स्वस्थ बनाने के साथ-साथ पेट के अल्सर और कोलाइटिस का उपचार करता है। इससे पाचन बेहतर होता है और अल्सर, डायरिया और अपच नहीं होता।
महावारी में होने वाले दर्द से राहत देता है : हल्दी वाला दूध माहवारी में होने वाले दर्द में राहत देता है।
सर्दी खांसी में है रामबाण : हल्दी वाले दूध के एंटीबायोटिक गुण के कारण सर्दी-खांसी में ये एक कारगर दवा का काम करता है। हल्दी वाला दूध मुक्त रैडिकल्स से लड़ने वाले एंटी-ऑक्सीडेंट का बेहतरीन स्रोत है। इससे कई बीमारियां ठीक हो सकती हैं।
ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहता है : दूध में हल्दी मिलाकर पीने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहता है। आयुर्वेद के अनुसार, हल्दी को ब्लड प्यूरिफायर माना गया है। यह शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को मजबूत बनाता है। यह रक्त को पतला करने वाला और लिम्फ तंत्र और रक्त वाहिकाओं की गंदगी को साफ करने वाला होता है।
शरीर को सुडौल मजबूत बनाता है : रोज एक गिलास दूध में एक चम्मच हल्दी मिलाकर पीने से हमारा शरीर सुडौल हो मजबूत हो जायेगा। दरअसल गुनगुने दूध के साथ हल्दी के सेवन से इसमें उपस्थित कैल्शियम और अन्य तत्व सेहतमंद तरीके से वजन को कम करने में मददगार हैं। सिर्फ 7 दिन दूध में हल्दी डालकर पीने से हमे शरीर में फर्क महसूस होने लगेगा।
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हल्दी दूध के नुकसान
खून को पतला करने की दवाइयां : कई लोग ब्लड क्लोटिंग आदि को रोकने के लिए खून को पतला करने वाली दवाइयां ले रहे होते हैं। उनके लिए हल्दी हार्मफुल है। हल्दी वाला दूध तो बिलकुल नहीं लेना है।
प्रेग्नेंसी के दौरान : हल्दी की तासीर गर्म होती है। इसलिए इसे प्रेग्नेंसी के दौरान लेने से मना किया जाता है। लार्ज अमाउंट में इसे लेने से यूटरस स्टिम्यूलेट हो जाता है जो प्रेग्नेंसी में कॉम्प्लिकेशन ला सकता है।
एसिडिटी या गैस की प्रॉब्लम : एसिडिटी या गैस की प्रॉब्लम के अलावा पेट में अल्सर होने पर भी हल्दी वाला दूध नुकसान करता है। ऐसे लोगों को हल्दी वाला दूध नहीं लेना चाहिए।
गॉलब्लेडर स्टोन की प्रॉब्लम : जिन लोगों को गॉलब्लेडर स्टोन की प्रॉब्लम है। उन्हें हल्दी और हल्दी वाला दूध अवॉइड करना चाहिए।