Teeth Problems | Teeth whitening | Teeth Care
मसूड़ों की सूजन एक बहुत आम समस्या है तथा इससे बहुत तकलीफ होती है। इसे जिन्जाइवल सूजन भी कहा जाता है। इससे बहुत अधिक दर्द तथा असुविधा होती है। इससे ब्रश करने और खाना चबाने में भी कठिनाई आती है।
सामान्यत: मसूड़ों का रंग गुलाबी होता है परन्तु ऐसी स्थिति में मसूड़ों का रंग लाल हो जाता है। कुछ मामलों में तो मसूड़ों से खून भी आने लगता है । मसूड़ों में सूजन आने के कई कारण हो सकते हैं जैसे जिंजिवीटीज़, पोषक तत्वों की कमी, मुंह में होने वाले संक्रमण आदि।
बाज़ार में कई तरह के माउथवॉश और पेस्ट उपलब्ध हैं जो दर्द से राहत दिलाने और सूजन कम करने का दावा करते हैं। परन्तु वे दर्द कम करने तथा सूजन कम करने के लिए बहुत समय लेते हैं।
इस समस्या से तुरंत आराम पाने के लिए सबसे अच्छा तरीका यह है कि इसका घरेलू उपचार किया जाए जो बहुत सरल और प्रभावकारी होता है। ये पुराने उपचार कई शताब्दियों से मसूड़ों से संबंधित समस्याओं का निदान करते आ रहे हैं।
गलत समय पर भोजन करना या फिर भोजन करने के बाद दांतों को ठीक तरह से साफ न करने से दांतों में कीड़े लग जाते हैं, जिससे दांतों में दर्द होता है। इतना ही नहीं, कई बार कैल्शियम की कमी के कारण भी दांत में दर्द की परेशानी उत्पन्न होती है।
दांत दर्द वास्तव में काफी तकलीफदेह होता है। इस परेशानी से निजात पाने के लिए डॉक्टर के पास जाना पड़ता है। लेकिन ऐसे भी कुछ उपाय हैं, जिनकी मदद से दांत दर्द को काफी हद तक कम किया जा सकता है। तो आइए All Ayurvedic के माध्यम से मसूड़ों की सूजन, दांत दर्द, पायरिया, दांत का सड़ना आदि सभी दाँतो के रोगों के घरेलू उपाय के बारे में जानते है
दाँतो के सभी रोगों का घरेलू उपाय | Teeth Care Remedies
नमक के पानी से मुंह धोना : मुंह से संबंधित समस्याओं के निदान में नमक का पानी बहुत महत्वपूर्ण होता है। नमक के पानी से कुल्ला करने से मुंह में होने वाले संक्रमण से बचाव होता है जो मसूड़ों में सूजन आने का एक कारण है।
लौंग : मसूड़ों की सूजन दूर करने की यह पारंपरिक पद्धति बहुत प्रभावकारी है। लौंग में यूगेनोल होता है जिसमें एंटीऑक्सीडेंट तथा सूजन को दूर करने का गुण होता है जो सूजन से आराम दिलाने में बहुत प्रभावी होता है।
बबूल की छाल : मसूड़ों की सूजन से छुटकारा पाने का यह दादी मां का नुस्खा है। बबूल के पेड़ की छाल मसूड़ों की सूजन से छुटकारा दिलाने में जादू की तरह काम करती है। आप बबूल की छाल को पानी में उबालकर माउथवॉश भी बना सकते हैं। तुरंत राहत पाने के लिए दिन में दो से तीन बार इस घरेलू माउथवॉश से गरारे करें।
कैस्टर ऑइल (एरंड का तेल) : एरंड के तेल में सूजन विरोधी गुण होता है जो मसूड़ों की सूजन से राहत दिलाने में एक प्रभावी घरेलू उपचार है। दर्द वाले भाग पर इसे लगाने से दर्द तथा सूजन से आराम मिलता है।
अदरक : मुंह के संक्रमण से बचाव के लिए अदरक एक प्राचीन उपचार है। अदरक में सूजन विरोधी गुण होता है जो मसूड़ों की सूजन से राहत दिलाता है तथा मुंह में होने वाले बैक्टीरिया से बचाव भी करता है।
निम्बू का पानी : निम्बू का क्षारीय प्रभाव और इसका सूजन विरोधी गुण मुंह में बैक्टीरिया को पनपने नहीं देता। मसूड़ों की सूजन से आराम पाने के लिए प्रतिदिन सुबह नीबू के पानी से कुल्ला करें।
एलोविरा (घृतकुमारी) : एलोविरा एक हरफनमौला औषधि है जो कई प्रकार की बीमारियों से लड़ने में सहायक होती है। एलोविरा जेल की प्रकृति एंटीबैक्टीरियल (बैक्टीरिया विरोधी) और एंटीफंगल (फंगस विरोधी) होती है। यह मसूड़ों की सूजन को दूर करने, मसूड़ों से खून आने तथा मुंह के संक्रमण जैसी समस्याओं को दूर करने में सहायक होती है।
सरसों का तेल : सरसों के तेल में रोगाणुरोधी गुण होता है जो सूजन को दूर करने तथा मसूड़ों की सूजन से राहत पहुंचाने में सहायक होता है। सरसों के तेल में थोडा नमक मिलाएं तथा इस मिश्रण को मसूड़ों पर लगायें। इस उपचार का बार बार उपयोग करने से आपको जल्द ही संक्रमण से छुटकारा मिल जाएगा।
हाइड्रोजन पेरोक्साइड : हाइड्रोजन पेरोक्साइड किसी भी दवाई की दुकान पर आसानी से मिल जाता है। यह मुंह की समस्याओं का एक आसान इलाज है। इसमें ऐसे यौगिक प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं जो रोगाणुओं को मारते हैं तथा संक्रमण को आगे फैलने से रोकते हैं। इसके अलावा यह मसूड़ों की सूजन दूर करने में भी सहायक है। इसे पानी के साथ मिलाएं तथा स्वस्थ मसूड़ों के लिए सप्ताह में दो बार इस घोल से कुल्ला करें।
टी ट्री ऑइल : मसूड़ों की सूजन से छुटकारा पाने का एक अन्य उपचार यह है कि टी ट्री ऑइल से मसूड़ों पर मालिश की जाए। यह काफी हद तक परेशानी को कम करता है तथा बिना किसी दुष्प्रभाव के सूजन को कम करता है।
अमरूद की पत्तियां हैं कारगर : शायद आपको पता न हो लेकिन अमरूद की पत्तियां भी दांत दर्द को दूर करने का एक प्रभावी उपचार हैं। इसका इस्तेमाल करने के लिए अमरूद की ताजा पत्तियों को दांत दर्द वाली जगह पर दबाकर रखें। कुछ ही देर में आपको आराम मिलने लगेगा। वैसे अगर आप चाहें तो अमरूद की पत्तियों को उबालकर उसे माउथ वाश की तरह भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
कारगर है लहसुन : लहसुन के एंटी−बायोटिक गुण दांत दर्द को दूर करने में बेहद प्रभावी होते हैं। इसके इस्तेमाल के लिए लहसुन की कलियों को कूटकर उसमें नमक या काली मिर्च मिलाकर दर्द वाली जगह पर लगाएं। इससे आपको काफी राहत मिलेगी। हालांकि इस उपाय को अपनाते समय एक बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि लहसुन का इस्तेमाल काटकर नहीं बल्कि कूटकर किया जाना चाहिए। ऐसा करने से लहसुन से तेल का स्त्राव होता है, जो दांत दर्द को ठीक करता है।
लौंग आएगी काम : दांत के दर्द की समस्या को दूर करने के लिए लौंग का इस्तेमाल सदियों से होता चला आ रहा है। दांतों में दर्द होने पर लौंग को दांतों के बीच दबाकर रखें। इसके अतिरिक्त आप लौंग के पाउडर या लौंग के तेल का इस्तेमाल करके भी दांत दर्द से राहत पा सकते हैं।
तुलसी का इस्तेमाल : तुलसी के औषधीय गुण कई तरह की बीमारियों को दूर करने में मददगार होते हैं। दांत के दर्द को दूर करने में यह बेजोड़ है। दांत दर्द से राहत पाने के लिए तुलसी के पत्तों के रस में काली मिर्च के चूर्ण को मिला लें। अब इसकी गोलियां बनाएं और दांत में दर्द वाली जगह पर रखें। इस उपाय को अपनाने से दांत के दर्द से काफी आराम मिलेगा।