अरबी या घुइयां या अरुई | Taro Root
आपने अरबी की सब्जी जरूर खाई होगी। भारत में सभी राज्यों में अरबी खायी जाती हैं। इसमें विटामिन, पोटेशियम, कैल्शियम, प्रोटीन के अलावा आयरन आदि महत्वपूर्ण पोषक तत्व रहते हैं।
अरबी शरीर को ताकत देती है। अरबी में भारी फाइबर और कैलोरी की कम मात्रा की वजह से यह वजन घटाने का काम करती है। अरबी के और क्या-क्या फायदे हैं वैदिकवाटिका आपको जानकारी दे रही है।
अरबी शीतल, अग्निदीपक (भूख को बढ़ाने वाली), बल की वृद्धि करने वाली और माताओं में शिशु के लिए दूध बढ़ाने वाली है। अरबी के सेवन से पेशाब अधिक मात्रा में होता है एवं कफ और वायु की वृद्धि होती है।
अरबी के फल में धातुवृद्धि की भी शक्ति है। अरबी के पत्तों का साग वायु तथा कफ बढ़ाता है। इसके पत्तों में बेसन लगाकर बनाया गया पकवान स्वादिष्ट और रुचिकर होता है, फिर भी उसका अधिक मात्रा में सेवन उचित नहीं है।
आपने अरबी की सब्जी का सेवन तो किया ही होगा, यह हर घर में बनती हुई देखी जा सकती है। पर क्या आप जानते है कि अरबी के पत्ते भी आपके स्वास्थ के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। वैसे इसका सेवन लोग पकौड़े बनाकर या फिर इसमें बेसन के पेस्ट को लगाकर ज्यादा करते है।
अरबी के पत्तों में अधिक मात्रा में विटामिन ए, बी, सी के अलावा कैल्शियम और पोटेशियम, एंटी-ऑक्सीडेंट पाया जाता है। जो आपके शरीर के लिए काफी फायदेमंद है। आसानी से मिल जाने के बावजूद अरबी बहुत अधिक लोकप्रिय सब्जी नहीं है।
अरबी को कई नामों से जाना जाता है। इसे सभी बहुत ही पसंद करते है। अरबी के पत्तों से बनी सब्जी के रुप में खाया जाता है जोकि बहुत ही स्वादिष्ट होती है। आदिवासियों के अनुसार अरबी का कभी भी कच्चा सेवन नहीं करना चाहिए।
अरबी और अरबी पत्ता के फायदे
जोड़ों के दर्द : यदि आप जोड़ों के दर्द से परेशान हैं, तो इस समस्या से निजात पाने के लिए आप रोज अरबी के पत्तों का सेवन। इससे जोड़ों के दर्द में काफी राहत मिलती है।
शरीर पर दाने : अगर आपके शरीर पर दाने हो गए है। जिसके लिए आपने जाने कितना उपचार कराया, लेकिन आराम नहीं मिला तो एक बार अरबी के पत्ते ट्राई करें। इसके लिए इसके पत्तों को जलाकर इसकी राख को नारियल के तेल में मिलाकर लगाए। आपको खुद ही फायदा नजर आने लगेगा।
तनाव दूर करे : अरबी में सोडियम की अच्छी मात्रा पायी जाती है। इसके अलावा ये पोटैशियम और मैग्नीशियम के गुणों से भी भरपूर है जिसके चलते ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है. साथ ही ये तनाव दूर रखने में भी मददगार है।
गुर्दे, मांसपेशियां और शरीर की नसों : अरबी में मौजूद गुण चेहरे से सबंधित समस्या को ठीक करते हैं। और त्वचा पर पड़ी झुर्रियों को भी ठीक करते हैं। अरबी खाने से गुर्दे, मांसपेशियां और शरीर की नसें सभी ठीक रहकर काम करती हैं। इसमें मौजूद पोटेशियम शरीर को कमजोरी नहीं आने देता है।
चेहरे की झुर्रियां : अरबी त्वचा के सूखेपन और झुर्रियों को भी दूर करती है। सूखापन चाहे आंतों में हो या सांस-नली में अरबी खाने से लाभ होता है।
हृदय रोग : हृदय रोग के रोगी को अरबी की सब्जी प्रतिदिन खाते रहने से लाभ होता है।
ट्यूमर : अरबी के पत्तों के डाली को पीसकर लेप करने से रोग में लाभ होता है।
ब्ल्डप्रेशर : ब्ल्डप्रेशर के रोगियों को रोज अपने खाने में अरबी का प्रयोग करना चाहिए। अरबी ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखती है। अरबी डायबिटीज के रोगियों के लिए फायदेमंद होती है।
डिप्रेशन व अवसाद : अरबी आपको डिप्रेशन व अवसाद से भी बचाती है। जिस वजह से आपको अच्छी नींद भी आती है।
पेशाब की जलन : अरबी के पत्तों का रस 3 दिन तक पीने से पेशाब की जलन मिट जाती है।
माँ और बच्चा : अरबी की सब्जी खाने से दुग्धपान कराने वाली माताओं में दूध बढ़ता है।
रक्तपित्त : अरबी के पत्तों का साग रक्तपित्त के रोगी के लिए लाभकारी है।
फोड़े-फुंसी : अरबी के पत्ते के डंठल जलाकर उनकी राख तेल में मिलाकर लगाने से फोड़े मिटते हैं।
कोलेस्ट्राल : दिल की बीमारियों से बचने के लिए अरबी की सब्जी का सेवन करना चाहिए। यह कम वसा और कम कोलेस्ट्राल वाली होती है। विटामिन ई और फाइबर की अधिक मात्रा होने से यह दिल की सेहत अच्छी रखती है।
इन कुछ बातों का ध्यान रखें
जिन लोगों को गैसबनती हो,घुटनों के दर्दकी शिकायत औरखांसीहो, उनके लिए अरबी का अधिक मात्रा में उपयोग हानिकारक हो सकता है।
अरबी की सब्जी को हमेशा कम तेल में ही बनाएं। अरबी को आप करी और फ्राई करके भी खा सकते हैं। अरबी को कच्चा नहीं खाना चाहिए।
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