Corona Virus Awareness
By DrAmandeep Singh Cheema | All Ayurvedic

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना वायरस (Corona Virus) को अंतरराष्ट्रीय जन-स्वास्थ्य आपातकाल घोषित कर दिया है. चीन में अब तक कोरोना वायरस की वजह से लगभग 3000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हुबेई में 14840 और लोग इस वायरस से संक्रमित पाए गए हैं. कोरोना वायरस का प्रभाव बार्सिलोना में होने वाली मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस (MWC 2020) पर भी पड़ा है. यह आयोजन 24 से 27 फरवरी तक होने वाला था, लेकिन इस आयोजन को रद्द कर दिया गया है।

चीन में कोरोना वायरस के कहर से मरने वालों की संख्या 3200 को पार कर गई है. अब तक 70 देशों में इसके संदिग्ध मामले सामने आ चुके हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन पहले ही इसे इमर्जेंसी घोषित कर चुका है।

भारत में भी अब तक इसके 29 ताजा मामले सामने आ चुके हैं. दुनिया भर में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 94,000 के पार चली गयी है।

कोरोना से दुनिया भर में अब तक 3200 लोग मरे हैं?

ईरान में अब तक कोरोना से 92 और दक्षिण कोरिया में 32 लोगों की मौत हो चुकी है।

सियेटल में फेसबुक के एक इम्पलॉई में कोविड 19 का संक्रमण पाया गया है।

सिर्फ इटली में ही अब तक कोरोना से 107 लोगों की मौत हो गयी है।

चीन के हुबेई प्रांत में अब तक कोरोना से प्रभावित लोगों की संख्या 67,466 हो गयी है।

चीन के हुबेई प्रांत में अब तक कोरोना से मरने वाले लोगों की संख्या 2,902 हो गयी है।

दुनिया भर में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 94,000 के पार चली गयी है।

चीन से बाहर 72 देशों में कोरोना वायरस के कई मामलों की पुष्टि हुई है. इन देशों में थाईलैंड, ईरान, इटली, जापान, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया, मलेशिया, अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी और संयुक्त अरब अमीरात शामिल हैं और अब भारत भी इसमे शामिल हो गया है।

क्या है कोरोना वायरस?

कोरोना वायरस (सीओवी) का संबंध वायरस के ऐसे परिवार से है, जिसके संक्रमण से जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या हो सकती है. इस वायरस को पहले कभी नहीं देखा गया है।

इस वायरस का संक्रमण दिसंबर में चीन के वुहान में शुरू हुआ था. डब्लूएचओ के मुताबिक, बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ इसके लक्षण हैं. अब तक इस वायरस को फैलने से रोकने वाला कोई टीका नहीं बना है।

क्या हैं इस बीमारी के लक्षण?

इसके संक्रमण के फलस्वरूप बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खराश जैसी समस्या उत्पन्न होती हैं. यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है।

इसलिए इसे लेकर बहुत सावधानी बरती जा रही है. यह वायरस दिसंबर में सबसे पहले चीन में पकड़ में आया था. इसके दूसरे देशों में पहुंच जाने की आशंका जताई जा रही है।

क्या हैं इससे बचाव के उपाय?

स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने कोरोना वायरस से बचने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं. इनके मुताबिक, हाथों को साबुन से धोना चाहिए. अल्‍कोहल आधारित हैंड रब का इस्‍तेमाल भी किया जा सकता है।

खांसते और छीकते समय नाक और मुंह रूमाल या टिश्‍यू पेपर से ढककर रखें. जिन व्‍यक्तियों में कोल्‍ड और फ्लू के लक्षण हों उनसे दूरी बनाकर रखें. अंडे और मांस के सेवन से बचें. जंगली जानवरों के संपर्क में आने से बचें।

कोरोना वाइरस पर डॉ अमनदीप चीमाँ जी द्वारा लिखा गया आर्टिकल | Corona Virus | Coronavirus

र साल कोई न कोई वायरस, फ्लू देश – विदेश मैं फैलता है । इस वर्ष कोरोना वायरस का बोलबाला है। जिसकी शुरुआत चीन से हुई है। चीन में अपनी धूम मचाने के बाद , अमेरिका,जापान से होता हुआ अब भारत में गंदगी फैला रहा है।

सबसे जरूरी बात अपने पाठकों को बता दूं कि कोई भी वायरस तब तक आदमी को छू नहीं सकता जबतक immunity power बिल्कुल ठीक हो। यह दवाएं शरीर की बिमारियों से लड़ने की ताकत बहुत बढ़ा देती है । पांच योग बिमारी से बचाव के लिए लिखे हैं । दो योग उन रोगियों के लिए है जो किसी फ्लू या वायरस की चपेट में आकर जीवन से लड़ाई लड़ रहे हैं । उन के लिए बहुत फायदेमंद साबित होगी यह पोस्ट।

सच्चाई कुछ और है?

उदाहरण के लिए छोटी सी कहानी बता रहा हुं :

“कहीं पे निगाहें कहीं पे निशाना”

एक बार किसी आदमी की उसकी पत्नी ने खूब पिटाई की। पति अब पहुंचा डाक्टर के पास अपना इलाज करवाने। डाक्टर ने चैक करने के बाद बताया कि मारपीट के कारण जो चोट आई है, उसका इलाज करना पड़ेगा।

लेकिन पति इज्जत बचाने की खातिर कहने लगा, डाक्टर साहब वैसे तो यह चोटें car accident में आई है। लेकिन आप इलाज मारपीट वाला ही करना।

चोट चाहे मारपीट की है, कार हादसे या किसी भी कारण आई है दवा तो एक ही होगी न । बात अपनी अपनी समझ की है। दवा एक ही होगी ।‌ऐसे ही वायरस की बात है ।

यानि रोग कोई भी है, आयुर्वेद चिकित्सा विज्ञान में उसके मूल सिद्धांत को समझकर इलाज करना बहुत आसान है । अंधाधुंध प्रचार से डराकर मोटी रकम का इलाज/दवा बेचना दवा कंपनियों का काम है, लेकिन आयुर्वेद ऐसा नहीं करता । यहां जो मैं दवाएं बताऊंगा, बहुत ही कारगर साबित होती है ।‌ कोरोना वायरस को जड़ से उखाड़ फेंकने का दम रखती है।

कोरोना वायरस से बचाव के लिए आयुर्वेदिक उपाय | Corona Virus

1. च्यवनप्राश किसी अच्छी कंपनी का एक चम्मच साथ में गिलोय घनवटी दो-दो गोली दिन में एक बार, ताजा जल से लें।

2. आमलकी रसायन 100 ग्राम, गिलोय का चूर्ण -50ग्राम, मुलेठी-25 ग्राम, दालचीनी -25 ग्राम, मिश्री -200ग्राम, सबको मिलाकर रख लें। 2-2 ग्राम ताजे जल से सुबह शाम सेवन करें।

3. तुलसी के पत्तों का रस एक चम्मच, अदरक का रस एक चम्मच शहद एक चम्मच दिन में एक बार ले सकते है।

4. महासुदर्शन घनवटी दो गोली त्रिभुवन कीर्ति रस आधी गोली गुनगुने पानी से लें।

5. गिलोय घन वटी दो गोली, संजीवनी वटी एक गोली ताजा जल के साथ लें।

उपरोक्त नुस्खों में से जो आपको मिलें, कोई एक का इस्तेमाल करें।

यह दवाएं आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बहुत ज्यादा बढ़ा देती है। जिससे कोई बाहरी वायरस आपके पास नहीं फटकेगा।

कोरोना वायरस की चपेट में आने वाले या जिनको इस वायरस से खतरा हो सकता है, बेहतरीन इलाज | Corona Virus Ayurvedic Treatment

1. महालक्ष्मी विलास रस 1 गोली,
महामृत्युंजय रस 1 गोली, सितोपलादि चूर्ण 2 ग्राम + अश्वगंधा चूर्ण 1 ग्राम मिलाकर दूध के साथ लें।

2. अभ्रक भस्म 1000 पुट्टी 2 ग्राम, मल्ल सिंदूर 2 ग्राम, फिटकरी भस्म 2 ग्राम, सिद्ध मकरध्वज 2 ग्राम, गिलोय का सत 2 ग्राम।

सबसे पहले मल्ल सिंदूर और सिद्ध मकरध्वज को इतना खरल करें कि यह चमक रहित हो जाएं, फिर बाकी की दवाएं मिलाकर 21 पुड़िया बना लें। सुबह दोपहर शाम एक एक पुड़िया शहद, शहद + अदरक रस के साथ लें।

यह सफल इलाज नहीं लेकिन इसके बचाव के लिए कारगर उपाय है।

सदैव आपका अपना
डाँ०अमनदीप सिंह चीमाँ, आयुर्वेद रत्न (All Ayurvedic Team’s Doctor)

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नोट – कृपया पोस्ट चोरी ‌न करें। शेयर करके लोगों तक पहुंचाने का पुण्य करें। क्योंकि यह पोस्ट एक अनुभवी आयुर्वेदिक डॉक्टर द्वारा लिखी गयी है।