वैसे तो हर किसी के लिए पानी पीना स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक होता है. इसलिए कहते हैं कि पूरे दिन भर में 8-10 ग्लास पानी पीना कई बीमारियों से निजात दिलाने में सहायक होता है। लेकिन आयुर्वेद में हमेशा से तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने के फायदे।
आयुर्वेद का कहना है कि शरीर से जुड़ी सारी समस्याएं को दूर रख पाने में तांबे में रखा हुआ पानी लाभदायक है. इसलिए आज हम आपको इसके कुछ ऐसे फायदे बता रहे हैं, जो हर किसी के लिए लाभदायक है।
पहले के जमाने के तांबे के बर्तन ही खाने पिने में इस्तेमाल करते थे लेकिन अब धीरे धीरे इनका प्रचलन हटता जा रहा है। आजकल तांबे के बर्तनों की जगह काच और स्टील के बर्तनो ने ले ली लेकिन तांबे के बर्तन किसी शोक के लिए नहीं बल्कि इससे होने वाले फायदे के लिए किया जाता था और तांबे के बर्तन में पानी पीना कई रोगो का नाशक बताया गया है।
आज के समय में अनियमित खानपान और अनियमित दिनचर्या के कारण हमे कई शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं। इसलिए हमे अपनी सेहत पर थोड़ा ध्यान देना शुरु करते हैं। जिससे कि हमें किसी भी प्रकार की समस्या न हो।
हम अपनी खाने में ऐसी डाइट शामिल करते है। जो कि हमारी सेहत के लिए अच्छी हो। लेकिन आप यह बात जानते है कि हम जो भी खाना बनाते है। उसे किस तरह बनाया गया है। उसमें कितना हाइजीन और अन्य तत्व है। इसके बिना आपका खाना हेल्दी नहीं होता हैं।
हमारे शरीर को हर तत्व बराबर मात्रा में होना जरुरी होता है। जैसे कि कैल्शियम, आयरन और सेलेनियम, प्रोटीन आदि। अगर आप चाहते है कि आपके खाने में ये सभी तत्व होतो आप आज से ही तांबे के बर्तनों का इस्तेमाल करना शुरु कर दें। पुराने जमाने में लोगों के हेल्दी रहने का मुख्य कारण यह भी था, क्योंकि उस समय इसका इस्तेमाल ही किया जाता हैं। लेकिन आज के समय में इनकी जगह स्टील और लोहे के बर्तनों ने ले ली है।
अगर आप चाहते है कि आपकी सेहत सही रहे तो इसका इस्तेमाल करना शुरु कर दें। इसके फायदे जानकर आप हैरान रह जाएगे। तांबा के बर्तनों में खाने से आपका वजन कम होने के साथ-साथ रोगप्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने और बैक्टीरिया से लड़ने तक हर लिहाज से मदद करता है। All Ayurvedic के माध्यम से जानिए इसके गुणों के बारें में…
तांबे के बर्तन में पानी पीने के 20 फायदे
हमेशा देखेंगे जवान : तांबे के बर्तन में रखा हुआ पानी पीना हमारी त्वचा को तंदुरुस्त बनाए रखने का काम करता है. इससे त्वचा का ढीलापन दूर हो जाता है और झुर्रियां भी नहीं आने देती. जिससे हमारी त्वचा हर वक्त चमकदार और स्वस्थ बनी रहती है।
थायराइड में फायदेमंद : तांबे के बर्तन में रखा हुआ पानी पीना थायराइड को नियंत्रित करने का काम करता है. इसलिए अगर कोई व्यक्ति थायराइड से ग्रसित हैं तो उन्हें हमेशा तांबे के बर्तन में रखा हुआ पानी हीं पीना चाहिए।
जोड़ों के दर्द और गठिया में लाभदायक : तांबे के बर्तन का पानी शरीर में यूरिक एसिड को कम करता है, जिससे गठिया या जोड़ों के दर्द से राहत मिलता है. इसलिए जो भी व्यक्ति ऐसी परेशानी से ग्रसित हैं, उन्हें हमेशा तांबे के बर्तन में रखे हुए पानी का हीं सेवन करना चाहिए।
स्किन को स्वस्थ बनाता है : तांबे के बर्तन में रखा हुआ पानी हमेशा पीते रहने से त्वचा में निखार बना रहता है और प्राकृतिक रूप से त्चचा चमकदार और स्वस्थ बनी रहती है।
दिल को रखे स्वस्थ : तांबे के बर्तन में रखा हुआ पानी पीने से रक्त संचार सुचारु रूप से चलता रहता है, जिस वजह से कॉलेस्ट्रोल नियंत्रित रहता है, जो दिल के लिए काफी लाभदायक है. इसलिए हर रोज रात को तांबे के बर्तन में पानी भरकर रख लें और उसे सुबह पिएं।
खून की कमी नहीं होती : तांबे हमारे शरीर के लिए बेहद आवश्यक पदार्थ है जो शरीर में आवश्यक पोषक तत्वों को अवशोषित करने का काम करता है. जिस वजह से शरीर में खून की कमी नहीं होती और खून से जुड़ी सभी बीमारियों से निजात भी मिलती है।
कैंसर में लाभदायक : तांबे के बर्तन में रखा हुआ पानी पीना शरीर में वात, पित्त और कफ जैसी समस्याओं से निजात दिलाती है, इतना हीं नहीं इसमें एंटीआक्सीडेंट तत्व मौजूद होता है जो शरीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने का काम करता है. ऐसे में कैंसर से पीड़ित व्यक्तियों के लिए तांबे में रखा पानी पीना काफी लाभदायक होता है।
हानिकारक बैक्टीरिया को नष्ट करता है : तांबे के बर्तन में रखा हुआ पानी पीना शरीर में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया को नष्ट करने का काम करता है. साथ हीं दस्त, डायरिया और पीलिया जैसे रोगों के कीटाणु को भी नष्ट करता है।
वजन घटाने में मददगार : इस पानी को पीने से शरीर में मौजूद फैट कम होता है और शरीर से कमजोरी भी दूर करता है।
पाचन क्रिया में सहायक : नियमित रूप से तांबे के बर्तन में रखा हुआ पानी पीने से पाचन क्रिया ठीक बनी रहती है. एसिडिटी और गैस जैसी पेट से संबंधित बीमारियां दूर रहती है। वैसे तो दोस्तों तांबे के बर्तन में रखा हुआ पानी स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद है। इसके और भी कई फायदे हैं लेकिन हमने आपको इसके 10 मुख्य फायदे बताएं हैं।
मोटापा घटाएं : एक शोध में ये बात साबित हो चुकी है कि तांबे के बर्तन में खाना खाने से आप आसानी से अपनी वजन कम कर सकते हैं। इसमें ऐसे तत्व पाएं जाते है। जो कि मेटाबॉलिज्म को बढ़ा देता है। जिसके कारण आपका आसानी से फैट बर्न हो जाता हैं।
इंफेक्शन से बचाएं : इसमें भरपूर मात्रा में ऐसे तत्व पाएं जाते है। जो कि आपको फंगस, इंफेक्शन से बचाते हैं। इसके साथ ही हर मौसम में इसका सेवन करने से होने वाले संक्रमण से आप बच जाते हैं। जिससे आपको घाव या किसी भी तरह की बीमारी नहीं होती हैं।
माइंड को करें तेज : अगर प्रेग्नेंसी के समय इसका खाना रखकर सेवन किया जाएं, तो होने वाले बच्चे के दिमाग में अधिक असर पडता हैं। इसके साथ ही उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत ही मजबूत बनती हैं। तांबे फॉस्फोलिपिड के संश्लेषण के लिए आवश्यक है जो माइलिन आवरण के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है जो भ्रूण के दिमाग को विकसित करने और उसकी गतिविधियों को बेहतर बनाता है।
कॉपर की कमी : आपको बता दे की आयुर्वेद में भी ताम्बे के बर्तन को काफी उपयोगी और लाभकारी माना गया है क्योकि तांबे यानी कॉपर के पात्र में पानी पिने से शरीर में कॉपर की कमी दूर होती है और इसके ये गुण बीमारी पैदा करने वाले बैक्टीरिया से सुरक्षा देता है।
बैक्टीरिया को खत्म करे : ताम्बे में रखा पानी धीरे धीरे उसमे कॉपर के पक्रिया कर उसके गुण ले लेता है और तांबे के बर्तन में रखा पानी पूरी तरह से शुद्ध माना जाता है तांबे के बर्तन पानी के बैक्टीरिया को खत्म कर देता हैं।
शरीर में दर्द, ऐंठन और सूजन : यदि आपको कोई शरीर में दर्द, ऐंठन और सूजन की समस्या है तो आप ताम्बे के बर्तन में रखा पानी ही पिए क्योकि तांबे में एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं जो इन प्रॉब्लम से छुटकारा दिलाते है।
पेट के रोग : पेट की कई समस्या का समाधान तांबे मेंर खा पानी कर देता है आप रोज सुबह खाली पेट इस पानी का सेवन करे आपको धीरे धीरे कई समस्या से निजात मिलेगा।
लिवर और किडनी : शरीरकी आंतरिक सफाई के लिए तांबे का पानी कारगर होता है। इसके अलावा यह लिवर और किडनी को स्वस्थ रखता है।
गुणकारी : इसबात को रिसर्च में भी साबित कर रखा है की ताम्बे के बर्तन में रखा पानी दूसरे बर्तन में रखे पानी के मुकाबले ज्यादा अच्छा और गुणकारी होता है।