आज हम आपको All Ayurvedic के माध्यम से गुड के फ़ायदों के बारे में बताएँगे। भारत में ज्यादातर लोग गुड खाना पसंद करते हैं। गुड़ हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। पेट की कई बीमारियां गुड़ खाने से सही हो जाती हैं।
गुड़ को खाना खाने के बाद खाया जाए तो अधिक लाभकारी होता है। आज आपको गुड़ से होने वाले फायदों के बारे में बताएंगे। कृपया मधुमेह रोगी इसका उपयोग करने से परहेज़ करे।
यदि आपको सेहत बनाए रखनी है और मीठा भी खाने का शौक है तो ऐसे में आप गुड़ का सेवन कीजिए। बहुत अनुसंधान के बाद विशेषज्ञ इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि हर व्यक्ति को रोज़ाना इसका सेवन करना चाहिए जो आप के स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होता है।
आयुर्वेद का मानना है की गुड़ में मौजूद तत्व शरीर के एसिड को खत्म करते हैं। इसके विपरीत चीनी के सेवन से एसिड की मात्रा बढ़ जाती है जिससे हमारे शरीर में रोग पैदा होते हैं।
वैद्य की सलाह के अनुसार निरोगी काया और दीर्घायु के लिए भोजन के बाद नियमित रूप से 20 ग्राम गुड़ का सेवन करना चाहिए।
प्राचीन समय से ही गुड़ को स्वास्थ्य के लिए अमृत माना जाता है। जबकि चीनी को सफेद जहर माना जाता है। गुड़ खाने से हमारे शरीर की पाचन क्रिया में सुधार आता है।
जबकि चीनी एसिड पैदा करती है, जो हमारे शरीर के लिए हानिकारक होता है।
आयुर्वेद में किये गए अध्ययन से पता चला है कि गुड़ के मुक़ाबले चीनी को पचने में पांच गुना ज़्यादा ऊर्जा खर्च होती है। यदि गुड़ को पचने में 100 कैलोरी ऊर्जा लगती है तो चीनी को पचने में 500 कैलोरी ऊर्जा खर्च होती है।
गुड खाने के 20 बेहतरीन फ़ायदे
पाचन तंत्र को ठीक करता है – गुड या प्राकर्तिक शक्कर खाने से खून साफ होता है रोज़ खाना खाने के बाद गुड खाने से पेट में ठंडक मिलती है और गैस नहीं बनती है । दूध के साथ गुड खाने से पाचन तंत्र हेल्थी रहता है ।
मासिक धर्म में दर्द – जिन महिलाओ को मासिक धरम के दौरान दर्द रहता हो उन्हें गुड खाना चाहिए इससे पेट को आराम मिलता है और दर्द में राहत मिलती है ।
लौह तत्व से भरपूर – गुड या प्राकर्तिक शक्कर में खून के लिए जरूरी लौह तत्व भरपूर मात्रा में होता है । अतः इसे अनीमिया के मरीजों को खाना चाहिए ।
त्वचा के लिए गुणकारी – गुड खाने से खून के बुरे तत्व साफ हो जाते है जिससे त्वचा में निखर आता है और कील मुहांसो की समस्या भी दूर रहती है।
सर्दी में उपयोग – सर्दी खांसी में या प्राकर्तिक शक्कर से राहत मिलती है और चाय में या लड्डू में भी इसका उपयोग किया जा सकता है ।
ऊर्जा का स्त्रोत – गुड खाने से हमें ऊर्जा मिलती है जब भी थकन या कमजोरी लगे तो गुड खाने से तुरंत आराम मिलता है।
दमा के मरीज़ो को गुड या शक्कर का सेवन फायदेमंद रहता है क्यूंकि इसमें एलर्जी से लड़ने वाले तत्व होते है ।
हर रोज़ गुड के साथ अदरक का सेवन करने से जोड़ो के दर्द में आराम मिलता है ।
आवाज़ बैठ जाने पर पके चावल के साथ गुड खाने से आवाज़ ठीक हो जाती है ।
अस्थमा होने पर गुड और काले तिल के लड्डू खाने से आराम मिलता है।
कान में दर्द होने पर गुड में घी मिलकर खाने से आराम मिलता है।
गुड और सरसो का तेल मिलाकर खाने से साँस के रोग दूर होते है।
आँखों की रोशनी बढ़ाने के लिए गुड और बाजरे की खिचड़ी मिलकर खाने से लाभ मिलता है ।
खट्टी डकारे आने पर गुड और सेंधा नमक मिलकर चाटने से आराम मिलता है ।
त्वचा संबंधी बीमारियों में लाभकारी : गुड़ खाने वाले लोगों को मुंहासे होने की शिकायत कभी नहीं होती है। गुड़ के सेवन से त्वचा संबंधी अन्य रोग भी नहीं होते हैं और साथ ही त्वचा पर निखार भी आ जाता है।
गले की खराश को दूर करना : अगर आपका गला खराब रहता है, तो आप गुड को अदरक के साथ गर्म करके खाएं। ऐसा करने पर गले की खराश दूर हो जाएगी।
आयरन की प्रचुर मात्रा : गुड़ में प्रचुर मात्रा में आयरन पाया जाता है। गुड़ एनीमिया से ग्रस्त लोगों के लिए बेहद फायदेमंद होता है।
कान के दर्द से राहत : अगर आपके कान में दर्द हो रहा है, तो आप गुड़ को घी के साथ गर्म करके खाएं। ऐसा करने पर कान का दर्द कुछ ही देर में छूमंतर हो जाएगा।
सर्दी जुकाम से राहत : गुड में एंटीऑक्सीडेंट और मिनरल्स पाए जाते हैं, जो कि हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक होते हैं। गुड के प्रतिदिन सेवन से सर्दी जुकाम जैसी बीमारियां आपको छू भी नहीं पाएगी।