साबूदाने का नाम सुनते ही दिमाग में सफेद रंग के बीज या मोती जैसे खाद्य पदार्थ की तस्वीर उभरकर आती है। अक्सर व्रत और उपवास में सामान्य भोजन को त्याग दिया जाता है और इसके स्थान पर साबूदाने के पकवानों का सेवन किया जाता है।

व्रत के अलावा भी साबूदाने का उपयोग कई व्यंजनों में किया जाता है। साबूदाने की खीर और खिचड़ी के बारे में तो सभी वाकिफ ही होंगे। क्या आपको मालूम है कि पकवानों और व्यंजनों के रूप में खाए जाने वाला साबूदाना आपकी सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है।

चैत्र नवरात्रि का महीना का शुरू हो गया है। बहुत से ऐसे लोग हैं जो इस दौरान 9 दिन तक व्रत रखते हैं। इनमें से कुछ लोग तो सिर्फ फलाहार करते हैं लेकिन जो लोग व्रत के दौरान फल के अलावा सेंधा नमक खाते हैं उनके लिए साबूदाना टिक्की बेहद टेस्टी रेसिपी है। इसे आप लंच या डिनर किसी भी वक्त बनाकर खा सकती हैं।

हेल्दी साबूदाना टिक्की बनाने के लिए सामग्री

साबूदाना 500ग्राम, तेल डेढ़ कप या घी, उबला आलू 2, हरी मिर्च 3, धनिया पत्ता आधा कप, सेंधा नमक स्वादानुसार, लाल मिर्च पाउडर आधा छोटा चम्मच, मूंगफली आधा कप

साबूदाना टिक्कीबनाने की विधि

साबूदाना को अच्छी तरह से धोकर 2 से 3 घंटे के लिए पानी में भिगो दें। दूसरी तरफ आलू को उबाल लें।जब साबूदाना अच्छी तरह से भीग जाए और थोड़ा फूल जाए तो उसे पानी में निकालकर छान लें।

एक बड़े बर्तन में उबले हुए आलू को लें और उसे अच्छी तरह से मैश कर लें। इसमें भूनकर कूटी हुई मूंगफली, बारीक कटी हरी मिर्च, धनिया पत्ता, लाल मिर्च पाउडर, सेंधा नमक और साबूदाना मिलाएं।

अब गैस पर एक कढ़ाई रखें और उसमें तेल या घी डालकर अच्छी तरह से गर्म कर लें। साबूदाना और आलू के मिश्रण की छोटी-छोटी टिक्की बनाकर उसे तेल में तब तक डीप फ्राइ करें जब तक वह सुनहरी और कुरकुरी न हो जाए। इन साबूदाना टिक्कियों को मूंगफली की चटनी और दही के साथ गर्मा गर्म सर्व करें।

साबूदाना क्‍या है?

साबूदाना सफेद मोतियों जैसा खाने योग्य पदार्थ होता है। इसे शकरकंद जैसे दिखाई देने वाले और मिट्टी के अंदर उगने वाले कसावा की जड़ से निकाले जाने वाले स्टार्च से बनाया जाता है। पहले तो यह तरल के रूप में होता है।

फिर इसे मशीनों की सहायता से ठोस मोतियों जैसा छोटे-छोटे दानों का रूप दिया जाता है। ये दाने बाजार में किराने की दुकानों पर दो प्रकार से उपलब्ध होते हैं, बड़े दाने और छोटे दाने। इसके अलावा, इसके आटे को भी बेचा जाता है। इसका उपयोग स्वाद के साथ ही सेहत के लिए भी बड़ी मात्रा में किया जाता है।

साबूदाना खाने के हैं इतने फायदे

व्यायाम के दौरान हमारा शरीर अतिरिक्त ऊर्जा के रूप में ग्लाइकोजन (चर्बी) का उपयोग करता है। इससे हमारे शरीर में गर्मी बढ़ने लगती है। ऐसे में साबूदाने का सेवन आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। इसमें पाया जाने वाला कार्बोहाइड्रेट शरीर के मेटाबॉलिज्म स्तर को संतुलित करता है और ग्लूकोज के रूप में ऊर्जा प्रदान करता है, जिससे ग्लाइकोजन की कम खपत होती है। इससे गर्मी को कम करने में मदद मिलती है। कई बार साबूदाने से बने खाद्य पदार्थों का उपयोग कर खेल के दौरान खिलाड़ियों की बड़ी हुई गर्मी को कम करके ऊर्जा को बढ़ाया जा सकता है।

बरकरार रहता है एनर्जी लेवल- ब्रेकफास्ट के लिए साबूदाना बेहतर फूड है. इसे खाने से दिनभर आप एनर्जेटिक महसूस करेंगे।

हाइपरटेंशन होती है कंट्रोल- साबूदाना का एक और फायदा है कि ये हाई ब्लडप्रेशर को कंट्रोल रखता है।

बोर्न के लिए है बेस्ट- कैल्शियम और विटामिन के से भरपूर साबूदाना खाने से हड्डियों में ताकत बनी रहती है। अगर आपकी हड्डियां कमजोर हैं, तो साबूदाना आपकी हड्डियों को मजबूत करने में फायदेमंद साबित हो सकता है। साबूदाने में कैल्शियम और मैग्नीशियम की अच्छी मात्रा पाई जाती है। जहां एक तरफ कैल्शियम आपकी हड्डियों के विकास के साथ ही उन्हें मजबूती प्रदान करता है, वहीं आयरन ऑस्टियोपोरोसिस जैसे हड्डियों के विकार को दूर करता है। वहीं मैग्नीशियम हड्डियों को टूटने से बचाने और कई समस्याओं से लड़ने के लिए शक्ति प्रदान करता है।

मसल्स की ग्रोथ को करता है इंप्रूव- प्रोटीन से भरपूर होने के कारण साबूदाना मसल्स‍ को विकसित होने में बहुत मदद करता है. साथ ही वजन कम करते हुए आपको हेल्दी भी रखता है।

अगर आपको पाचन तंत्र से जुड़ी कोई समस्या हो, तो आप साबूदाने पर भरोसा कर सकते हैं। साबूदाने में फाइबर और प्रोटीन की मात्रा पाई जाती है, जाे पाचन तंत्र की कार्यप्रणाली को बेहतर करने में आपकी मदद कर सकता है। फाइबर आपके मल को चिकना बनाता है और कब्ज जैसी पेट की परेशानियों से बचाता है।

साबूदाना कई न्यूट्रिशंस से भरपूर एक बैलेंस डायट है. इसमें विटामिन्स, प्रोटीन, मिनरल्स, कार्बोहाइड्रेट्स जैसी चीजें शामिल हैं. अगर इसे कम मसालों और कम तेल में बनाया जाए तो इससे बेहतर डायट कोई नहीं हो सकती।

जब हम सम्पूर्ण स्वास्थ्य की बात कर रहे हैं, तो त्वचा को नजरअंदाज कैसे कर सकते हैं। साबूदाना आपकी त्वचा के लिए भी फायदेमंद हो सकता है। इसमें जिंक, कॉपर और सेलेनियम की मात्रा पाई जाती है। ये तीनों ही त्वचा के लिए फायदेमंद होते हैं। जिंक सूरज की हानिकारक परा बैंगनी किरणों से त्वचा की रक्षा करता है। वहीं, कॉपर में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट गुण त्वचा को फ्री-रेडिकल्स से बचाते हैं। इसके अलावा, सेलेनियम में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट गुण ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस से त्वचा की रक्षा करते हैं। ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस के कारण स्किन कैंसर होने की आशंका रहती है।

साबूदाना सिर्फ शारीरिक स्वास्थ्य ही नहीं, बल्कि मस्तिष्क के लिए भी फायदेमंद है। इसमें मस्तिष्क की कई परेशानियों को दूर करने के गुण होते हैं। इसमें फोलेट की मात्रा पाई जाती है। फोलेट हर उम्र के लोगों के स्वस्थ दिमाग के लिए फायदेमंद होता है। यह मस्तिष्क के विकार के साथ ही कई बीमारियों को दूर करने में आपकी मदद कर सकता है। यह मस्तिष्क के विकास में भी योगदान देता है।