- एक समय था जब दिल के दौरे अर्थात Heart Attack को सिर्फ वृद्धों की बिमारी माना जाता था किन्तु अब व्यक्ति किशोरावस्था में पैर रखते ही इसके शिकार होने लगते है और यही कारण है कि आजकल आजकल दिल के मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढती जा रही है. वैसे चिकित्सकों का माना है कि अधिकतर रोगियों में हार्ट अटैक होने से 1 महीने पहले ही कुछ लक्षण देखे जा सकते है जिनको ध्यान में रखते हुए मरीज को तुरंत इलाज करा लेना चाहियें, ताकि हार्ट अटैक के खतरे को टाला जा सकते. आज हम आपको कुछ ऐसे ही संकेतों के बारे में बताने जा रहे है.
- एक महीने पहले से सीने में हल्का दर्द, सांस लेने में दिक्कत, फ्लू की समस्या और घबराहट जैसे लक्षण दिखने देने लगते हैं। शोधकर्ताओं का मानना है कि अगर महीने भर पहले दिल के मरीजों में ये लक्षण पहचान लिए जाएं तो हार्ट अटैक को रोकने में काफी हद तक मदद मिल सकती है। आइए हार्ट अटैक के कई दिनों पहले से ही पता लगने वाले लक्षणों के बारे में जानें। इन लक्षणों से महीना पहले पता लग जाता है हार्ट अटैक का.!!!
- सांस की तकलीफ : सांस की तकलीफ और थकान में शरीर को आराम की जरूरत होती लेकिन यह दिल पर अतिरिक्त तनाव के कारण हार्ट अटैक का लक्षण भी हो सकता है। यदि बिना किसी कारण के अक्सर थकान होती है या हमेशा थका-थका महसूस हो तो यह परेशानी का सबब हो सकता है। थकान और सांस की तकलीफ महिलाओं में आम होती है और इसकी शुरुआत हार्ट अटैक होने से कई दिनों पहले जाती है।
- अधिक पसीना आना : बिना किसी काम और एक्सरसाइज के सामान्य से ज्याद पसीना आना हृदय की समस्याओं की पूर्व चेतावनी संकेत हैं। अवरुद्ध धमनियों के माध्यम से रक्त को दिल तक पंप करने के लिए बहुत अधिक प्रयास करना पड़ता हैं। जिससे आपके शरीर को अतिरिक्त तनाव में शरीर के तापमान को नीचा बनाए रखने के लिए अधिक पसीना आता है। अगर आपको बहुत अधिक पसीना आता है और चिपचिपी त्वचा का अनुभव होता है तो तुरंत अपने चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए।
- मतली और उल्टी : हार्ट अटैक से पहले हल्के अपच और अन्य गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं देखने को मिलती हैं लेकिन अक्सर इसको नजरअंदाज कर दिया जाता है क्योंकि हार्ट अटैक की समस्या आमतौर पर बड़े लोगों में पाई जाती है और उनमें आमतौर पर अधिक अपच की समस्या होती है। सामान्य रूप से पेट में दर्द, अपच, हार्ट बर्न या उल्टी की समस्या होना हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है।
- सीने में दर्द, दबाव, और बेचैनी : हार्ट अटैक का सबसे सामान्य लक्षण है सीने में दर्द या बेचैनी हालांकि कुछ लोगों को बिल्कुल भी सीने में दर्द का अनुभव नहीं होता। छाती के बीच में बेचैनी, दबाव, दर्द, जकड़न और भारीपन अनुभव करने पर तुरंत डाक्टर से संपर्क कर उन्हें चैक करवाना चाहिए।
- शरीर के अन्य हिस्सों में दर्द : दर्द और जकड़न शरीर के अन्य हिस्सों में भी हो सकता है। इसमें बाहों, कमर, गर्दन और जबड़े में दर्द या भारीपन भी महसूस हो सकता है। कभी-कभी यह दर्द शरीर के किसी भी हिस्से से शुरू होकर सीधे सीने तक भी पहुंच सकता है। इन लक्षणों की अनदेखी नहीं करनी चाहिए और संभावित हार्ट अटैक के लिए इनकी जांच की जानी चाहिए।
- परिपूर्णता की भावना : हार्ट अटैक के पहले से दिखने वाले लक्षणों में परिपूर्णता की भावना भी आती है। इसमें व्यक्ति को हर समय भरा हुआ सा महसूस होता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जब ऑक्सीजन युक्त रक्त संचार प्रणाली के माध्यम से नहीं जा पाता तब शरीर पेट में दर्द के संकेतों को भेजकर जवाब देता है।
- चिंता : लगातार होनी वाली चिंता और घबराहट को जीवन में होने वाले विशिष्ट तनाव से नहीं जोड़ा जा सकता है। रात को सोने में कठिनाई होना या रात में चिंता या संकट की भावना के कारण अचानक से उठ जाना भी हृदयाघात के पहले से दिखने वाले लक्षण हैं।
- फ्लू जैसे लक्षण : चिपचिपी और पसीने से तर त्वचा, थका हुआ और कमजोर महसूस होने को अक्सर लोग फ्लू के लक्षण माना जाता है लेकिन वास्तव में यह हार्ट अटैक के लक्षण हो सकते हैं। इसके अलावा सीने में भारीपन या दबाव की भावना को भी लोग चेस्ट कोल्ड और फ्लू होने के नाम से भ्रमित होते हैं लेकिन यह हार्ट अटैक के लक्षण हो सकते हैं। ऐसा कोई भी लक्षण दिखाई देेने पर तुरंत डाक्टर से संपर्क करें।
- पल्स और हार्ट रेट की धड़कन तेज होना : कभी-कभी हार्ट अटैक से पहले दिखने वाले अधिक समान्य लक्षण जैसे तेजी से और अनियमित रूप से पल्स और हार्ट रेट का चलना हृदय की धड़कन में असामान्य तेजी के रूप में जाना जाता है। यदि यह समस्या अचानक से आ जाती हैं तो इस अवधि के दौरान आपका दिल बहुत तेजी से और मुश्किल से धड़कता हैं और यह हार्ट अटैक का लक्षण हो सकता है।