हाल में हुए बाबा रामदेव के भाषण में उन्होंने बताया बहुत सी महत्वपूर्ण उपाए जिससे सबकी सेहत सही रहे, उसमे से एक उपाए उन्होंने बताया की कैसे शरीर को ताकतवर बनाए… वैसे तो चने को आप खाने में जरूर इस्तेमाल करें।
यह किसी दवा से कम नहीं है। चने खाने से एक नहीं कई फायदे मिलते हैं तो क्यों नहीं अंकुरित चनों का इस्तेमाल रोज किया जा सकता है। All Ayurvedic का प्रयास है आपके स्वास्थ के लिए हर जरूरी चीज को आप तक पहुंचाना जो आप और आपके परिवार के लिए जरूरी और फायदेमंद है।
चना विशेषकर किशोरों, जवानों तथा शारीरिक मेहनत करने वालों के लिए पौष्टिक नाश्ता होता है। इसके लिए 25 ग्राम देशी काले चने लेकर अच्छी तरह से साफ कर लें। मोटे पुष्ट चने को लेकर साफ-सुथरे, कीडे़ या डंक लगे व टूटे चने निकालकर फेंक देते हैं। शाम के समय इन चनों को लगभग 125 ग्राम पानी में भिगोकर रख देते हैं। सुबह के समय शौचादि से निवृत्त होकर एवं व्यायाम के बाद चने को अच्छी तरह से चबाकर खाएं और ऊपर से चने का पानी वैसे ही अथवा उसमें 1-2 चम्मच शहद मिलाकर पी जाएं।
देखने में यह प्रयोग एकदम साधारण लगता है किन्तु यह शरीर को बहुत ही स्फूर्तिवान और शक्तिशाली बनाता है। चने की मात्रा धीरे-धीरे 25 से 50 ग्राम तक बढ़ाई जा सकती है। भीगे हुए चने खाने के बाद दूध पीने से शारीरिक बल पुष्ट होता है। व्यायाम के बाद रात के भीगे हुए चने, चने का पानी के साथ पीने से स्वास्थय अच्छा बना रहता है। जिसकी पाचक शक्ति (भोजन पचाने की शक्ति) कमजोर हो, या चना खाने से पेट में गैस होता है तो उन्हें चने का सेवन नहीं करना चाहिए।
शरीर को ताकतवर बनाने के 5 उपाए :
आंवला- शरीर को ताकतवर और मजबूत बनाने के लिए आंवला को उर्जा का अच्छा स्रोत माना जाता है। आंवले के चूर्ण में गिलोय के तने का चूर्ण बराबर मात्रा में मिला लें। इस चूर्ण को एक चम्मच मात्रा में रात को सोने से पहले लें। इससे शरीर में ऊर्जा का जबरदस्त संचार होता है।
भीगा हुआ चना- सुबह-सुबह 20 ग्राम भीगा हुआ चना खाएं, चने में बहुत से मिनरल्स और विटामिन्स है जो सेहत को ताकतवर बनता है, रात को चने को पानी में भिगो दे और दुसरे दिन सुबह सुबह बिना कुछ खाए हुए इसका सेवन करने से शारीर में स्फूर्ति और ताकत है।
अनार के जूस का सेवन करें- शरीर को ताकतवर बनाने के लिए आपको अपने दिनभर में एक गिलास अनार के जूस का सेवन जरुर करना चाहिये अनार के जूस में ताक़त का खज़ाना छिपा है 100 बिमारियों एक दवा है अनार . शरीर में खून की मात्रा पूरी करता है साथ ही हृदय को भी स्वस्थ रखता है और स्फूर्ति भी बढाता है।
छाछ का सेवन प्रतिदिन करें- दिन के समय छाछ का सेवन जरुर करना चाहिये ये शरीर की गर्मी को दूर करने , पेट का भारीपन, आफरा, भूख न लगना, अपच व पेट की जलन जैसी बिमारियों से छुटकारा दिलाता है साथ ही इसमें बैक्टीरिया और कार्बोहाइड्रेट्स होते हैं साथ ही लैक्टोस शरीर में आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
8-10 ग्लास पानी जरुर पियें- दिन भी 8-10 गिलास पानी जरुर पीना चाहिये यह हमारे शरीर का कचरा साफ़ करने में एहम भूमिका निभाता है तथा यूरिक एसिड और सोडियम को शरीर में रुकने नहीं देता यदि आप पानी कम पीते हैं तो यूरिक एसिड और सोडियम की वजह से पथरी होने का खतरा रहता है, शरीर को रोजाना निकलते सूरज की धूप जरुर लगवानी चाहिये इससे Vitamin D तो मिलता ही है साथ ही शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति का भी विकास होता है।
अंकुरित चना :
अंकुरित चने खाना बहुत ही लाभप्रद होता है। अंकुरित चना शरीर को पुष्ट, मांसपेशियों को सुदृढ़ व शरीर को वज्र के समान बना देता है तथा यह सभी चर्म रोगों को नष्ट करता है। विटामिन-सी की अधिकता वाला यह वजन को बढ़ाता है। खून में वृद्धि करता है और उसे साफ करता है। इसके अतिरिक्त अंकुरित चने का सेवन करने से फेफड़े मजबूत होते हैं। यह रक्त में कोलेस्ट्राल को कम करता है और दिल की बीमारियों को दूर करने में सहायक होता है।
चने अंकुरित करने की विधि :
अंकुरित करने के लिए चने को अच्छी तरह पानी में साफ करके इतने पानी में भिगोएं कि उतना पानी चना सोख ले। इसे सुबह के समय पानी में भिगो दो और रात में साफ, मोटे, गीले कपडे़ या उसकी थैली में बांधकर लटका देते हैं। गर्मी में 12 घंटे और सर्दी के मौसम में 18 से 24 घंटों के बाद भिगोकर गीले कपड़ों में बांधने से दूसरे, तीसरे दिन उसमें अंकुर निकल आते हैं। गर्मी में थैली में आवश्यकतानुसार पानी छिड़कते रहना चाहिए। इस प्रकार चने अंकुरित हो जाएंगे। अंकुरित चनों का नाश्ता एक उत्तम टॉनिक है। अंकुरित चनों में कुछ व्यक्ति स्वाद के लिए कालीमिर्च , सेंधानमक, अदरक की कुछ कतरन एवं नींबू के रस की कुछ बून्दे भी मिलाते हैं परन्तु यदि अंकुरित चने को बिना किसी मिलावट के साथ खाएं तो यह बहुत अधिक उत्तम होता है।