इस संसार मे प्रकृति सबसे रचनात्मक होती है इस बात से बिलकुल भी इंकार नही किया जा सकता। इसकी रचना से मानव शरीर का पैदा होना बढ़ना  फलना-फूलना तो होता है है अपितु इंसानी काया कई बार बीमारी की चपेट में भी आ जाता है। इसी प्रकृति की गोद में कई तरह के औषधीय खजाने भी छुपे होते हैं जिनके सेवन से इंसान का कष्ट मिट जाता है।

शरीर में यूरिक एसिड, प्यूरिन के टूटने से बनता है जो खून के माध्यम से बहता हुआ किडनी तक पहुंचता है। यूरिक एसिड, शरीर से बाहर, पेशाब के रूप में निकल जाता है। लेकिन, कभी – कभार यूरीक एसिड शरीर में ही रह जाता है और इसकी मात्रा बढ़ने लगती है। ऐसा होना शरीर के लिए घातक होता है। यूरिक एसिड के असंतुलन से ही गठिया जैसी समस्याएं हो जाती है।

उच्च यूरिक एसिड की मात्रा को नियंत्रित करना अति आवश्यक होता है। नियंत्रण के लिए यूरिक एसिड़ बढ़ने के कारण को जानना आवश्यक है। अगर आपको यह समस्या आनुवांशिक है तो इसे बैलेंस किया जा सकता है लेकिन अगर शरीर में किसी प्रकार की दिक्कत है जैसे – किडनी का सही तरीके से काम न करना आदि तो डॉक्टरी सलाह लें और दवाईयों का सेवन करें।

शरीर में हाई यूरिक एसिड का अर्थ होता है कि आप जो भी भोजन ग्रहण करते है उसमें प्यूरिन की मात्रा में कमी है जो शरीर में प्यूरिन की बॉन्डिंग को तोड़ देती है और यूरिक एसिड बढ़ जाता है। यूरिक एसिड को नियंत्रित करने के कुछ घरेलू उपाय बताएंगे।

यूरिक एसिड के लक्षण :

शुरुआत में Uric Acid के बढ़ने का पता नहीं लग पाता। ज्यादातर लोगों को इस बात की जानकारी भी नहीं होती कि यूरिक एसिड के बढ़ने को कैसे पहचानें।

कुछ लक्षण हैं जिन्हें देख आप पहचान सकते हैं कि यूरिक एसिड बढ़ रहा है – जोड़ों में दर्द होना। उठने-बैठने में परेशानी होना।

उंगलियों में सूजन आ जाना जोड़ों में गांठ की शिकायत होना इसके अलावा पैरों और हाथों की उंगलियों में चुभन वाला दर्द होता है जो कई बार असहनीय हो जाता है। इसमें आदमी ज्यादा जल्दी थक भी जाता है। इसलिए इन लक्षणों को नजरअंदाज ना करें। कभी भी इनमें से कोई भी लक्षण नजर आए तो डॉक्टर से संपर्क करें।

यूरिक एसिड का कारण और परहेज :

लेकिन ये यूरिक एसिड क्यों होता है, यह जान लेना भी बहुत जरूरी है, ताकि आप सचेत रहें और उन चीजों से दूर रहें जिनसे यूरिक एसिड बढ़ता है। यूरिक एसिड बढ़ने के मुख्य कारण खान-पान और लाइफस्टाइल में बदलाव यूरिक एसिड बढ़ने का सबसे बड़ा कारण है।

अगर डायबिटीज के मरीज हैं तो आपके शरीर में यूरिक एसिड का बढ़ना तय है क्योंकि डायबिटीज की की दवाओं से भी यूरिक एसिड बढ़ता है। रेड मीट, सी फूड, दाल, राजमा, मशरूम, गोभी, टमाटर, मटर, पनीर, भिंडी, अरबी और चावल खाने से भी यूरिक एसिड बढ़ता है।

खाने (भोजन) के रूप में लिया जाने वाला प्यूरिन प्रोटीन भी यूरिक एसिड के लेवल को बढ़ाता है। जो लोग व्रत रखते हैं उनमें भी अस्थायी रूप से यूरिक एसिड का लेवल बढ़ जाता है।

जबरदस्ती एक्सरसाइज करने या फिर वजन कम करने के चक्कर में भी कई बार यूरिक एसिड का लेवल बढ़ जाता है। इसके अलावा ब्लड प्रेशर की दवाएं, पेन किलर्स और कैंसर रोधी दवाएं खाने से भी यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है।

यूरिक एसिड को नियंत्रित करने के घरेलु उपाय

चोबचीनी का चूर्ण : चोबचीनी का चूर्ण (यह आपको आयुर्वेदिक स्टोर या पंसारी की दुकान पर मिल जायेगा) आधा चम्मच सुबह खाली पेट और रात को सोने के समय पानी से लेने पर कुछ ही दिनों में यूरिक एसिड (Uric Acid) ख़त्म हो जाता है। यह उपाय बहुत ही कारगर है क्योंकि की यह आजमाया हुआ है।

जोड़ों के दर्द और यूरिक एसिड में रामबाण : 100 ग्राम तालमखाने के बीज, 100 ग्राम चौबचीनी, 100 ग्राम मोचरस को 250 ग्राम मिश्री मिलाकर कूट-पीसकर चूर्ण बना लें। अब इस चूर्ण को एक चम्मच सुबह शाम दूध से सेवन करने से शरीर की हड्डियों में होने वाला किसी भी प्रकार का दर्द छूमंतर हो जाएगा। यह यूरिक एसिड को नियंत्रण करने में फायदेमंद है।

 

भरपूर फाइबर वाले फूड खाएं : अगर शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा लगातार बढ़ती है तो आपको भरपूर फाइबर वाले फूड खाने चाहिए। दलिया, पालक, ब्रोकली आदि के सेवन से शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा नियंत्रित हो जाती है।

जैतून के तेल में पकाएं : आश्चर्य की बात है, लेकिन यह सच है। जैतून के तेल में बना हुआ भोजन, शरीर के लिए लाभदायक होता है। इसमें विटामिन ई भरपूर मात्रा में होता है जो खाने को पोषक तत्वों से भरपूर बनाता है और यूरिक एसिड को कम करता है।

अश्वगन्धा : 1 चम्मच शहद और 1 चम्मच अश्वगन्धा पाउडर को 1 कप गर्म दूध के साथ घोल कर पीने से यूरिक एसिड नियत्रंण में आता है।

आंवला रस और एलोवेरा रस : आंवला रस और एलोवेरा रस मिश्रण कर सुबह शाम खाने से 10 मिनट पहले पीने से यूरिक एसिड कम करने में सक्षम है।

बेकरी फूड न खाएं : बेकरी के फूड स्वाद में लाजबाव होते है लेकिन इसमें सुगर की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। इसके अलावा, इनके सेवन से शरीर में यूरिक एसिड़ भी बढ़ जाता है। अगर यूरिक एसिड कम करना है तो पेस्ट्री और केक खाना बंद कर दें।

ज्यादा पानी पिएं : पानी की भरपूर मात्रा से शरीर के कई विकार आसानी से दूर हो जाते है। दिन में कम से कम दो से तीन लीटर पानी का सेवन करें। पानी की पर्याप्त मात्रा से शरीर का यूरिक एसिड पेशाब के रास्ते से बाहर निकल जाएगा। थोड़ी – थोड़ी देर में पानी को जरूर पीते रहें।

चेरी खाएं : चेरी में एंटी – इंफ्लामेट्री प्रॉपर्टी होती है जो यूरिक एसिड को मात्रा को बॉडी में नियंत्रित करती है। हर दिन 10 से 40 चेरी का सेवन करने से शरीर में उच्च यूरिक एसिड की मात्रा नियंत्रित रहती है, लेकिन एक साथ सभी चेरी न खाएं बल्कि थोड़ी – थोड़ी देर में खाएं।

भोजन में विटामिन सी लें : हर दिन ली जाने खुराक में कम से कम 500 ग्राम विटामिन सी जरूर लें। विटामिन सी, हाई यूरिक एसिड को कम करने में सहायक होता है और यूरिक एसिड को पेशाब के रास्ते निकलने में भी मदद करता है। विटामिन सी के स्त्रोत निम्बू, संतरा, मौसमी, आँवला आदि है।