- आधुनिक जीवन शैली में पुरुष शक्ति और जोश की कमी से जूझ रहे हैं, जिसकी वजह से वो अपने दांपत्य जीवन में खुश नहीं हैं। जाने इससे बचने के उपाय, आयुर्वेद में कुछ ऐसे रहस्य छिपे हैं जिनको जान लिया जाए और बताई हुई मात्रा में इस्तेमाल किया जाए तो पुराने से पुराना रोग भी गायब हो जाता है । जी हां, प्रकृति के खजाने में कई ऐसी चीजें हैं जिनका उपयोग शारीरिक शक्ति को बढ़ाया और सेहतमंद रखा जा सकता है।
- जानिए कुछ ऐसी जड़ीबूटियों के बारे में जो आपको आसानी से उपलब्ध हो सकती है और इनका इस्तेमाल करने से आप भी कमजोरी से मुक्ति पाकर शक्ति और जोश से भर जाएंगे। बदलती जीवनशैली की वजह से लोग काफी व्यस्त रहते है। जिस वजह से बिना कुछ सोचे बाहर का जंक फूड खाते रहते है। जिसकी वजह से शरीर को सही तरह से पोष्टिक तत्व नहीं मिल पाते। ऐसे में कमजोरी होना आम बात हो सकती है। इस वजह से लोगों को कई तरह की बीमारोयां हो सकती है। ऐसी ही एक बीमारी पौरुष कमज़ोरी भी है। यह समस्या इंसान को अंदरूनी कमजोरी की वजह से होती है। आज हम आपको इस खबर के जरिए बताने जा रहे है कि आप किस चीज का सेवन से इस रोग से छुटकारा पा सकते है।
चुकंदर का रस सिर्फ़ 15 दिनो में फ़ायदा करे :
- हम जिस चीज के बारे में बात करने जा रहे है उसको चुकंदर बोला जाता है। चुकंदर में वो सारे पोष्टिक तत्व मौजूद होते है जो शरीर को अंदरूनी ताकत देते है। क्योंकि इसमें आयरन, विटामिन, एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते है, जो शरीर के लिए काफी लाभदायक होते है। इसका इस्तेमाल आप कई तरीकों से कर सकते है। यदि आप इसका सुबह और शाम के समय सलाद के रूप में सेवन करते है तो भी आपको काफी फायदा मिलता है। अंदरूनी कमजोरी को दूर करने के लिए आपको लगातार 15 दिन इसका जूस पीना चाहिए है। इसमें एक बोरान नाम का तत्व पाया जाता है जो पुरुषो की अंदरूनी कमजोरी और पौरुष कमज़ोरी की बीमारी को दूर करने में काफी मददगार होता है।
कमज़ोरी मिटाने की 5 महत्त्वपूर्ण आयुर्वेदिक औषधीयाँ :
- सफेद मूसली : प्राचीन काल से ही इसका इस्तेमाल शक्ति और जोश बढ़ाने में किया जाता है । इसके गुणों को लेकर कोई साइंटिफिक प्रूफ नहीं है लेकिन ये खोई शक्ति लौटा सकती है, मर्दाना ताकत दिला सकती है इसके दावे जरूर किए जाते हैं। सफेद मूसली का पाउडर एक चम्मच, एक गिलास दूध के साथ रोज लेने से इमयूनिटी, शारीरिक कमज़ोरी आदि दूर होते हैं।
- अश्वगंधा : सफेद मूसली और अश्वगंधा का मेल पुरुषों में नई उत्तेजना का संचार करता है । शक्ति और जोश में कमी, थकान, कमजोरी और इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए इसका इस्तेमाल सदियों से होता आ रहा है । इसे सोने से पहले गुनगुने दूध के साथ एक चम्मच लेने की सलाह दी जाती है ।
- शतावर : एसपैरेगस नाम की सब्जी के बारे में आप इन दिनों काफी सुन रहे होंगे, ये आयुर्वेद में सदियों से इसतेमाल की जा रही है । थकान, यूरिन प्रॉब्लम, शारीरिक कमज़ोरी में इसका इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है । मर्दाना ताकत को चमत्कारी रूप से बढ़ाने की क्षमता रखती है ये औषधी ।
- शिलाजीत : शिलाजीत हिमालय में मिलने वाली एक ऐसी औषधि है जो बेहद दुर्लभ है । शिलाजीत हिमालय, गिलगिट और तिब्बत क्षेत्र की कुछ विशेष चट्टानों में ही मिलती है । आयुर्वेद के अनुसार शिलाजीत में 85 अलग – अलग मिनरल्स पाए जाते हैं । इसी वजह से कमजोर पुरुषों में शक्ति और जोश वर्धन में ये सहायक है । बाजार में यह चार प्रकार में उपलब्ध है, दुर्लभ होने के कारण इसकी कीमत काफी ज्यादा होती है । मर्दाना ताकत में कमजोरी, लो एनर्जी, बुढ़ापा और इम्यूनिटी बिल्डअप करने के लिए इसका सेवन किया जाता था ।
- बबूल की फलियाँ और मिश्री : बबूल की फलियों को छाया में सुखा लें और इसमें बराबर की मात्रा मे मिश्री मिलाकर पीस लेते हैं। इसे एक चम्मच की मात्रा में सुबह-शाम नियमित रूप से पानी के साथ सेवन से करने से शारीरिक शक्ति में इज़ाफ़ा होता है और सभी कमज़ोरी वाले रोग दूर हो जाते हैं।
- बबूल की फलियाँ और दूध : बबूल की कच्ची फलियों के रस में एक मीटर लंबे और एक मीटर चौडे़ कपड़े को भिगोकर सुखा लेते हैं। एक बार सूख जाने पर उसे दुबारा भिगोकर सुखा लेते है। इसी प्रकार इस प्रक्रिया को 14 बार करते हैं। इसके बाद उस कपड़े को 14 भागों में बांट लेते हैं, और रोजाना एक टुकड़े को 250 ग्राम दूध में उबालकर पीने से मर्दाना ताक़त बढ़ती है।