- सेहत और स्वस्थ्य सही रखने के लिए अच्छी नींद लेना बहुत आवश्यक होता है, हाल में योगगुरु रामदेव ने बताया की रोज 8 घंटे सोना जरुरी है नहीं तो हो सकते है बहुत से नुक्सान, निचे दिए हुए हुए है 4 नुक्सान जो 8 घंटे अच्छी नींद न लेने से होते है। मनुष्य के शरीर को नींद की उतनी ही जरूरत है जितनी खाने पीने की नींद का ना आना बीमारी का संकेत हो सकता है। इसलिए गहरी नींद में सोने की कोशिश जरूर करनी चाहिए। लेकिन इसके लिए करना क्या चाहिए? कई लोगों को नींद न आने की बड़ी समस्या होती है। जब तक वो सोने की कोशिश करते है तब तक सूर्य उदय हो जाता है। जब सब तरकीबें असफल को जाती है तो नींद की दवा खाने के इलावा कोई रास्ता नहीं होता। लेकिन क्या आप को पता है के यह दवाइयां आप की सेहत को नुक्सान के सिवाए कुछ नहीं देती ? ये दवाइयां आप के लिए कुछ समय का हल हो सकती है, स्थाई हल नहीं।
- नींद ना आने के कई कारण हो सकते है जेसे की चिंता, तनाव और या किसी बिमारी का होना जेसे ब्लड प्रेशर या फिर दर्द, लेकिन आज हम आप को स्थाई और सौ-प्रतिशत प्रभावी बिना किसी नुक्सान का हल बताएँगे। आइए जाने इसके बारे में…
4 नुक्सान जो नींद की कमी से होतें है :
- शारीरिक दर्द और अकडन : अगर आप पूरी नींद नहीं ले पातें है तो दिमाग को पूरी तरह से आराम नहीं मिल पता है जिसके कारण अकडन और शारीरिक दर्द जैसी समस्याएँ होने लगती है इसके अलावा और भी जैसे चिडचिडापन, सर का भारी होना इत्यादि जैसी समस्याएँ होती हैं।
- पाचन समस्या : कम नींद लेने से पाचन तंत्र पर भी काफी फर्क पड़ता है, अगर आप पूरी और अच्छी नींद नहीं लेते है तो पाचन की शक्ति कमजोर होने लगती है जिसके कारण पेट से जुडी समस्या जैसे कब्ज़ और पेट का साफ़ न होना जैसी समस्या होती हैं।
- मानसिक क्षमता और याददाश्त कम होना : अगर आप अच्छी और पूरी नींद नहीं लेते है तो स्मरण शक्ति और मानसिक क्षमता के लिए बेहद खतरनाक साबित होता है, इसकी वजह से याददाश्त धीरे-धीरे कम होने लगती है और बाद में भूलने की बीमारी भी हो सकती है तो सोने के मामले ले कभी कोई लापरवाही न करें।
- रिलैक्सेशन : जब आप पूरी नींद नहीं लेते है तो शारीर में बहुत से सकारात्मक परिवर्तन होने है जिनसे आपके कोशिकाओं को रिलैक्स नहीं मिल पता है, इसके साथ-साथ मानसिक विकास भी नहीं हो पता है, तनाव और मानसिक समस्यां अक्सर उन लोगो को होती है तो पर्याप्त नींद नहीं ले पातें है मस्तिष्क को आराम तभी मिलता है जब आप पर्याप्त नींद लेते है।
नींद ना आने की समस्या का स्थाई और प्राकृतिक हल है केला
- केले को वेसे तो हम सब एक फल के नाम से जानते है लेकिन इस के छिलके में Magnesium और Potassium भरपूर मात्र में पाए जाते है। पोटैशियम नीद की कमी को पूरा करता है और मैग्नीशियम मांसपेशियों को शांत करता है।
केले की चाय
- आप भी सोच रहे होंगे कि चाय में केला डालकर कौन पीता है? पर शायद आपको पता नहीं होगा कि चैन की नींद पाने के लिए बहुत से लोग केले वाली चाय पीते हैं। अगर आपको भी अच्छी नींद नहीं आती है और सोने के दौरान आप बीच-बीच में उठ बैठते हैं तो केले वाली चाय पीना आपके लिए बहुत फायदेमंद है।
आवश्यक सामग्री
- 1 केला (organic)
- थोड़ी सी दालचीनी
- एक छोटा कप पानी का
बनाने और सेवन की विधि
- केले वाली चाय बनाने में मुश्किल से 10 मिनट का समय लगता है। एक छोटा केला ले लें और एक कप पानी में दालचीनी डालकर उसे उबाल लें. जब पानी उबलने लगे तो इसमें केला काट कर छिलके समेत डाल दें। इसे 10 मिनट तक उबलने दें और फिर इसे छानकर पी लें। आर्गेनिक केले का ही इस्तेमाल करें।