• एक नए अध्ययन से पता चला है कि सुपर फ़ूड ब्रोकोली का अधिक सेवन सिर तथा गले के कैंसर के सरवाईवर्स में कैंसर की कोशिकाओं को पुन: बनने से रोकता है।
  • पीट्सबर्ग यूनिवर्सिटी की प्रमुख लेखिका जूली बोमन के अनुसार, “अक्सर सिर और गर्दन के कैंसर के सरवाईवर्स में यह देखा जाता है कि यह कैंसर कुछ सालों बाद घातक परिणामों के साथ वापस आ जाता है।” ब्रोकोली में सल्फ़ोराफेन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
  • अध्ययनों के अनुसार यह एक प्राकृतिक आणविक यौगिक है जो पर्यावरण में पाए जाने वाले कैंसर उत्पन्न करने वाले कारकों से लोगों को रक्षा करती है। ब्रोकोली का सेवन करने से कोशिकाओं में सल्फ़ोराफेन बढ़ता है। www.allayurvedic.org
  • उस प्रोटीन का स्तर बढ़ता है जो इस क्रुसिफेरस सब्जी में मिलने वाले डिटॉक्सीफिकेशन जींस को सक्रिय करता है। ये जींस (गुणसूत्र) कैंसर से कोशिकाओं की रक्षा करते हैं क्योंकि ये शरीर से कैंसर उत्पन्न करने वाले कारकों को साफ़ करते हैं, विशेष रूप से सिगरेट के कारण उत्पन्न होने वाले कारक।
  • कैंसर प्रिवेंशन रिसर्च पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार एक टीम ने सिर तथा गले के कैंसर के रोगियों को सल्फ़ोराफेन के विभिन्न डोज़ दिए तथा उनके कैंसर कोशिकाओं की तुलना गले और मुंह की स्वस्थ कोशिकाओं से की।
  • इसके अलावा चूहों पर एक परीक्षण यह देखने के लिए किया गया कि ब्रोकोली का सत्व चूहों पर किस प्रकार का प्रभाव डालता है। इन चूहों को सिर और गर्दन के कैंसर के लिए प्रवृत्त किया गया था। परिणामों में यह देखा गया कि जिन चूहों को सल्फ़ोराफेन दिया गया था उनमें अन्य चूहों की तुलना में (जिन्हें सल्फ़ोराफेन का डोज़ नहीं दिया गया) कम कैंसर कोशिकाओं का निर्माण हुआ।
  • बोमन ने बताया कि, “पौधों से या उनके सत्व से प्रतिरोधी दवाईयों का निर्माण करके उत्पादन और वितरण की लागत को कम किया जा सकता है इससे मृत्यु दर और जीवन की गुणवत्ता पर एक बड़ा सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।” (आईएएनएस से प्राप्त जानकारी के अनुसार)