कहते है कि इंसान को बनाने और बर्बाद करने में नारी का हाथ होता है। नारी चाहें तो किसी को बर्बाद कर सकती है और वो चाहें तो आबाद।
लेकिन ज्यादातर जगहों पर नारी को घर की लक्ष्मी माना जाता है और नारी भी उस घर को ही अपना स्वर्ग भी मानती है।
वैसे भारतीय शास्त्रों में भी लिखा है कि जहां जहाँ नारियों के पूजा होती है वहां देवताओं का वास होता है।
और वास्तु के अनुसार नारियां घर की ऊर्जा की मूल स्त्रोत होती हैं, और अगर वे अपने स्वभाव और कुछ वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन करें तो घर में सुख शांति और समृद्धि की वर्षा हो जाए।
तो आज हम घर की महिलाओं के लिए वास्तुशास्त्र के अनुसार कुछ ऐसे उपाय ललेकर आए है जिन्हें अपनाकर वे भी अपने घर में सुख शांति और समृद्धि ला सकती है
तो आइये, जानते हैं वास्तु के अनुसार महिलाओं को घर में क्या उपाय करने चाहिए।
करें यह उपाय:
घर की स्वच्छता का रखें ख़ास ख्याल: वैसे तो सभी अपने घरों को साफ रखना पसंद करते है। लेकिन कभी-कभी घर में दिखने वाली सफाई से भी हम संतुष्ट नही हो पाते है। इसके लिए आवश्यक है कि महिलाएं घर में स्वच्छता का ख़ास ख़याल रखें क्योकि घर की स्वच्छता, घर में सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती है। और इससे घर ज्यादा चमकीला और किटाणुओं रहित होने के साथ-साथ एक खुशहाल जैसा प्रतीत होता है। इसलिए घर में स्वच्छता का ख़ास ख़याल रखा जाना चाहिए।
सफाई करने के तुरंत बाद करें स्नान: हम सभी रोज स्नान करते है क्योकि स्नान करने से तन और मन स्वच्छ हो जाते है और दिनभर ताजा महसूस होता है। लेकिन महिलाएं अक्सर घर की सफाई करने से पहले स्नान करना पसंद करती है जो कि गलत है। दरअसल, महिलाओं को सफाई करने के तुरंत बाद नहाना चाहिए। जिससे तन-मन स्वच्छ हो जाते हैं और नया काम करने के लिए सकारात्मक ऊर्जा शरीर में आ जाती है।
खाना बनाने से पहले नहाना:कहते है कि शरीर को सबसे ज्यादा एनर्जी भोजन से ही मिलती है। और वास्तु भी यही कहते है इसके अलावा वास्तु के अनुसार ये अत्यंत आवश्यक है कि आप खाना बनाने से पहले नहा लें। नहाने के बाद खाना बनाने पर खाना ज़्यादा स्वास्थ्यवर्धक और सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर हो जाता है। इससे यही खाना आपके लिए ज्यादा पोषक भरा रहेगा।
खाने से पहले भोग लगाना: कहते है कि खाना खाने से पहले पहला भोजन भगवान, गाय और कुत्ते को कराना चाहिए, इससे घर में समृद्धि और खुशहाली बनी रहती है। ऐसे ही वास्तृशास्त्र के अनुसार भोजन बनाने के बाद और खाने से पहले अपने देवी-देवताओं को भोजन का भोग लगाना चाहिए, इससें देवी-देवता प्रसन्न रहते है और घर में भी शांति बनी रहती है।
सूर्यास्त के बाद कंघा करना: अक्सर महिलाओ को देखा होगा कि कही भी किसी पार्टी या शादी में जाने से पहले सज-धज कर जाना पसंद करती है और वैसे भी पार्टी और शादियां या फिर कोई भी कार्यक्रम हमेशा शाम को या रात को ही होते है, ऐसे में महिलाएं सबसे ज्यादा अपने बालों पर ध्यान देती है। जबकि, वास्तु के अनुसार सूर्यास्त के बाद स्त्रियों का कंघा करना सही नही माना जाता है। शाम के समय कंघा करने से देवी लक्ष्मी नाराज़ हो जाती हैं।
तिजोरी का दरवाज़ा खुले उत्तर दिशा में: घर की खास लक्ष्मी यानि पैसा सभी तिजोरी में रखना पसंद करते है जबकि कई लोग बिना वास्तु की जानकारी के तिजोरी को कही भी रख देते है लेकिन यह गलत है। दरअसल आप जहां भी तिजोरी को रखते है, उसका दरवाज़ा उत्तर दिशा में खुलना चाहिए। तिजोरी में कुबेर देवता की फ़ोटो रखने से धन लाभ होता है। इसके साथ ही ध्यान रखें कि आपकी तिजोरी तेज रोशनी के ठीक सामने न हो। अपनी तिजोरी के सामने एक दर्पण लगाने से आपके धन में दो गुना ज़्यादा वृद्धि हो जाएगी
घर के उत्तर-पूर्वी भाग का रखें ख़ास ख्याल: वैसे तो जो परिवार को संभालती है उसके लिए परिवार का सदस्य और अपना घर दोनो की काफी महत्वपूर्ण होते है और वे दोनो का ख्याल रखती है। लेकिन आपके घर का उत्तर-पूर्वी इलाका वास्तु के अनुसार बहुत पवित्र है। इस स्थान को हमेशा साफ़-सुथरा और रोशनी युक्त रखें। इस क्षेत्र में सीड़ियों का निर्माण कतई न करें।
घर के बीच का हिस्सा: घर के बीच का हिस्सा बहुत पवित्र होता है। यहाँ पर आप सिर्फ मंदिर बनवा सकते हैं। अगर ऐसा संभव न हो तो इसे सिर्फ स्वच्छ रखें। और फिर भी अगर आपकी इच्छा हो तो घर के बीच के हिस्से में एक उंचाई का स्थान बनवाकर वहा तुलसी का पौधा लगाएं। ये परिवार की समृद्धि और खुशहाली का प्रतीक माना जाता है।