10 ऐसे घरेलू नुस्खें, जिन्हें अपनाकर आप पा सकते है कई बीमारियों से छुटकारा
हमें आज भी याद है जबबदलते मौसम के साथ-साथ कई छोटी-बड़ी बीमारियां परेशानी का सबब बन जाती है।
जैसे, गला खराब होना, चोट-चपेट, दर्द या सर्दी जुखाम, किसी भी प्रकार की बीमारी हो मां या दादी कुछ ऐसी दवा बनाकर लाती थी, कि बस कुछ ही पलों में उस बीमारी से राहत मिल जाती थी।
लेकिन समय के साथ वो नुस्खे और घरेलू उपचार सिर्फ बाते रह गई और मार्केट में मेडिकल के बढते प्रभाव के आगे उन्हें कोई तवज्जों नही देता है।
लेकिन ऐसा नही है, आज हम आपको कुछ ऐसे घरेलू और बड़े काम के नुस्खें बताने जा रहें है जिन्हें अपनाकर आप कई बीमारियों से छुटकारा पा सकते है। तो आइए, जानते है उन नुस्खों के बारें में
करें ये घरेलू उपाय:
गर्म दूध और हल्दी: हल्दी हो या दूध दोनो ही स्वास्थ्य के लिए काफी असरकारक औषधि है। कई लोग हल्दी को मसाला समझते है लेकिन हम बता दें कि इसमें कई औषधीय गुण भी हैं। हल्दी त्वचा, पेट और सर्दी में काफी असरकारक दवाई है। आज भी घर में कभी भी चोट लगने पर गर्म दूध और हल्दी को मिक्स करके पिलाया जाता है। इसके साथ ही चोट-चपेट, दर्द या सर्दी जुखाम में बस एक कप गर्म दूध में दो-तीन चुटकी हल्दी मिलाकर पीने से आराम मिलता है।
अजवाइन और नमक: अजवाइन के बारें में पता है आपको यह खाने से ज्यादा आयुर्वेदिक दवाइयों में ज्यादा इस्तेमाल की जाती है। उसी तरह आप इसका घर पर भी इस्तेमाल करके बीमारी से छुटकारा पा सकते है। जब भी पेट खराब या बदहज़मी हो, तो बस आधा चम्मच अजवाइन एक चुटकी नमक के साथ फांके और बदहज़मी हटायें। यह बदहज़मी को खत्म करने का सबसे कारगार तरीका है।
तुलसी और काली मिर्च: तुलसी भारत के लगभग हर घरों में पाई जाती है और कई लोग तुलसी को दवा के रूप में भी काम में लेते है। वैसे ज्यादातर महिलाएं तुलसी की पूजा करती है लेकिन आपको बता दे कि पूजा से ज्यादा यह बीमारियों में रक्षा भी करती है। अगर आपको खांसी, सर्दी और बुखार है तो 10-15 तुलसी के पत्ते और 8-10 काली मिर्च के दानों की चाय बनाकर पी लें। ऐसा करने के कुछ देर बाद ही आपको इन बीमारियों से काफी राहत मिलेगी।
अदरक की चाय: बंदर क्या जाने अदरक का स्वाद, ये कहावत तो आपने भी सुनी होगी क्योकि वैसे भी अगर अंदर ही अदरक का स्वाद और उसके फायदों के बारें में जान सकता तो वह इंसान नही बन जाता। अदरक स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद है। अदरक की चाय पीने से सर्दी जुखाम में राहत मिलती है और यह माइग्रेन में भी लाभकारी होती है।
कच्चे बादाम:ओ हो ! बादाम का नाम सुनते ही मुंह में पानी और दिमाग में बादाम का हलवा आ गया ना !! लेकिन आपको पता है बादाम में कई औषधीय गुण भी मौजूद है ! जी हां, गर्मी हो या सर्दी, दोनो ही मौसम में रातभर भिगोकर और छिलका निकालकर सुबह खाने से आंखो की रोशनी के साथ याददाश्त भी बढ़ती है साथ ही शरीर में गर्मी भी लाती है।
सरसों का तेल: वैसे हमें भी पता है की सरसों के तेल का नाम सुनते ही आपके मन में वो जरूरत से ज्यादा आॅयली और खूशबूहीन तेल आ जाता है जिसें आप बालों में लगाना तो दूर खाना भी पसंद नही करते है। लेकिन आपको बता दें कि सरसों का तेल एक ऐसा गुणकारी तेल जिसें हल्का सा गर्म करके जोड़ों के दर्द पर लगाने से दर्द में आराम भी मिलता है और उसके अलावा खुश्की भी ख़त्म होती है।
एक कटोरी दही: दही का नाम सुनते ही आपके मुंह में भी पानी आ गया ना !! वैसे दही भारतीय रसोई की खास पहचान है। खाना हो या चटकारा,चेहरा हो या बाल, सभी में दही का इस्तेमाल किया जाता रहा है। वैसे बालों में रूसी हो तो हल्के हाथों से बालों में लगाएं और फिर देखिए दही का कमाल। इसके अलावा दही और बेसन को मिलाकर चेहरें पर लगाने से भी चेहरें पर ग्लो आता है।
एक चम्मच चीनी: चीनी वैसे तो चाय को मीठा करने या फिर किसी मिठाई को बनाते वक्त इस्तेमाल की जाती है। लेकिन इसके अलावा भी चीनी कई ऐसे कामों में आती है जिसका आपको पता ही नही है। तो कोई बात नही, अगर जब भी आपको हिचकी आएं और पानी पीने से भी ना रूके तो इसके लिए आप बस एक चम्मच चीनी मुँह में डालें और धीरे-धीरे चबाएं। इससे आपको जल्द ही राहत मिलेगी।
नींबू और शहद: नींबू और शहद कई प्राकृतिक गुणों से भरपूर है। वजन कम करना हो या चेहरें पर ग्लों लाना हों, सभी के लिए नींबू और शहद किसी दवा से कम नही है। अगर आप भी अपने बढ़ते वजन से परेशान हो तो बस एक ग्लास गर्म पानी में 1 नींबू का रस और 2 चम्मच शहद मिलाकर पिएं और मोटापे को कम करें। ये एक आयुवेर्दिक और शत-प्रतिशत कारगार उपाय है।
पका केला: केलें को देखकर कई लोग अपना मुंह बना लेते है। असल में उन्हें केले से नफरत सी होती है। लेकिन केले के कई ऐसे उपाय है जिनका हमें पता है। अगर आपको दस्त है तो बस 2-3 केलें खा लिजिए, तुरंत लाभ मिलेगा। और इसके अलावा अगर पेट में जलन है तो भी यह उसे खत्म करने के लिए काफी है और चेहरें पर दमकती त्वचा के लिए इसे फेस मास्क के तौर पर भी लगाया जाता है।