- अब तक आपने लोगों को नाक से या मुंह से सांस लेते देखा होगा औऱ इसमें कोई हैरानी या अचंभे की बात भी नहीं है, क्योंकि यह एक आम प्रक्रिया है जिसे हम दिन भर दोहराते रहते हैं।
- लेकिन अगर आपको ये कहा जाए कि एक ऐसा सांस लेने का तरीका जिसे उपयोग में लेने से आपकी शरीर से जुड़ी और भी कई पेरशानिया अपने- आप छुमंतर हो जाएगी तो शायद आपको यह बात झुठी लगे।
- लेकिन, हम आपको बता दें कि ऐसा एक तरीका है जिस हाल ही इजात किया गया है। वैसे इसे एक तरह का व्यायाम भी कहा जा सकता है।
- आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस प्रक्रिया को अपनाने से न केवल आपक थकान, चिड़चिड़ापन दूर होगा बल्कि इससे आपको एक अच्छी नींद भी मिलेगी।
- आपको बस इसता करना है कि अपनी जीभ की नोक से अपने तालुका को छुएं और सांस लें। सांस अंदर लेने के बाद कुछ देर रुके औऱ फिर पूरी तरह से सांस को बाहर निकालें। बार- बार इस प्रक्रिया को दोहराएं, फर्क खुद-ब-खुद नज़र आने लगेगा।
- इस व्यायाम क 4-7-8- सांस लेने का तरीका कहा जाता है। आपको ज्ञात करा दें कि इस प्रक्रिया कि खोज डॉक्टर एंड्रयू वेइल ने की है।
इस आशन के फायदे:
- अगर आपको रात को ठीक से नींद नहीं आती तो ये पैंतरा आपके लिए बेहत कारगर साबित हो सकता है।
- बताया गया है कि इस प्रक्रिया को करने से मानव शरीर की तांत्रिका तंत्र (नर्वस सिस्टम) अच्छी तरह से काम करने लगती है।
- यदि आप तनाव के शिकार हैं तो इस व्यायाम को करने से आपको कुछ ही देर में सभी परेशानियों से छुटकारा मिल जाएगा और आपका मन भी शांत हो जाएगा।
इसे करने की विधि:
- इस व्यायाम को करने के लिए सबसे पहले अपने नाक से सांस लें और फिर सात सेकेंड तक उसे रोक रखे। सांस लेने के बाद आपका मुंह फुला हुआ होना चाहिए, 7 सेकेंड के बाद धीरे- धीरे 8 बार गिनती के साथ सीटी की आवाज़ निकालते हुए सांसा को बाहर निकालें।
- डॉक्टर का मानना है कि इस प्रक्रिया को अगर रोज़ाना 2-3 महीने तक दोहराया जाए तो आपके शरीर से जुड़ी बहुत सी परेशानियों से निजात पाई जा सकती है