सर्पगंधा यह एक प्रकार की वनस्पती है। यह औषधीय गुणों से भरपूर होती है। सर्प के काटने पर अथवा किसी कीड़े के काटने पर, उस पर उपचार करने के लिए सर्पगंधा का इस्तेमाल मुख्य रूप से किया जाता है। सर्पगंधा का वानस्पतिक नाम रावोल्फिया सर्पेंटीना (Rauvolfia Serpentina) हैं।
- सर्पदंश में सर्पगंधा की ताजी ताजी पत्तिंयो को पाँव के तलवे के नीचे लगाने से काफी आराम प्राप्त होता हैं। ऐसा भी कहा जाता हैं, कि यदि मानसिक रूप से पागल किसी व्यक्ति को सर्पगंधा की पत्तियाँ खिलाई जायें तो उसका पागलपन दूर हो जाता हैं। यही कारण हैं कि, भारत में सर्पगंधा को पागलपन की दवा के नाम से भी जाना जाता हैं।
इस पौधे का उपयोग विभिन्न प्रकार के विषों को निष्क्रिय करने के लिए किया जाता था। सर्पदंश के उपचार में यह अत्यंत ही बहुमूल्य औषधी थी, तथा कोबरा जैसे विषैले सर्प के विष को भी प्रभावहीन कर देती थी। सर्पगंधा का आंतरिक उपयोग ज्वर, हैजा तथा अतिसार के उपचार के लिए किया जाता था। इसकी पत्तियों के रस का उपयोग मोतियाबिंद के उपचार में भी किया जाता था।
सर्पगंधा के औषधीय गुण :
- सर्पगंधा पौधे की जडें अतिशय पौष्टिक, निद्राकर गर्भाशय उत्तेजक (Uterine stimulant pills) तथा विषहर होता हैं।
- पारंपारिक चिकित्सा पध्दति में सर्पगंधा की जडों का उपयोग ज्वर, अतिसार, अनिद्रा, हैजा आदि के उपचार में किया जाता है।
- सर्पगंधा वनस्पति की जडों का रस अथवा अर्क उच्चरक्तचाप (High Blood Pressure) की एक बहुमूल्य औषधि हैं।
- इसकी जडों का अर्क चेहरे पर उभरे हुए फोडे फुंसियों को दूर करने के उपचार में किया जाता है।
- गर्भवती महिलाओं के लिए सर्पगंधा के अर्क का बहुत ही महत्व हैं। इस पौधे को जडों का अर्क प्रसव पीडा के दौरान बच्चे के जन्म को सुलभ बनाने के लिए दिया जाता है। सर्पगंधा के अर्क को देने से बच्चेदानी के संकुचन को बढाने में काफी सहायता मिलती हैं।
- साँप के काटने पर सर्पगंधा को जडों का पावडर मरीज को खाने को दिया जाता हैं, तथा यह पावडर प्रभावित क्षेत्र पर भी लगाया जाता हैं। साँप या किसी अन्य कीडे के काटने पर सर्पगंधा का उपयोग बडे पैमाने पर किया जाता हैं। यह एक बहुत ही बहुमूल्य विषनाशक हैं।
- सर्पगंधा की पत्तियों का रस हमारे आँखों के लिए बहुत ही उपयोगी है। यदि हम सर्पगंधा की पत्तियों का रस नियमित रूप से अपनी आँखों मे डालें, तो हमारे आँखों की रोशनी को बढ़ाने में काफी सहायता प्राप्त होती हैं।