➡ वेरीकोज़ वेन :
वेरीकोज़ वेन अर्थात पैरों की पिण्ड़लियों के पीछे नसो का गुच्छा बन जाना जो देखने में तो बहुत खराब लगता ही है साथ ही साथ रोगी को पैरों में खिंचाव और दर्द की भी अनूभूति देता है। बहुत से मित्र हमसे इस समस्या के स्थायी हल के लिये पूछते हैं । Allayurvedic के माध्यम से, इस पोस्ट में, हम आप सभी के लाभार्थ एक बहुत ही कारगर उपाय बता रहे हैं जो बहुत से लोगो ने प्रयोग किया है और लाभ बताया है। हाँलाकि यह रोग कोई विशेष समस्या तो नही पैदा करता है किंतु कई बार कुछ अन्य छोटी-मोटी समस्याओं का कारण बन सकता है। ऑपरेशन द्वारा इसका समाधान किया जा सकता है किंतु जो मित्र ऑपरेशन नही करवाना चाहते उनके लिये प्रस्तुत है यह घरेलू प्रयोग।
➡ इस रोग के होने के मुख्य कारण निम्न पाये गये हैं :
- शारीरिक श्रम की कमी
- अचानक से शरीर में होने वाले हार्मोन परिवर्तन
- उम्र का बढ़ना
- आनुवांशिक
➡ आवश्यक सामग्री :
- 1/2 कप एलोवेरा का गूदा
- 1/2 कप कटी हुयी गाजर
- 10 ml सेब का सिरका
➡ बनाने विधी :
मिक्सी में उपरोक्त तीनों सामानों को एकसाथ ड़ालकर अच्छे से पीसकर पेस्ट तैयार कर लें।
➡ प्रयोग विधी :
वेरीकोज वेन वाले हिस्से पर इस पेस्ट को फैलाकर, सूती कपड़े से बहुत ही हल्की पट्टी बाँध दें । अब एक सीधी जगह पर पीठ के बल लेट जायें और पैरों को शरीर के तल से लगभग एक-सवा फुट ऊपर उठाकर किसी सहारे से टिका लें। इस अवस्था में लगभग तीस मिनट तक लेटे रहें। यह प्रयोग रोज तीन बार करना है।
➡ ध्यान रखें :
यह बहुत धीरे ठीक होने वाला रोग है अत: सयंम के साथ इस प्रयोग का पालन करें लगभग चार से छः सप्ताहों में प्रयोगकर्ताओं नें लाभ होने की बात कही है। यदि All Ayurvedic के माध्यम से दी गयी यह पोस्ट आपको अच्छी और लाभकारी लगी हो तो कृपया शेयर जरूर करें ।