खून की कमी के उपाय और खून की कमी के लक्षण क्या होते हैं यह आपको बताएंगे अगर आपको या आपके परिवार में से किसी को खून की कमी है तो यह पोस्ट आपके लिए बेहद उपयोगी है इस पोस्ट को आप अंत तक पढ़े और अगर यह उपयोगी लगती है तो कृपया इस बहुमूल्य जानकारी को जरुर शेयर कीजिए जिससे और लोग भी इसके बारे में जान पाएँ और फायदा ले पाए।
खून की कमी के उपाय और लक्षण दोस्तों हमारे खून में दो तरह के कण होते हैं एक सफेद कण दूसरा लाल कण जब हमारे शरीर के रक्त में लाल कणों की कमी आ जाती है तो इससे मानव शरीर में खून की कमी हो जाती है जिसे मेडिकल भाषा में एनीमिया भी कहा जाता है।
हमारे शरीर में लाल रक्त कण के लिए लोह तत्त्व यानी के आयरन जरूरी चीज है और जब हमारे रक्त में हेमोग्लोबिन कम हो जाता है तब आयरन की कमी हो जाती है (हीमोग्लोबिन एक तरह का प्रोटीन होता है) तो इसको ही खून की कमी होना बोलते हैं।
मानव शरीर में लोह तत्व की कमी नुकसानदायक होती है इसके काम होने पर इंसान बीमार पड़ने लगता है. एक स्वस्थ मानव शरीर में कम से कम 20 ग्राम आयरन होना चाहिए, लेकिन इस की संतुलित मात्रा ही सही रहती है जब मानव शरीर में हिमोग्लोबिन की मात्रा यानी के Blood में लोह तत्व की मात्रा अधिक हो जाए तो शरीर में हीमोक्रोमेटिक रोग होने का खतरा बढ़ जाता है।
जैसा की हमने ऊपर बताया आयरन ब्लड में लाल रक्त कणों का निर्माण करने में सहायक होता है और इससे हिमोग्लोबिन का भी निर्माण होता है. अगर किसी के शरीर में हिमोग्लोबिन की मात्रा अच्छी है तो उसका शरीर सुडौल व सुंदर रहता है।
खून की कमी के लक्षण कैसे पहचानें
कमजोर नाखून : आयरन डेफिशियंसी के लक्षणों में भुरभुरे अथवा कमजोर नाखून सबसे सामान्य है। इसके साथ ही जीभ पर जख्म अथवा सूजन होना, मुंह के किनारों का फटना, अधिक गुस्सा आना और लगातार संक्रमण होते रहना भी शरीर में आयरन की कमी की ओर इशारा करते हैं।
अखाद्य पदार्थों को खाने की इच्छा : आयरन डेफिशियंसी इनीमिया के शिकार लोगों को भोजन नहीं बल्कि ऐसी चीजें खाने का मन करता है, जिन्हें खाने योग्य नहीं माना जाता। वे बर्फ, पेंट, मिट्टी और स्टॉर्च आदि खाने के प्रति ललायित रहते हैं। इस प्रकार की भूख को ‘पीका’ कहते हैं।
भूख ना लगना, उदास सा रहना चेहरे की चमक कम हो जाना : जिन लोगों को खून की कमी होती है ऐसे लोगों में कुछ इस प्रकार के लक्षण दिखने लगते हैं भूख ना लगना, उदास सा रहना चेहरे की चमक कम हो जाना, और शरीर में थोड़ा सा ही परिश्रम करने पर बहुत ज्यादा थकान हो जाना पैदल चलने पर चक्कर आना इस प्रकार से होते हैं और शारीरिक रुप से कमजोर व्यक्ति को भी खून की कमी हो सकती है।
माता-बहनों में खून की कमी : माता-बहनों में खून की कमी के कारण उनका मासिक धर्म समय से नहीं हो पाता और खून की कमी की वजह से उनके बच्चे शारीरिक रुप से कमजोर होते हैं तथा उनका दिमागी विकास भी कमजोर होता है जिससे उनकी याददाश्त पर भी असर पड़ता है। और सबसे बड़ा कारण यही होता है कि बच्चे पढ़ाई में थोड़ा पीछे रहते हैं. अब हम नीचे पढ़ेंगे लोगों में खून की कमी कि उपाय उनको क्या करना चाहिए जिससे उनका शरीर स्वस्थ रहे।
अनीमिया के लक्षण और संकेत
सभी प्रकार के अनीमिया में थकान सबसे सामान्य लक्षण है। थकान का मुख्य कारण शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की पर्याप्त मात्रा न होना है। शरीर में पर्याप्त मात्रा में लाल रक्त कोशिकायें नहीं होने के कारण शरीर के सभी भागों में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती।
इसके साथ ही आपका शरीर जिन लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण करता है, उनमें भी सामान्य से कम हीमोग्लोबिन होता है। हीमोग्लोबिन लाल रक्त कोशिकाओं में मौजूद आयरन से भरपूर प्रोटीन होता है। यह लाल रक्त कोशिकाओं को फेफड़ों से शरीर के अन्य भागों में ऑक्सीजन पहुंचाने में मदद करता है।
अनीमिया के कारण सांस उखड़ना और सिरदर्द जैसी शिकायतें हो सकती हैं। इसके साथ ही हाथ-पैर में ठण्ड लगना, त्वचा का पीलापन और सीने में दर्द की शिकायत हो सकती है।
अगर आपके शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं को ले जाने के लिए पर्याप्त हीमोग्लोबिन नहीं है, तो इसका असर आपके दिल पर भी पड़ता है। आपके दिल को ऑक्सीजन से भरपूर रक्त को आपके शरीर में पहुंचाने के लिए अधिक मेहनत करने की जरूरत होती है। इससे आपकी हृदयगति असामान्य हो सकती है। और आपको हार्ट मर्मर, हृदय के आकार में परिवर्तन और यहां तक कि हार्ट फैल्योर तक की नौबत आ सकती है।
नवजात शिशुओं और बढ़ते बच्चों में अनीमिया के लक्षणों में भूख में कमी, धीमा विकास और व्यवहारगत समस्यायें हो सकती हैं।
खून की कमी को दूर करने के घरेलु उपाय
काली मिर्च और सेंधा नमक : खून की कमी को दूर करने के लिए अनार का जूस सबसे बेहतर विकल्प है इसके लिए आप एक गिलास अनार के जूस में स्वादानुसार पिसी हुई काली मिर्च और सेंधा नमक मिला कर पीने से काफी लाभ होता है. इसको लेने का कोई समय नहीं है आप प्रतिदिन भी ले सकते हैं या सप्ताह में दो या तीन बार जब तक आप को फायदा नजर ना आने लगे इस को पीते रहिये यह खून की कमी को दूर करने के लिए एक रामबाण औषधि है।
अखरोट, खजूर और ड्राई फ्रूट : सबसे बेहतरीन खून की कमी के उपाय जिन लोगों को खून की कमी, आयरन की कमी, या एनीमिया है ऐसे लोगों को ज्यादा से ज्यादा ड्राई फ्रूट मेवों का सेवन करना चाहिए इनको खाने से शरीर को भरपूर मात्रा में आयरन मिलता है। जिसमें से अखरोट एनीमिया के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद साबित होता है इसके अलावा आप सेब और खजूर जैसी चीजों का भी सेवन कर सकते हैं इन दोनों के अंदर भी आयरन की प्रचुर मात्रा रहती है और एनीमिया के रोगियों के लिए यह एक बहुत अच्छा विकल्प साबित होता है।
चुकंदर : चुकंदर का सेवन करने से भी हमारे शरीर के अंदर एनीमिया या खून की कमी बहुत तेजी से दूर होती है क्योंकि चुकंदर में लौह तत्वों की मात्रा भरपूर होती है. चुकंदर का सेवन करते ही मानव शरीर के अंदर ब्लड सेल एक्टिव हो जाते हैं जिससे आपके पूरे शरीर में ऑक्सीजन का संचार बढ़ जाता है इसी वजह से एनिमिया के मरीजो को चुकंदर खाने की सलाह दी जाती है बहुत लोग शौक के तौर पर भी इसको सलाद के रूप में या टमाटर, गाजर और शिमला मिर्च के साथ सब्जी बनाकर खाते हैं।
सोयाबीन : सोयाबीन में भरपूर मात्रा में आयरन व विटामिन होते हैं इसका सेवन आप इस प्रकार कर सकते हैं सोयाबीन का आटा लेकर थोड़ा गेहूं के आटे के साथ मिलाकर चपाती बना कर इसका सेवन किया जा सकता है. यह भी एक खून की कमी के उपाय में कारगर समाधान है और उसको खाने से शरीर को लो फैट प्राप्त होता है इसलिए जिनको फैट बढ़ने का डर है वह बिना किसी संकोच के इसको सेवन कर सकते हैं।
मैथी, पालक और बथुआ : खून की कमी को दूर करने के लिए मैथी, पालक और बथुआ नामक भाजी का सेवन करना चाहिए इनके सेवन से हमारे शरीर में आयरन की मात्रा बढ़ती है फल स्वरुप मानव शरीर में खून की कमी दूर हो जाती है इनमें से सबसे अधिक मात्रा में आयरन मेथी की भाजी में होता है।
गिलोय का रस : आयरन की कमी या एनीमिया के रोगियों के लिए गिलोय के रस का सेवन भी बहुत लाभकारी है यह खून की कमी को दूर करता है अब आप सोच रहे होंगे कि यह गिलोय का रस कहां मिलेगा तो आपकी जानकारी के लिए हम बता दें पूरे भारतवर्ष में जगह-जगह आयुर्वेद चिकित्सालय उपलब्ध है यहां से आपको उत्तम प्रकार का गिलोय रस मिल जाता है और उस पर इसके सेवन की विधि भी लिखी हुई है।
गाजर : जो लोग शारीरिक रुप से कमजोर हैं और उनको खून की कमी है तो ऐसे लोगों को प्रतिदिन कम से कम 200 ग्राम गाजर का सेवन करना चाहिए या प्रतिदिन एक गिलास गाजर के रस का जूस पीने से उनके शरीर में आयरन की कमी दूर होकर उनका शरीर फिर से हष्ट पुष्ट हो जाता है।
टमाटर, काली मिर्ची व सेंधा नमक : अपने शरीर में लोह तत्व की कमी को दूर करने के लिए तथा हिमोग्लोबिन की मात्रा को बढ़ाने के लिए टमाटर बहुत ही अच्छी चीज है. ऐसे लोगों को प्रतिदिन दो टमाटर काटकर व उन पर काली मिर्ची व सेंधा नमक छिड़क कर खाना चाहिए या फिर टमाटर का जूस निकालकर भी पी सकते हैं जिन लोगों को खून की कमी है उनके लिए भी यह बहुत ही सस्ता और कारगार उपाय साबित होता है. इसके सेवन से उनके चेहरे पर भी लाली आ जाती है और गाल टमाटर जैसे चमकने लगते हैं।
काले चने : उबले हुए देसी काले चने का सेवन करने से आपके शरीर में खून की कमी दूर होती है. और आपके दुबले पतले शरीर अंदर से दमदार, सुडौल व शक्तिशाली बनाता है. यह भी एक उत्तम खून की कमी के उपाय में से एक है.
गुड़ : आपने देखा हुआ कुछ लोग भोजन के बाद एक गुड़ की डली अवश्य कहते हैं. इसका वैज्ञानिक कारण गुड़ में लोह तत्व की मात्रा भरपूर होती है इसलिए आप भी अगर भोजन के बाद एक छोटी से गुड़ की डली खाना अपनी आदत में डालें तो आपके लिए जीवन में कभी भी खून की कमी नहीं हो सकती है. और इससे पाचन क्रिया भी सही बनी रहती है।
पीनट बटर : खून की कमी हो जाने पर पीनट बटर का सेवन बहुत ही गुणकारी माना गया है दो चम्मच पीनट बटर में लगभग 0.5 mg से भी ज्यादा आयरन आपके शरीर में पहुंच जाता है इसके लिए आप प्रतिदिन नाश्ते में ब्रेड पर पीनट बटर लगाकर खाएं और उसके बाद अगर आप थोड़ा सा संतरे का जूस पी लेते हैं तो यह बहुत तीव्र गति से आयरन को अब्जॉर्ब कर लेता है वैसे इसको किसी भी चीज़ में मिलाकर खाया जा सकता है।