थायराइड हमारे देश की एक बड़ी समस्या बन गया है हमारे बदलते खानपान के कारण यह तेजी से बढ़ रहा है अनियमित खान-पान से हमारे शरीर के बदलते हारमोंस के कारण यह एक बड़ी समस्या बन चुका है यह पुरुषों के मुकाबले स्त्रियों में ज्यादा देखा जाता है यह दो प्रकार का होता है। हाइपो थायराइड और हाइपर थायराइड।
थायराइड एक ऐसी बीमारी है, जिससे अधिकतर लोग ग्रस्त रहते हैं। पुरूषों के मुकाबले यह बीमारी महिलाओं में ज्यादा देखी जाती है। थायराइड मानव शरीर में पाए जाने वाले एंडोक्राइन ग्लैंड में से एक है।
थायरायड ग्रंथि गर्दन मे श्वास नली के ऊपर होती है, जिसका आकार तितली जैसा होता है। यह ग्रंथि थाइराक्सिन नामक हार्मोन बनाती है, जो शरीर की एनर्जी, प्रोटीन उत्पादन व अन्य हार्मोन्स के प्रति होने वाली संवेदनशीलता को कंट्रोल में रखता है। थायराइड होने पर शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कम होती है, जिससे शरीर में कई तरह की प्रॉबल्म नजर आने लगती है।
अधिकतर मामलों में थायराइड के शुरूआती लक्षण का पता आसानी से नही चल पाता, क्योंकि गर्दन में आने वाली छोटी सी गांठ को तो अक्सर सामान्य समस्या समझ लिया जाता है लेकिन इसके अलावा और भी कई लक्षण शरीर में दिखने लगते है, जिनको लेकर हम लोग अक्सर लापरवाही बर्त देते है, जो बाद में गंभीर समस्या बन जाती है।
आज हम आपको महिलाओं में होने वाले थायराइड के कुछ लक्षणों के बारे में बताने जा रहे है, जिन्हें अनदेखा करना मतलब गंभीर समस्या को बुलावा देना होगा। आप इन लक्षणों के पहचानकर कर सही समय पर थायराइड का इलाज करवा सकती है।
थायराइड होने के 10 लक्षण
तेजी से बढ़ता वजन : वैसे तो बढ़ता मोटापा आज हर किसी समस्या बना हुआ है लेकिन अगर आपका वजन तेजी से बढ़ रहा है, तो इसे नजरअंदाज करने की गलती न करें क्योंकि थायराइड के कारण मेटाबॉलिज्म भी प्रभावित होता है। हम जो भी खाते हैं वो पूरी तरह एनर्जी में नहीं बदल पाता और वसा के रूप में शरीर पर जमा होने लगता है।
थकावट रहना : अगर बिना कोई काम किए शरीर थकावट या कमजोरी महसूस करने लगे तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें क्योंकि मेटाबॉलिज्म पर थायरॉक्सिन के प्रभाव से खाया गया खाना एनर्जी में नहीं बदल पाता तो शरीर थकावट और कमजोरी महसूस करने लगता है। इसके अलावा थकान का कारण एनीमिया भी हो सकता है।
अनियमित पीरियड्स : वैसे तो बदलते लाइफस्टाइल में अनियमित पीरियड्स की समस्या बहुत सी महिलाओं में देखने को मिलती है। पीरियड्स में होने वाली गड़बड़ी को कभी भी अनदेखा न करें क्योंकि थायराइड की समस्या होने पर पीरिड्स का इंटरवल बढ़ जाता है और 28 दिन की बजाएं पीरिड्स ज्यादा बढ़ जाते है।
डिप्रैशन में रहना : अगर थायराइड ग्रंथि कम मात्रा में थायरॉक्सिन उत्पन्न करती है तो इससे डिप्रैशन वाले हार्मोन एक्टिव हो जाते हैं। डिप्रैशन से रात अनिंद्रा की प्रॉबल्म होती है। अगर आपको भी डिप्रैशन रहता है तो तुरंत किसी डॉक्टर से जांच करवाएं।
सीने में दर्द होना : अगर आपको थायराइड है तो इससे दिल की धड़कन भी प्रभावित हो सकती है। दिल की धड़कन में होने वाली इसी अनियमितता के कारण सीने में तेज दर्द हो सकता है।
खाने का मन न होना : थायराइड होने पर भूख तेज लगने के बाद भी खाना नहीं खाया जाता, वहीं कई बार जरूरत से ज्यादा खाने पर वजन तेजी से कम होने लगते है।
सर्दी या गर्मी बर्दाश्त न होना : थायराइड होने पर मौसम का प्रभाव हमारे शरीर पर अधिक दिखाई देने लगता है। हाईपोथॉयरायडिज्म होने पर शरीर को न तो ज्यादा ठंड बर्दाश्त होती है और न ही ज्यादा गर्मी का मौसम। अगर आपके साथ भी ऐसा होता है तो तुरंत जांच करवाएं।
याददाश्त कम होना : थायराइड के कारण स्मरण शक्ति और सोचने-समझने की क्षमता भी प्रभावित होती है। याददाश्त कमजोर हो सकती है और व्यक्ति का स्वभाव भी चिड़चिड़ा हो सकता है।
पेट में गड़बड़ी : थायराइड होने पर कब्ज की समस्या शुरू हो जाती है। जिस वजह से खाना पचाने में दिक्कत होती है साथ ही खाना आसानी से गले से नीचे नहीं उतर पाता।
मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द : मांसपेशियों और जोड़ों में होने वाले दर्द को भी कोई आम समस्या न समझें और तुंरत डॉक्टरी जांच करवाएं क्योंकि यह थायराइड की समस्या भी हो सकती है।
थायराइड से छुटकारा पाने का 2 सबसे आसान घरेलु उपाय
देशी गाय का मूत्र : सबसे पहले देशी गाय का मूत्र लेकर सुबह खाली पेट चार चम्मच सेवन करने से थायराइड 15 दिन में में लाभ मिलना प्रारम्भ हो जाता है। इसके साथ मुंह के स्वाद को बदलने के लिए संतरा का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। यदि यह उपचार नियमित रूप से करेंगे तो आप थायराइड जैसी समस्या से छुटकारा पा लेंगे।
धनिया : साबुत धनिया को बारीक पीसकर इसका पाउडर बनाकर एक चम्मच एक गिलास पानी में डालकर अच्छी तरह से मिलाकर उसे खूब उबालें। फिर थोड़ा ठंडा करके इसे एक ड्रिंक की तरह पिए। यह उपाय किसी भी प्रकार के थायराइड में फायदेेमंद होता है।