Cinnamon | दालचीनी को वंडर स्पाइस भी कहते हैं। एक ओर जहां ये खाने का जायका बढ़ाने के काम आता है वहीं सेहत के लिहाज से भी इसके बहुत से फायदे हैं। सेहत और खूबसूरती दोनों ही चीजों के लिए दालचीनी का इस्तेमाल किया जाता है।
Cinnamon | दालचीनी में मौजूद कंपाउंड कई औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं. जो सेहत और खूबसूरती दोनों के लिए फायदेमंद होते हैं। यूं तो दालचीनी अपने आप में ही एक अच्छी औषधि है लेकिन इसे दूध के साथ मिलाकर पीना और भी फायदेमंद है। दालचीनी वाला दूध कई बीमारियों में फायदेमंद है और कई बीमारियों से सुरक्षित भी रखता है।
Cinnamon Milk | दालचीनी वाला दूध बनाना बहुत ही आसान है. एक कप दूध में एक से दो चम्मच दालचीनी पाउडर डालकर अच्छी तरह मिला लें। वैसे तो इस दूध को पीने का कोई नुकसान नहीं है लेकिन फिर भी एकबार अपने डॉक्टर से सलाह जरूर ले लें।
हमारे किचन में मिलने वाला मसाला दालचीनी हमारे सेहत के लिए अत्यधिक फायदेमंद होती हैं दालचीनी का पाउडर अगर चाय में डाल कर पिया जाए तो यह अत्यधिक फायदा पंहुचाता हैं। आईये जानते हैं All Ayurvedic के माध्यम से दालचीनी के फायदों के बारे में…
दालचीनी के फायदे | Cinnamon’s Health Benefits
अच्छी नींद : जिन भी लोगों को रात में नींद नहीं आती है उन्हें सोने से पहले 1 गिलास दूध में चुटकी भर दालचीनी मिलकर के सेवन अवश्य करना चाहिए। इससे नींद बहुत अच्छी आएगी। दालचीनी का दूध बनाने का तरीका हमने ऊपर बताया है आप इसके आधार पर दालचीनी का दूध बना सकते है।
डायबिटीज : दालचीनी में कई सारे ऐेसे कंपाउंड मौजूद होते हैं जो शरीर में शुगर लेवल को पूरी तरह कंट्रोल में रखते हैं। ऐसे में डायबिटीज के रोगी के लिए दालचीनी वाला दूध अत्यधिक फायदेमंद होता है।
पाचन क्रिया : दालचीनी वाला दूध पीने से पाचन क्रिया पूरी तरह स्वस्थ होती है और पेट में एसिडिटी की कोई समस्या भी नहीं रहती। ऐसे में जिन लोगों को खाना पचाने में बहुत मुश्किल होती है उन्हें हर रोज इसका सेवन अवश्य करना चाहिए।
मजबूत हड्डियां : दालचीनी के सेवन से हड्डियां अत्यधिक मजबूत होती हैं। जिन लोगों को गठिया की गंभीर समस्या होती है उन्हें नियमित रूप से इस दूध का सेवन अवश्य करना चाहिए। इससे कैल्शियम की कमी भी दूर हो जाती है।
ब्लड शुगर लेवल : कई अध्ययनों में इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि दालचीनी में कई ऐसे कंपाउंड पाए जाते हैं जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करते हैं. दालचीनी वाला दूध खासतौर पर टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है।
खूबसूरत बालों और त्वचा : दालचीनी वाला दूध पीने से बालों और स्किन से जुड़ी लगभग हर समस्या दूर हो जाती है. इसका एंटी-बैक्टीरियल गुण स्किन और बालों को इंफेक्शन से सुरक्षित रखता है।
जोड़ों का दर्द : अगर आप रोज सुबह एक कप गरम पानी, दालचीनी और शहद मिला कर पीएंगे तो जोड़ों के पुराने दर्द से राहत मिल सकती है।
मोटापा : मोटापा कम करने के लिए दालचीनी की बनी हुई चाय काफी फायदेमंद है।
हार्ट प्रॉब्लम्स : दालचीनी और शहद के मिश्रण को रोटी के साथ खाने से दिल की बीमारियों से भी आप दूर रह सकते हैं।
संधिवात का दर्द : दालचीनी एक सप्ताह में संधिवात के दर्द से निजात मिलती है और एक महीने तक इसका सेवन करने से चलने फिरने में असमर्थ लोग भी चलने में सक्षम हो जाते हैं। आर्थाइटिस के दर्द में भी दालचीनी काफी फायदेमंद साबित होती है।
सर्दी, खांसी, कफ या गले की तकलीफ : सर्दी, खांसी या गले की तकलीफों में दालचीनी बेहद बढ़िया असरदायक दवा का काम कर सकती है। इसे पीसकर एक चम्मच शहद के साथ एक चुटकी मात्रा में खाने से जुकाम में आराम मिलता है।
आप गर्म या गुनगुने पानी में दालचीनी के पाउडर को शहद के साथ मिलाकर पी सकते हैं। दालचीनी के पाउडर को पिसी हुई काली मिर्च के साथ सेवन करने से भी राहत मिलती है। इससे पुराने कफ में भी राहत मिलेगी।
पेट गैस, पेट दर्द और एसिडिटी : अपच, गैस, पेट दर्द और एसिडिटी जैसी समस्यों में भी दालचीनी का पाउडर काफी असरदायी होता है। इसके सेवन से उल्टी-दस्त की समस्या में भी लाभ होता है। साथ ही भोजन को पचाने में भी यह अच्छा माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि शहद और दालचीनी के पावडर का मिश्रण लेने से पेट का अल्सर जड़ से ठीक हो जाता है।
मानसिक तनाव और याददाश्त : शारीरिक फायदों के साथ ही दालचीनी मेमोरी बढ़ाने में भी सहायक है। दालचीनी को पानी में रगड़कर कनपटी पर गरम लेप लगाने से आराम मिलता है। इतना ही नहीं नियमति रूप से शहद और दालचीनी का सेवन करने से मानसिक तनाव कम होता है और मेमोरी भी बढ़ती है।
चेहरे की चमक : शहद और दालचीनी के पेस्ट को रात को सोते वक्त चेहरे पर लगाएं और सुबह गुनगुने पानी से धो लें, इससे चेहरा एकदम चमक जाएगा।
बालों के गिरने की समस्या : गंजेपन या बालों के गिरने की समस्या के लिए गरम जैतून के तेल में एक चम्मच शहद और एक चम्मच दालचीनी पाउडर का पेस्ट बनाकर इसे सिर में लगाए और पंद्रह मिनट बाद धो लें। ऐसा दो-तीन हफ्ते करने से बालों का झरना कम हो जाएगा।