वास्तु विज्ञान में बताया गया है कि हमारे आस-पास और घर में मौजूद चीजों का किसी न किसी रुप में हम पर जरुर असर होता है। आपने महसूस भी किया होगा कि कोई चीज आपके घर में आई होगी और उसके बाद से घर में एक के बाद एक खुशखबरी और उन्नति होती गई होगी।

और कभी-कभी कुछ ऐसी चीजें घर में आ जाती हैं जिससे अचानक ही घर में परेशानियों का दौर शुरु हो जाता है। और हम यह भी नहीं समझ पाते हैं कि यह सब कैसे हो रहा है।

वास्तु विज्ञान में ऐसी ही सात चीजों का उल्लेख किया गया है जो घर में कभी भी नही लाना चाहिए। अगर ये चीजें घर में आ जाएं तो समझ लीजिए आपने खुद ही अपने घर में परेशानियों को निमंत्रण दिया है।

घर को मंदिर की संज्ञा दी गई है और घर के वातावरण का आपके आम जीवन और दिनचर्या पर अवश्य पड़ता है। ऐसे में यदि घर-परिवार का वातावरण अनुकूल नहीं हो, तब वह प्रत्येक सदस्य के जीवन को प्रभावित करता है। यदि आपके घर में किसी भी कारण से सुख शांति नहीं रह पा रही है, तो आप नीचे दिए गए उपाय कर घर में सुख-शांति बनाए रख सकते हैं।

सभी चाहते हैं कि उनके घर में सुख-शांति रहे और किसी प्रकार की क्लेश न हो। लेकिन वर्तमान समय में ऐसे कम ही घर होते हैं जहां किसी प्रकार का क्लेश न होता हो। अगर आपके घर में आए दिन किसी न किसी बात पर क्लेश होता है तो इसके लिए यह उपाय करें।

घर की सुख-शांति और समृद्धि का उपाय – वास्तुशास्त्र और ज्योतिष शास्त्र

शनिवार को स्नान आदि करने के बाद किसी पीपल के पेड़ से एक पत्ता तोड़ लाएं। उस पर सफेद चंदन से गायत्री मंत्र लिखें और उसका पूजन करें। अब इसे किसी ऐसे स्थान पर रख दें जहां किसी की नजर इस पर न पड़े यदि आप धन-संपत्ति चाहते हैं इस पत्ते को अपने कैश बॉक्स में भी रख सकते हैं लेकिन यह किसी को दिखाई न दे इस प्रकार रखें। इस पीपल के पत्ते को हर शनिवार को बदलते रहें। इससे घर में सुख-शांति रहेगी और धन-संपत्ति भी बढ़ती रहेगी।

एक मुट्ठी गुड़, एक मुट्ठी नमक डली वाला, एक मुट्ठी गेहूं, दो तांबे अथवा चाँदी के सिक्के डाल कर सफेद कपडे में बांध कर घर में रखें तो, उस घर में पति-पत्नी या अन्य सदस्यों में बिलकुल भी लड़ाई झगड़े नहीं होते है। इस उपाय को सोमवार, बुधवार, बृहस्पतिवार, शुक्रवार या रविवार को सूर्यास्त से पहले करें।

यदि परिवार के सदस्यों में आये दिन झगड़े होते हों, परिवार में कलह हो तो परिवार का मुखिया रात्रि को अपने पलंग के नीचे एक लोटा जल रख दे और रविवार को छोड़कर सुबह स्नान, घर की पूजा के बाद “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नम:” मन्त्र का जाप करते हुए वह जल पीपल को चढ़ायें। इससे परिवार में कलह दूर होती है, घर में प्रेम और शान्ति का वातावरण बनता है।

यदि तमाम प्रयासों के बावजूद भी घर के सदस्यों के मध्य तालमेल का आभाव हो, घर में कलह रहती हो तो घर में निश्चित ही दूटा बर्तन, टूटा काँच, टूटी शीशी , पुराना टूटा जंग खाया अनुपयोगी लोहा आदि होगा उसे शीघ्र ही घर से बाहर करें, घर के सदस्यों के आपसी सम्बन्धो में सुधार होने लगेगा।

घर में सुबह-सुबह कुछ देर के लिए ही सही, लेकिन भजन अवश्य लगाएं। घर में कभी भी झाड़ू को खड़ा करके नहीं रखें। उसे पैर नहीं लगाएं, न ही उसके ऊपर से निकलें, अन्यथा घर में बरकत की कमी हो जाती है।

बिस्तर पर बैठ कर कभी खाना न खाएं, ऐसा करने से बुरे सपने आते हैं। घर में जूते-चप्पल इधर-उधर बिखेर कर या उल्टे सीधे करके नहीं रखें। इससे घर में अशांति उत्पन्न होती है।

पूजा का समय सुबह 6 से 8 बजे के बीच होना चाहिए। पूजा भूमि पर आसन बिछा कर, पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुंह करके, बैठ कर करनी चाहिए।

जब भी भोजन बनाएं, पहली रोटी गाय के लिए निकालें। पूजा घर में सदैव जल का एक कलश भरकर रखें। धूप, दीप, आरती, पूजा अग्नि जैसे पवित्रता के प्रतीक साधनों को मुंह से फूंक मारकर न बुझाएं।

मंदिर में धूप, अगरबत्ती व हवन कुंड की सामग्री, दक्षिण पूर्व में रखें। घर के मुख्य द्वार पर दाईं तरफ स्वस्तिक बनाएं। घर में कभी भी जाले न लगने दें, अन्यथा घर में राहु का असर रहेगा।

शाम के समय न सोएं। रात्रि में सोने से पहले अपने इष्टदेव का स्मरण अवश्य करें। घर के मध्य भाग में जूठे बर्तन साफ करने का स्थान नहीं बनाना चाहिए।

वास्तु विज्ञान में बताय गया है कि घर में कभी भी जंगली जानवर खास तौर पर हिंशक पशुओं की तस्वीरों को घर में नहीं लगाना चाहिए। इसका कारण यह है कि इन तस्वीरों से नकारात्मक उर्जा का संचार होता है और घर में रहने वालों की प्रवृति पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। लागों में आपसी तालमेल की जगह एक दूसरे के प्रति द्वेष बढ़ता है। परिवार में आपसी कलह के कारण सुख-चैन खोने लगता है। इसलिए इस तरह की तस्वीरों को घर में नहीं लगाना चाहिए।

बहुत से लोग अपने घर में पानी का फव्वरा लगाते हैं या फिर घर की दीवार पर इनकी तस्वीर लगाते हैं। वास्तु विज्ञान कहता है कि इस तरह की तस्वीर और घर में इनकी मौजूदगी व्यय को बढ़ाता है। इसका कारण यह है कि इस तरह की चीज गतिशीलता को दर्शाती है।

धन के मामले में जितना ठहराव होगा यह आपकी खशहाली के लिए उतना ही बेहतर होगा। वास्तु विज्ञान के अनुसार इनसे घर में आई हुई खशी और लक्ष्मी अधिक दिनों तक घर में नहीं ठहरती है।

बहुत से लोग घर में भूत-प्रेम और राक्षसों की भी तस्वीरें लगाते हैं। जबकि इस तरह की तस्वीरों से भले ही आपको लगे कि आपने अपने घर के कुछ नयापन दिया हो लेकिन वास्तव में यह नुकसानदायक होता है। वास्तु विज्ञान कहता है कि इस तरह की तस्वीरों को घर में नहीं लगाना चाहिए। इससे घर में नकारात्मक उर्जा का संचार होता है जो घर में रहने वालों के लिए कष्टदायी होता है।