लीवर हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। यह भोजन पचाने, एनर्जी देने और विषैले पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने का पूरी तरह काम करता है। ऐसे में लीवर का स्वस्थ होना बहुत आवश्यक होता है।
प्रदूषित वातावरण, गलत खान-पान, सिगरेट और शराब के अत्यधिक सेवन से लीवर में सूजन आ जाती है। ऐसे में कुछ आसान घरेलू उपाय अपनाकर लीवर को स्वस्थ रखा जा सकता है।
लिवर की खराबी का अगर सही समय पर इलाज़ न हो तो आगे जाकर यह बिमारी विकराल रूप ले सकती है, यहाँ तक की जान भी जा सकती है।
लीवर कमज़ोर होना या लीवर की खराबी, इस बिमारी के कई कारण हो सकते है। लीवर में दर्द होना, भूख कम लगना आदि इस बिमारी के सामान्य लक्षण है।
लिवर में सूजन आ जाने से खाना आँतों मे सही तरीके से नहीं पहुँच पाता और ठीक तरह से हज़म भी नहीं हो पाता। ठीक तरह से हज़म न हो पानें से अन्य तरीके के रोग भी उत्पन्न हो सकते है।
इसलिए लीवर की खराबी का पक्का, आसान और पूरी तरह से आयुर्वेदिक इलाज़ हम आपके लिए लेकर आये है जिससे लिवर की खराबी से निजात मिल जाएगी।
कभी-कभी ऐसा होता है कि हमारे शरीर में बहुत सारे बदलाव आने लगते हैं जिन्हें हम विल्कुल नज़र अंदाज़ कर देते हैं। इनमे लिवर की बीमारी भी बहुत बढ़ गयी है।
लिवर की खराबी के बहुत से कारण हो सकते हैं जिनमे से एक मुख्य कारण है शराब का अत्यधिक सेवन करना, भोजन में मिर्च मसाले ज़्यादा खाना और भी बहुत से कारण हैं। जैसे यदि आपका पेट बहुत ज्यादा बढ़ रहा है तो आप यही सोचेंगे की यह मोटापे की वजह से हो रहा होगा।
क्या आप जानते है लिवर के ख़राब होने से भी पेट पर बहुत सूजन आने लगती है, जिसकी वजह से पेट फूलने लगता है। इन्ही बातों को ध्यान रखते हुए यह लेख लिखा गया है। आइए जानिए All Ayurvedic के माध्यम से इसके लक्षण और उपचार के बारे में…
लीवर खराब होने के लक्षण
पेट में सूजन : जब भी पेट में अत्यधिक सूजन आती है तो यह लीवर खराब होने का संकेत होता है।
मुंह से दुर्गंध आना : कभी कभी मुँह की सफाई करने के बाद भी अगर मुँह से पूरी तरह बदबू आती है तो यह भी लीवर के खराब होने का गंभीर संकेत होता है।
पाचन क्रिया खराब होना : जब कभी भी खाना खाने के बाद अगर पेट में कोई गंभीर समस्या होती है, तो यह लीवर खराब होने का संकेत होता है।
चेहरे और आंखों में पीलापन : अगर आपके चेहरे पर पीलापन दिखाई दे तो यह भी लीवर के खराब होने का संकेत होता है।
यूरिन का रंग बदलना : पेशाब का रंग भी अगर थोड़ा डार्क या हल्का होता है तो यह भी लीवर के खराब होने का गंभीर संकेत होता है।
लीवर को ठीक करने के 5 घरेलू उपाय
गाजर का जूस : लीवर की सूजन को पूरी तरह कम करने के लिए रोजाना गाजर का जूस पीएं। इसके अलावा गाजर जूस में पालक जूस मिलाकर भी सेवन कर सकते हैं।
मुलेठी : इसके लिए मुलेठी को अच्छी तरह पीसकर पाउडर बना लें और इसे पानी में उबालें। जब पानी ठंडा हो जाए तो इसे छान कर पूरी तरह पी लें। इससे लीवर की सूजन और गर्मी पूरी तरह दूर होगी।
सेब का सिरका : लीवर की सूजन को पूरी तरह कम करने के लिए 1 चम्मच सेब के सिरका और 1 चम्मच शहद को 1 गिलास पानी में अच्छी तरह मिलाकर पीएं। इससे शरीर से विषैला पदार्थ पूरी तरह बाहर निकलेंगे और सूजन कम होगी।
नींबू : इसके लिए 1 गिलास पानी में 1 नींबू का रस और थोड़ा-सा सेंधा नमक मिलाकर पीने से भी बहुत अधिक फायदा होता है। दिन में दो-तीन बार इसका सेवन करने से लीवर की गर्मी पूरी तरह दूर होती है।
छाछ : 1 गिलास छाछ में काली मिर्च, हींग और भूना जीरा डालकर भोजन के साथ अवश्य पीएं। इससे लीवर की सूजन और गर्मी पूरी तरह दूर होगी।
लिवर को स्वस्थ रखने और उसके सभी रोगों का आयुर्वेदिक उपाय
आवश्यक सामग्री
भृंगराज, भूमि-आंवला, तुलसी पत्र, कासनी, हरड़, पुनर्नवा मूल, गिलोय, आंवला, रेवतचीनी, वायविडंग, सारपुखा मूल, पितपापड़ा सत, तालीसपत्र, चित्रक छाल, कर्चूर, नीसोथ, मुलेठी, रोहिडा छाल, मकोय, कसोंदि सत, अर्जुन छाल।
लिवर केयर चूर्ण बनाने और सेवन करने की प्रयोग विधि
ऊपर दि गयी औषधियों को एक करके बारीक़ पीस ले। फिर कपडा छान कर ले। बस हो गया आपका लिवर केयर चूर्ण तैयार। इस चूर्ण की एक चम्मच को एक कप पानी मे डालकर हिला कर छोड़ देवे।
फिर एक घंटे बाद हिलाकर पिये इस तरह दिन मे दो बार लेने से आपकी लिवर संबन्धी बीमारियों से छुटकारा मिल जाएगा। इसके सेवन से कब्ज़ हेपटाइटिस बी भी ठीक होती है।
नोट : ऊपर लिखी सभी जड़ी-बूटियाँ आप अपने नजदीकी जड़ी-बूटि की दुकान से खरीद सकते है। यदि आपको यह जड़ी-बूटि उपलब्ध नही हो पाये तो इन का बना बनाया लिवर केयर चूर्ण हम आपको उपलब्ध करवा सकते है।
संपर्क सूत्र – Dr.R.K.Kochar E-mail : Allayurvedic@gmail.com