जैसा कि आप सभी जानते है सरसों के तेल का इस्तेमाल लगभग सभी घरों में किया जाता है। कोई खाना बनानेलिए तो कोई शरीर की मालिश करने के लिए इसे रोजाना इस्तेमाल करता हैं। सरसों का तेल सेहत के लिहाज से काफी फायदेमंद है।
इस तेल में कई विटामिन, मिनरल्स और अन्य पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो शरीर को फायदा पहुंचाते हैं। अगर सोने से इसे शरीर के कुछ हिस्सों पर लगाया जाए तो गजब के फायदे मिलते हैं।
आज हम आपको इन्ही शरीर के हिस्सों में से एक हिस्सा हमारे पैरों के तलवे है बारे में बताएंगे, जहां सरसों का तेल लगाने से कई प्रॉब्लम दूर होती हैं।
शरीर के बाकि हिस्सों की मालिश करने के लिये आपको दूसरों की मदद की जरूरत पड़ सकती है किंतु पैरों की मालिश आप अपने आप ही कर सकते हैं। आइये जाने All Ayurvedic के माध्यम से इसके फायदों के बारे में…
पैरो के तलवों पर सरसों तेल मालिश के फायदे
आंखों की रौशनी : रोज रात में सोने से पहले अगर पैरों के तलवों पर सरसों का तेल लगाकर मालिश की जाए तो आंखों की रोशनी तेज होती हैं। अगर आपको नींद अच्छी नहीं आती तो आप यह नुस्खा आपके लिए बैस्ट है। साथ ही इससे शरीर स्वस्थ और मजबूत बना रहता है।
ब्लड सर्कुलेशन बेहतर करे अर्थात खून का दौरा सुचारु करे : सारा दिन टाईट जूते और अन्य तरह के फुटवियर पहनने से पैरों के तलवों तक खून का दौरा सुचारु रूप से नही हो पाता है। इस अवरुद्ध हुये खून के दौरे को सुचारू करने के लिये पैरों की मालिश सर्वोत्तम उपाय है।
सोने से पहले 10 से 20 मिनट तक पैरों और तलवों की मालिश करने से पैरों के अंतिम हिस्से तक खून का दौरा सुचारू हो जाता है। यह मालिश उन लोगों के लिये विशेष रूप से लाभकारी है जिनको मधुमेह रोग के कारण तलवों में सुन्नपन की समस्या पैदा होने लगी है।
वजन कम करे : शरीर में मोटापे की वजह जमा हो रही चर्बी है। यह कई बीमारियों का भी कारण बनती हैं। हर रोज सोने से पहले 5 मिनट पैरों के तलवों का मालिश करने से शरीर में जमा चर्बी पिघलने लगती है। जिससे वजन कम होना शुरू हो जाता है।
अच्छी नींद लाये : सारे दिन की भाग-दौड़ के बाद शाम होते होते दिमाग बहुत ज्यादा थकने लगता है जिस कारण बहुत से लोग शांतिपूर्वक नही सो पाते है और उनकी नींद पूरी रात बार बार टूटती है। यदि ऐसे परेशान लोग रोज रात को सोने से पहले 10-15 मिनट तक अपने पैरों पर मालिश करें तो यह पैरों की बेचैनी को खत्म करके शांतिपूर्वक नींद आने में सहायता करता है।
तनाव और अधीरता को भगाये : हम लोग अधिकतर तनाव और अधीरता में रहते ही हैं। पैरों की मालिश तनाव और हड़बड़ी को घटाने में बहुत मदद कर सकती है। यह दिमाग को शांति पहुचाने के अलावा और भी बहुत से लाभ कर सकती है।
मालिश करते समय तलवों पर अलग अलग हिस्सों पर अतिरिक्त दवाब देनें से नाड़ीतंत्र सही होता है और पूरे शरीर में आराम महसूस होता है जिससे तनाव में बहुत लाभ होता है। दवाब हाथों से देने के अतिरिक्त एक्यूप्रेशर वाले फुटपैड़ भी प्रयोग किये जा सकते हैं।
पैरों के दर्द से राहत : अच्छी तरह से की गयी मालिश पैरों और पैरों की माँशपेशियों को बहुत अच्छी तरह से आराम पहुँचाती है साथ ही साथ पैरों पर आयी हुयी सूजन भी मालिश से उतर जाती है जिस कारण से पैरों के दर्द में बहुत आराम होता है । यदि मलिश करने से पहले पैरों को हल्के गुनगुने पानी से धो लिया जाये तो परिणाम और भी बेहतर होते हैं।
रक्तचाप कम करता है : चूंकि दिन भर जूते पहने रहने से पैर के अंतिम भाग तक खून का दौरा सही से नही पहुँच पाता है अत: दिल ज्यादा जोर से पम्पिंग करके इस समस्या को दूर करने की कोशिश करता है जिस कारण से बाकि पूरे शरीर में रक्त्चाप बढ़ने का खतरा रहता है। यदि रात को तलवों में मालिश की जाये तो पैरों का रक्तदवाब सही रहता है और इस समस्या से बचा जा सकता है।
पैरों की मालिश का सही तरीका
एक बड़े बरतन में गुनगुना पानी भरिये और उसमें अपनी पसंद का कोई भी तेल 5-6 बूँद ड़ालिये।
10 मिनट के लिये अपने पैरों को इसमें डुबाकर बैठ जाइये और फिर एक सूती तौलिये से पैरों को दबा-दबा कर पोंछ लीजिये। अब एक कुर्सी पर आराम से बैठ जाइये।
अपने सीधे पैर के तलवे को उल्टे पैर के घुटने पर टिका लें। अपनी पसंद का कोई भी तेल जैसे कि नारियल तेल, तिल तेल, सरसों तेल अथवा जैतून का तेल हल्का गर्म किया हुया लेकर अपने सीधे पैर की मालिश कीजिये।
मालिश करते समय हाथ ऊपर से नीचे की तरफ ले जायें और पैरों पर हल्का हल्का सा दवाब जरूर दीजिये। पैरों के बाद तलवों और पैर की अंगुलियों की भी मालिश कीजिये।
अब पैरों की स्थिति बदलकर उल्टे पैर भी इसी तरह मालिश कीजिये। ध्यान रखें एक पैर की सम्पूर्ण मालिश के लिये 10-15 मिनट पर्याप्त हैं।