यदि आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर है, तो आप सेहत की समस्याओं से बचे रह सकते हैं, लेकिन अगर आपकी प्रतिरोधक क्षमता में कमी आती है तो इसका सीधा असर आपकी सेहत पर पड़ता है और बीमारियां आपको आसानी से घेर सकती हैं।

क्या आप अक्सर सर्दी-जुकाम, एलर्जी या शारीरिक कमजोरी से पीड़ित रहते हैं? अगर हां, तो ये रोग प्रतिरोधक क्षमता के कमजोर होने के लक्षण हो सकते हैं। दोस्तों संक्रमण और बीमारियों से लड़ने के लिए इम्यूनिटी का मजबूत रहना बहुत जरूरी है।

संक्रामक बीमारियों से लड़ने के लिए जरूरी है कि आपकी इम्यूनिटी अधिक मजबूत हो। इसके लिए आप अच्छी डाइट के साथ-साथ सुबह-सुबह इस ड्रिंक का सेवन जरूर करें।

बदलते मौसम के कारण अधिकतर हर किसी को सर्दी-जुकाम, बुखार आदि संक्रामक बीमारीयों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने खानपान का विशेष ध्यान रखें। इसके साथ ही कोशिश करें कि अच्छी डाइट के साथ घर का बना ही खाना खाएं।

इसके साथ ही ऐसी चीजों का सेवन करें जिससे आपकी इम्यूनिटी तेजी से बूस्ट हो। जानिए ऐसी ही ड्रिंक के बारे में जिसका सेवन सुबह-सुबह करने से आपकी इम्यूनिटी तेजी से बूस्ट होगी। जिससे आप हर तरह के संक्रामक रोगों से खुद को आसानी से बचा सकेंगे। इसके साथ ही आप कोरोना वायरस जैसी जानलेवा बीमारी से भी दूर रहेंगे।

अगर कोई व्यक्ति रोग प्रतिरोधक शक्ति की कमजोरी से गुजर रहा है, तो उसके संक्रमण की चपेट में आने के आसार बढ़ जाते हैं। ऐसे लोगों के लिए All Ayurvedic का यह लेख फायदेमंद साबित हो सकता है। इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे ही खाद्य पदार्थों के बारे में बता रहे हैं, जिनके सेवन से आप अपने इम्यून सिस्टम को बूस्ट कर सकते हैं।

इम्यूनिटी बूस्टर ड्रिंक बनाने के लिए सामग्री

आधा चम्मच काली मिर्च पाउडर, एक चम्मच सेब का सिरका या नींबू, गर्म पानी, एक चम्मच हल्दी पाउडर

इम्यूनिटी बूस्टर ड्रिंक बनाने का तरीका

एक गिलास गर्म पानी में हल्दी, काली मिर्च पाउडर डालकर अच्छी तरलह से मिक्स कर लें। इसके बाद इसमें एक चम्मच कच्चा सेब का सिरका या फिर नींबू का रस डालकर अच्छी तरह से मिक्स कर लें। इसके बाद इसका सेवन करें।

यह कैसे कारगर साबित होगा ये इम्यूनिटी बूस्टर ड्रिंक

हल्दी : हल्दी में भरपूर मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लामेट्री गुण पाए जाते हैं। जो आपकी इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ-साथ पाचन तंत्र को भी ठीक रखने में मदद करता है।

कच्चा सेब का सिरका : सेब साइडर सिरका का उपयोग स्किन  की नैचुरल पीएच को फिर से संतुलित करने में मदद कर सकता है। जिससे आपकी स्किन हेल्दी रहती है।

काली मिर्च : इसमें भरपूर एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लामेट्री गुण होते हैं। जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है बल्कि कोलेस्ट्रॉल के लेवल को भी कम करता है।

जीरा हमारे खाने के स्वाद और खुशबू को बढ़ा देता है। बिना जीरे के तड़के के सब्जी, दाल और रायते का स्वाद फीका सा लगता है। वहीं गुड़ की मिठास से मीठे पकवानों का जायका और भी बढ़ जाता है। जीरा और गुड़ यूं तो हमारे खाने का बहुत ही अहम हिस्सा है। लेकिन क्या आपको पता है गुड़ और जीरे का पानी आपको और आपके परिवार को कई बीमारियों से बचा सकता है।

दरअसल आज हम आपके लिए जो जानकारी लाये है वो आपको कई बीमारियों से मुक्त करने में मदद करेगी। जानिए सुबह नाश्ते से पहले गुड़ व जीरे के पानी को पीने से हमारे शरीर में क्या होता है?

आजकल की बदलती लाइफस्टाइल व बढ़ती उम्र के कारण जिसे देखो हर आदमी कोई न कोई छोटी छोटी बीमारियों से पीड़ित रहता है। पहले यह जानेंगे की रोग प्रतिरोधक क्षमता क्या है, इसका कम होने का कारण, लक्षण और इसके रामबाण घरेलू उपाय।

रोग प्रतिरोधक क्षमता क्या होती है? 

रोग प्रतिरोधक क्षमता को समझना बेहद आसान है। दरअसल, रोग प्रतिरोधक क्षमता के अंतर्गत हमारे शरीर की कोशिकाएं और टिशू विभिन्न बीमारियों से बचाए रखने का काम करते हैं।

रोग प्रतिरोधक शक्ति हमारे शरीर को ऐसा सुरक्षा कवच प्रदान करती है, जिससे शरीर जल्दी किसी साधारण बीमारी की चपेट में नहीं आता।

इम्यून सिस्टम के कमजोर हो जाने पर अक्सर सर्दी-जुकाम और बुखार जैसी समस्या बनी रहती है। एक मजबूत रोग प्रतिरोधक शक्ति विभिन्न रोगाणुओं और संक्रामक बीमारियों से हमें बचा सकती है।

इम्यून सिस्टम कमजोर होने के कारण

इम्यून सिस्टम कमजोर होने के कई कारण हो सकते हैं। यह आपके खाने से लेकर आपकी दिनचर्या तक से प्रभावित हो सकता है। नीचे जानिए इम्यून सिस्टम कमजोर होने के विभिन्न कारण।

प्रतिरोधक क्षमता का जन्म से कमजोर होना। कैंसर के लिए कीमोथेरेपी या अन्य दवाओं के चलते।

अंग प्रत्यारोपण के बाद, उस अंग को सक्रिय रखने के लिए ली जाने वाली दवाओं का सेवन करने से।

संक्रमण के कारण। अल्कोहल का सेवन करना। धूम्रपान करना। शरीर में पोषक तत्वों की कमी होना। एचआईवी एड्स का मुख्य कारण।

इम्यून सिस्टम कमजोर होने के लक्षण

बलगम वाली खांसी या सूखी खांसी, कंपकंपी लगना, जल्दी थकान का अनुभव होना, बेचैनी बनी रहना, बुखार आना, सिरदर्द होना, भूख न लगना, जी मिचलाना या उल्टी होना, गहरी सांस लेने में दिक्कत, सीने में दर्द आदि।

जिसके इलाज के लिए पहले तो वो एक अच्छे डॉक्टर की तलाश में घूमता रहता है और ढेर सारी दवाइयों पर पैसा खर्च करता है। लेकिन इससे एक तो पैसे की बरबादी होती है दूसरे हमारे समय व सेहत को नुक्सान पहुंचता है। ऐसे में हम आपको इन बीमारियों से बचाने के लिए गुड़ व जीरे से बना पानी लाये है।

गुड़ व जीरे से पानी कैसे तैयार करना है और इसे कैसे इस्तेमाल करना है 

एक चममच जीरा जिसमे एंटी ऑक्सीडेंट व एंटी इंफ्लेमेंटरी गुण पाए जाते है। और इसमें आयरन, कैल्शियम, विटामिन, पोटैशियम, मैग्निसियम व मगनीज पाया जाता है।

एक चममच गुड़ का चुरा जिसमे कैल्शियम, फास्फोरस, पोटैशियम, आयरन, विटामिन A व विटामिन बी पाया जाता है।

दो कप पानी अब आपने एक बर्तन में सारी सामग्री डालकर गैस पर रख दे और इसे जब तक उबले जब तक एक कप न रह जाये और इसे एक कप में छान ले।

आपका गुड़ व जीरे वाला पानी तैयार है और आपने इसे सुबह नाश्ते से पहले खाली पेट सेवन करे। फिर देखे आपके शरीर में इससे क्या क्या चमत्कारी फायदे होते है।

हमें इस पानी को पीने से हमें क्या क्या फायदे मिलते है

रोग प्रतिरोध क्षमता बढ़ती है – गुड़ व जीरे में प्राकृतिक गुणों से भरपूर होते है। जो शरीर में से सारे विषले तत्व व गंदगी बाहर निकल जाते है और जिससे हमारे शरीर की इम्युनिटी पावर बढ़ती है। जिससे कोई भी गंभीर बीमारिया आसानी से नहीं लग पाती है।

एनीमिया को दूर करे – इन दोनों चीजों में आयरन होता है जिससे हमारे शरीर में खून की कमी दूर हो जाती है और हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है और हमें एनीमिया का खतरा नहीं रहता है। और इस ड्रिंक से हमारा खून भी साफ़ होता है।

इम्यून सिस्टम को।मजबूत करने के 2 अन्य उपाय

अदरक और गर्म पानी : एक चम्मच कूटा हुआ अदरक, एक कप से थोड़ा ज्यादा पानी लीजिए। सबसे पहले पानी को गर्म होने के लिए रख दें। पानी को हल्का गर्म हो जाने पर इसमें अदरक को डाल दें। अब इसे ढककर तीन मिनट तक उबलने दें। अब इसे छानकर सेवन करें। इस प्रक्रिया को हफ्ते में दो बार कर सकते हैं।

अदरक कैसे है लाभदायक है आइये जाने। आमतौर पर स्वास्थ्य संबंधी फायदे में अदरक का प्रयोग किया जाता है। यह इम्युनो न्यूट्रीशन और एंटी-इन्फ्लेमेटरी प्रतिक्रिया से शरीर के कई प्रकार के रोगों को ठीक कर सकता है। साथ ही इसमें मौजूद एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण मांसपेशियों के दर्द पर प्रभावी असर दिखा सकते हैं।

लहसुन और शहद : लहसुन की 3 से 4 कलियां, आधा चम्मच शहद लीजिये। सबसे पहले लहसुन को कूटकर पेस्ट बना लें।अब इसमें शहद मिला लें। अब इस पेस्ट का सेवन सुबह या शाम करें।

लहसुन और शहद कैसे है लाभदायक है आइये जाने लहसुन के प्रयोग से भी इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाया जा सकता है। एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार, लहसुन में इम्यूनो मॉड्यूलेटरी गुण पाया जाता है, जो इम्यून सिस्टम को मॉड्यूलेट करने में अहम भूमिका निभाते हैं, जिससे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ने में मदद मिलती है।