वास्तु शास्त्र में घर में सुख- समृद्धि को लेकर कई बातों का उल्लेख है। वास्तु विज्ञान के अनुसार, अगर आप घर में कुछ चीजें रखते हैं तो वो आपके घर की सुख शांति में बाधा उत्पन्न कर सकती हैं।
वहीं कुछ ऐसी वस्तुएं भी होती हैं जिन्हें घर में रखने से सुख समृद्धि और शांति बनी रहती हैं।
पानी की टंकी को इस स्थिति में रखें
वास्तु शास्त्र के अनुसार, पानी को टंकी को मकान की छत पर पश्चिम दिशा की ओर रखना चाहिए। यह शुभ होता है और इससे घर में परेशानियों का आगमन नहीं होता। आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होती है और परिवार के लोगों के बीच प्रेमभाव बना रहता है।
धातु से निर्मित मछली और कछुआ रखना होता है शुभ
वास्तु विज्ञान में यह कहा गया है कि अगर आप घर की परेशानियों को दूर करना चाहते हैं तो घर में धातु से बने कछुआ और मछली रखें। ऐसा करने से घर में धन का आगमन होता है और दरिद्रता दूर होती है।
घर के इस दिशा में रखें लक्ष्मी की मूर्ति
लक्ष्मी को धन की देवी माना जाता है। घर के उत्तर दिशा में लक्ष्मी की ऐसी तस्वीर लगाएं जिसमें वो कमल पर विराजमान हों और सोने के सिक्के गिरा रही हों। वास्तु विज्ञान के अनुसार, इस तस्वीर को लगाने से घर में समृद्धि आती है और मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
घर के इस दिशा में रखें पानी से भरी सुराही
वास्तु शास्त्र कहता है कि अगर आप घर के उत्तर दिशा में पानी से भरी मिट्टी की सुराही अथवा घड़ा रखते हैं तो आपको कभी पैसों की तंगी नहीं होगी। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि ये घड़ा पानी से हमेशा भरा हो, इसे खाली न होने दें।
तोते की तस्वीर
अगर घर में पढ़ने वाले बच्चे हैं तो इसका उन पर बहुत अच्छा असर होगा। वास्तु विज्ञान की माने तो, घर के उत्तर दिशा में तोता की तस्वीर लगाने से पढ़ने वाले बच्चों के लिए फायदा होता है।
इन धातुओं के पिरामिड को घर में दें जगह
चांदी, पीतल अथवा तांबे से बनी पिरामिड को घर में रखने से बरकत होता है। पिरामिड को ऐसी जगह पर रखें जहां परिवार के सदस्य एक साथ ज़्यादा समय व्यतीत करते हैं।
घर के इस कोने में छिपा है आपकी सफलता का राज, जानें यह रहस्य
वास्तु शास्त्र में घर के चार कोण माने गए हैं. घर के चारों कोणों की व्यवस्था उनकी प्रकृति के अनुसार की जाए तो घर में सुख-शांति बनी रहती है। वास्तु शास्त्र में घर के चार कोण बताए गए हैं. अगर घर के चारों कोणों की व्यवस्था उनकी प्रकृति के अनुसार की जाए तो घर में सुख-शांति बनी रहती है।
वास्तु शास्त्र में जिन चार कोणों का वर्णन है उनमें – उत्तर और पूर्व दिशा का कोना यानि ईशान कोण, उत्तर और पश्चिम दिशा का कोना- वायव्य कोण, पश्चिम और दक्षिण दिशा का कोना- नैऋत्य कोण, दक्षिण और पूर्व दिशा का कोना- अग्नेय कोण शामिल हैं. हम आपको आज उस कोण के बारे में बताएंगे जो हमारे करियर को सबसे ज्यादा प्रभावित करता है।
बहुत पवित्र माना जाता है ईशान कोण
ईशान कोण उत्तर और पूर्व दिशा के मेल से बनता है यह सूर्योदय की दिशा है. इसे कोण को बहुत पवित्र माना जाता है. इसलिए इसे हमेशा साफ रखना चाहिए।
भगवान शिव हैं ईशान कोण के देवता
ईशान कोण के देवता भगवान शिव माने जाते हैं. हिमालय पर्वत पर भगवान शिव का वास और यह उत्तर दिशा में स्थित है. ईशान कोण को ध्यान के लिए बहुत उत्तम माना जाता है क्योंकि भगवान शिव भी हमेशा ध्यान में लीन रहते हैं।
करियर के लिहाज से महत्वपूर्ण है ईशान
ईशान कोण करियर के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण है. घर के सदस्यों का करियर कैसा रहेगा यह ईशान कोण से संबंधित है. करियर में यदि तरक्की चाहिए तो इस कोण को स्वच्छ और खुला रखें. इस कोण में लक्ष्मी और गणेशजी की प्रतिम स्थापित कर उनकी सुबह शाम पूजा करें. ऑफिस में मीटिंग रूम या कॉन्फ्रेंस रूम इसी कोण में बनवाएं और दुकान में मंदिर भी इसी कोण में स्थापित करें।