जब मनुष्य के शरीर में किसी प्रकार का कोई रोग हो जाता है तो उसके शरीर के साथ-साथ उसके दिमाग पर भी असर पड़ता है जिससे उसकी बुद्धि पर विपरीत प्रभाव पड़ता है और उसकी याद्दाश्त कमजोर हो जाती है। आज के युग में ज्यादातर लोग याद्दाश्त की कमजोरी से परेशान हैं। उचित खान पान न मिलने के कारण भी याद्दाश्त कमजोर हो जाती है।
कारण :
शरीर की कमजोरी, अधिक मात्रा में वीर्य नष्ट होना, अति चंचलता और अधिक कामवासना या संभोग करने के कारण स्मरण शक्ति या याद्दाश्त कमजोर हो जाती है।
विभिन्न औषधियों से उपचार-
- गांजा : गांजा पीसकर सिर में लेप करने से सिर की रूसी मिटती है।
- शिकाकाई : शिकाकाई के फली का काढ़ा बनाकर सिर के बालों को धोने से सिर की रूसी नष्ट होती है।
- चिरचिरी : चिरचिरी के पंचाग के काढ़े से नहाने से रूसी से छुटकरा मिलता है।
- वनतुलसी : वनतुलसी का रस सिर में लगाने से सिर की रूसी से राहत मिलती है।
- प्याज : नहाने से पहले प्याज का रस निकालकर बालों की जड़ों में मालिश करने और सूख जाने पर बालों को धोकर साफ करने से कुछ दिनों में सिर की रूसी समाप्त हो जाती है।
- दही : गाय के दही का पानी बालों की जड़ों में प्रतिदिन लगाने से रूसी कम होती है।
- नींबू :
- नींबू के रस को पानी में मिलाकर सिर को धोने से बाल मुलायम होते हैं। नींबू को काटकर सिर में रगड़ने और रस को सूखने के बाद धोने से फरास (रूसी) दूर होती है।
- 500 मिलीलीटर पानी में 1 कप नींबू का रस मिलाकर सिर को पूरी तरह भिगोकर मालिश करने से धीरे-धीरे रूसी का बनना और बालों का गिरना कम होता है।
- नींबू का रस चीनी के साथ मिलाकर सिर में लगाने और 5-6 घंटे बाद सिर को धोकर साफ करने से सिर की रूसी मिटती है।
- नीम :
- एक मुट्टी नीम के पत्तों का काढ़ा बनाकर नहाने से एक घंटे पहले सिर पर मलने और एक घंटे बाद नहाने से रूसी मिटती है।
- नीम की निबौंलियों को सुखाकर मींगी निकालकर इसके बराबर अरीठा मिलाकर बारीक पीसकर 2 चम्मच एक गिलास गर्म पानी में घोलकर सिर को धोने से सिर की जुंए, रूसी व दुर्गन्ध खत्म होकर बाल काले और मुलायम होते हैं।
- नीम के कुचले पत्तों को पानी में उबालकर ठंड़ा करके छानकर सिर को धोने एवं बालों को सही तरह से मालिश करने और बाल सूख जाने पर स्वच्छ एरण्ड का तेल और नारियल का तेल बराबर मात्रा में मिलाकर सिर को अच्छी तरह से मालिश करने से सिर की रूसी मिटती है।